US Defence Budget: यूक्रेन युद्ध से खुली पोल, चीन का सामना करने के लिए और बेहतर हथियार बनाएगा अमेरिका
बाइडेन की तरफ से पिछले हफ्ते बजट का प्रस्ताव भेजा गया है जिसमें 6.8 खरब डॉलर के रक्षा खर्च की मंजूरी मांगी गई है। रिपब्लिकन पार्टी का कहना है कि वह इस बजट को मंजूरी नहीं देगी।
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अमेरिका के रक्षा विभाग पेंटागन अपने सेना के वार्षिक बजट को कुछ ही वर्षों में 1 ट्रिलियन डॉलर सीमा से अधिक करने की योजना बना रहा है। पेंटागन के मुख्य वित्तीय अधिकारी ने कहा कि अमेरिकी प्रशासन असाधारण तरीके से रक्षा बजट में इजाफा करने की तैयारी में है। अधिकारी के मुताबिक इस बजट में एडवांस मिसाइल, अंतरिक्ष रक्षा और आधुनिक जेट विमानों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा, ताकि चीन से होने वाले खतरे को काउंटर किया जा सके।
चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की तरफ से संसद के पास 842 बिलियन डॉलर वाले रक्षा बजट के प्रस्ताव को मंजूरी के लिए भेजा गया है। 2000 के दशक के मध्य में इराक और अफगानिस्तान युद्धों के बाद से ये सबसे बड़ा अनुरोध है। उस दौरान अमेरिकी सैनिक दोनों ही देशों में भारी संख्या में तैनात थे जिसकी वजह से अमेरिका का विदेशी युद्धों में खर्च बेहद बढ़ गया था।
हथियारों और पुर्जों की डिमांड हाई
पेंटागन अधिकारी ने कहा कि अब बजट फिर से बढ़ सकता है। इसकी वजह हथियारों और पुर्जों की हाई डिमांड को पूरा करना भी है। यूक्रेन युद्ध ने अमेरिकी रक्षा औद्योगिक आधार में कई कमियां उजागर की हैं। अगर निकट भविष्य में अमेरिकी सैनिक चीन जैसे बड़े देश के साथ किसी युद्ध में उलझते हैं तो ऐसी स्थिति में उन्हें बड़ा नुकसान हो सकता है। चीन की तरफ से अमेरिका को पहले से काफी चुनौती मिल रही है। चीन के परमाणु शस्त्रागार में इजाफा हो रहा है। अंतरिक्ष में भी अब अमेरिका को चुनौती मिलने लगी है। अंतरिक्ष में चीन की हाइपरसोनिक क्षमताओं में भी काफी इजाफा हो रहा है।
देश की जीडीपी का 3 फीसदी
पेंटागन के नियंत्रक माइकल मैककॉर्ड ने एक प्रेस ब्रीफिंग में कहा, अगर यह केवल मुद्रास्फीति के हिसाब से बढ़ता है, तो कुछ सालों में ही ये बजट एक ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच जाएगा। उन्होंने कहा कि हो सकता है कि यह हममें से कई लोगों के लिए बेहद चौंकाने वाला हो मगर यह काफी जरूरी है। अधिकारी के मुताबिक यह संख्या आंकड़ों में बहुत लगती है मगर देश की जीडीपी का महज 3 फीसदी ही है। मैकॉर्ड ने कहा कि अगर इसकी तुलना द्वितीय विश्व युद्ध से की जाए तो यह काफी कम है उस वक्त हम अपनी जीडीपी का एक तिहाई रक्षा में खर्च कर रहे थे।
गोला-बारूद उत्पादन पर विशेष ध्यान
अमेरिका के रक्षा बजट में इस बार गोला-बारूद के उत्पादन को तेज करने को प्राथमिकता दी गई है। पेंटागन के अधिकारी के मुताबिक यूक्रेन जिस तेजी से 155 हॉवित्जर का प्रयोग कर रहा है उससे साफ पता लगता है कि अमेरिका के रक्षा उद्योग को जहां होना चाहिए, यह वहां पर नहीं है। उन्होंने कहा कि यह अमेरिका के लिए एक सबक है।
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