ईरान से संबंध सुधारेगा भारत का ये दोस्त, सालों बाद फिर से तेहरान भेजेगा राजदूत
आबूधाबी, 22 अगस्तः ईरान के साथ राजनयिक संबंधों को खत्म करने के साढ़े छह साल से ज्यादा समय के बाद संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) एक बार फिर से ईरान में अपने राजदूत को तैनात करने जा रहा है। यह घोषणा यूएई के विदेश मंत्रालय ने रविवार को की। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार ईरान में अमीरात के राजदूत सैफ मोहम्मद अल जाबी में तेहरान जाएंगे, ताकि दो पड़ोसियों और क्षेत्र के सामान्य हितों के लिए द्विपक्षीय संबंधों को आगे बढ़ाना जारी रखा जा सके। बता दें कि दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंध सदियों पुराने हैं, ऐसे में रिश्ते को सुधारना दोनों देशों की मजबूरी थी। दुबई लंबे समय से बाहरी दुनिया के लिए ईरान के मुख्य संपर्क स्थलों में से एक है। यूएई इसके लिए कुछ महीने पहले से ही प्रयास कर रहा था जिसमें उसे सफलता मिलती दिख रही है।
2016 में संबंध हो गए थे खराब
साल 2016 में शिया धर्मगुरु अयातुल्ला निम्र अल-निम्र को फांसी देने के यूएई के फैसले के बाद ईरानी प्रदर्शनकारियों ने यूएई के खिलाफ प्रदर्शन किया था। इतना ही नहीं यूएई के राजनयिक मिशनों पर भी हमला किया था जिसके बाद से दोनों देशों के बीच रिश्ते बिगड़ गए थे। पिछले हफ्ते अमीरात और ईरानी विदेश मंत्रियों ने फोन पर लंबी बातचीत की थी। इस दौरान उन्होंने आपसी संबंधों को बढ़ाने पर जोर दिया। अमीरात के विदेश मंत्री शेख अब्दुल्ला बिन जायद अल नाहयान और उनके ईरानी समकक्ष होसैन अमीरबदुल्लाहियन ने दोनों देशों के लाभ के लिए द्विपक्षीय संबंधों और सहयोग के क्षेत्रों को मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की।
अन्य खाड़ी देशों ने भी दिए नरमी के संकेत
अन्य खाड़ी देशों ने भी नरमी के संकेत दिए हैं। अलजजीरा के मुताबिक पिछले हफ्ते, कुवैत ने 2016 के बाद पहली बार ईरान में एक नया राजदूत नियुक्त किया था। वहीं सऊदी अरब ने बगदाद की मध्यस्थता वाली वार्ता में ईरान के साथ तनाव समाप्त करने के लिए काम किया है। सऊदी अरब और यूएई खाड़ी क्षेत्र में तेहरान के असर को खत्म करना चाहते हैं, लेकिन वे आर्थिक प्राथमिकताओं को ध्यान में रखते हुए तनाव को भी नियंत्रित करना चाहते हैं।
चीन के दिए घाव पर मलहम लगाएगा भारत, हाथ में लिया प्रोजेक्ट, ऐसे अरबों कमाएगा भारत का 'छोटा भाई'