जिन भारतीयों को करनी है ब्रिटेन में नौकरी और पढ़ाई, अब उन्हें हो सकती है मुश्किल
नई दिल्ली। ब्रिटेन ने अपने देश में गैर यूरोपीय देशों के प्रवासियों की संख्या में कमी करने के लिए योजना की घोषणा की है। वहां की सरकार इसके लिए कड़े कानूनी नियम बनाने की तैयारी कर रही है।
इसके बाद उन लोगों को मुश्किल हो सकती है जो ब्रिटेन में रहकर अपनी पढ़ाई पूरी करना चाहते हैं। दिक्कतों का सामना उन्हें भी करना पड़ सकता है जिनका सपना वहां नौकरी करना है।
यह नियम खास तौर से उन लोगों के संकट का कारण बनेगा जो ब्रिटेन जाकर काम और पढ़ाई करना चाहते हैं।
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ब्रिटेन की ओर से बनाए गए कठोर इमीग्रेशन कानून का सबसे ज्यादा असर भारत पर पड़ेगा क्योंकि कई भारतीय वहां रहकर शिक्षा पूरी कर रहे हैं और काम कर रहे हैं।
कड़े इमीग्रेशन कानून के बाद ब्रिटेन की कंपनियों के सामने भी समस्या आएगी क्योंकि भारत सरीखे देशों से पेशवर लोगों को नौकरी पर नहीं रख पाएंगे।
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कटौती पर करना होगा विचार
मंगलवार ( 4 अक्टूबर) को ब्रिटेन के गृहमंत्री अंबर रूड ने कंजर्वेटिव पाार्टी के सालाना कांफ्रेस में इस बात की जानकारी दी कि उन्हें इमीग्रेशन में कटौती पर विचार करना होगा
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इस दौरान रूड ने कहा कि अगर हम वाकई इमीग्रेशन में कटौती चाहते हैं तो इसके स्रोतों पर विचार करना होगा। उन्होंने कहा कि कहा कि इसे यूरोपीय देशों के नागरिक इससे अलग रखे जाएंगे।
रूड ने कहा कि वो काम और पढ़ाई करने के लिए आने वाले विदेशियों के संदर्भ में विचार करेंगे। नए नियम के तहत गैर यूरोपीय देशों के लोगों की नियुक्ति करने से पहले होने वाले टेस्ट को कठिन किया जा सकता है।
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