'रडार पर आते ही तेजी से भागा UFO, घबरा गए थे पायलट', एलियंस पर US खुफिया विभाग के पूर्व प्रमुख का खुलासा
वाशिंगटन: क्या सिर्फ पृथ्वी पर ही जीवन है? ये सवाल सदियों से इंसानों के दिमाग में है। चंद्रमा, मंगल समेत कई ग्रहों के आसपास इंसानों ने विशेष यान भेजे, लेकिन नतीजा कुछ खास नहीं निकला। इन यानों की वजह से ग्रहों की जानकारी तो मिल जाती है, लेकिन उस पर जीवन का पता नहीं लग पाता। कई बार पृथ्वी पर एलियंस के विमान यानी UFO को देखे जाने का दावा किया गया, लेकिन इस पर भी लोगों के मत अलग-अलग हैं। अब इसी तरह का खुलासा अमेरिका के पूर्व नेशनल इंटेलिजेंस डायरेक्टर जॉन रैटक्लिफ ने इंटरव्यू में किया है।
कई बार देखे गए UFO
रैटक्लिफ के मुताबिक कोई माने या ना माने लेकिन UFO को कई बार पृथ्वी पर देखा गया है। इससे जुड़े कुछ दस्तावेजों को पेंटागन सार्वजनिक करने की योजना बना रहा, जिसके लिए 1 जून तक की डेटलाइन है। वैसे अमेरिकी सेना और पेंटागन के लिए ये कोई नई बात नहीं। इससे पहले भी उनकी ओर से विचित्र घटनाओं के फोटो/वीडियो जारी किए जा चुके हैं। हालांकि इन दस्तावेजों को सार्वजनिक करने की लंबी प्रक्रिया है।
पिछले साल जारी हुआ था वीडियो
उन्होंने आगे बताया कि अमेरिकी नौसेना ने 20 अप्रैल 2020 को तीन वीडियो जारी किए गए थे। जिसमें एक UAP (Unidentified Aerial Phenomena) था। UAP शब्द का इस्तेमाल सेना की ओर से किया जाता है, लेकिन इसका मतलब UFO ही होता है। उस दौरान एक अज्ञात विमान (UFO) तेजी से उड़ता दिखा। कुछ ही देर बार वो ध्वनि की रफ्तार से तेज हो गया। आमतौर पर जब कोई लड़ाकू विमान ध्वनि की रफ्तार से तेज उड़ता है, तो उसे सोनिक बूम कहते हैं। इस दौरान एक तेज आवाज होती है, लेकिन UFO ने जब सुपर सोनिक रफ्तार पकड़ी तो ऐसा कुछ भी नहीं हुआ।
क्या किसी देश का था खुफिया विमान?
अमेरिकी सीनेट में पेश की गई एक खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक पेंटागन अभी भी उस अज्ञात विमान की जांच कर रहा है। उन्हें इस बात की भी चिंता है कि कहीं वो किसी देश का खुफिया विमान ना हो। रैटक्लिफ के मुताबिक ये सब पहली बार नहीं हुआ था। अक्सर पायलटों को आसमान में अजीबो-गरीब चीजें दिखती हैं। पहले वो उसकी रिपोर्ट अपने हेड ऑफिस को करते हैं। फिर इससे जुड़ी जानकारियों को पेंटागन भेजा जाता है। वहीं अगर कोई रिपोर्ट सार्वजनिक करनी रहती है, तो उसके लिए बड़े अधिकारियों और सरकार से आदेश लेना पड़ता है।
घबरा गए पायलट
उन्होंने कहा कि 2020 में जारी हुए वीडियो की घटना जब हुई थी, तो विमान अचानक तेज उड़ने लगा। इससे पायलट भी घबरा गए थे। उनके मन में एक ही सवाल था कि आखिर बिना सोनिक बूम कोई विमान इतना तेज कैसे उड़ सकता है। मौजूदा वक्त में दुनिया के किसी भी देश के पास ऐसा विमान नहीं है। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा X-59 इस तरह के विमान पर काम कर रही, जो बिना तेज आवाज के सुपर सोनिक मोड में जा सकता है, लेकिन उसको विकसित होने में अभी वक्त लगेगा। रैटक्लिफ के मुताबिक ऐसी घटनाएं लोगों के साथ साझा करना भी बहुत ही अजीब लगता है।