‘जहां पहले बेचने की इजाजत नहीं, वहां उत्पादन भी नहीं’, Elon Musk का भारत को लेकर ‘डबल गेम’!
आपको बता दें कि, एलन मस्क अपने चीन प्रेम के लिए काफी प्रसिद्ध हैं और पिछले साल दिसंबर महीने में इसके लिए एलन मस्क को चेतावनी भी दी गई थी, जब उन्होंने शिनजियांग प्रांत में टेस्ला कार कंपनी का फैक्ट्री लगाने की बात कही थी।
वॉशिंगटन, मई 28: दुनिया के सबसे अमीर कारोबारी और इलेक्ट्रिक कार कंपनी टेस्ला के सीईओ एलन मस्क ने एक तरह से साफ कर दिया है, कि भारत में टेस्ला कार मैन्यूफैक्चरिंग प्लान स्थापित करने का उनका कोई इरादा नहीं है। एलन मस्क ने एक ट्वीट के जवाब में कहा है कि, फिलहाल उनका भारत में टेस्ला कंपनी का प्रोडक्शन प्लांट लगाने का कोई इरादा नहीं है, जब तक कि भारत सरकार की तरफ से पहले टेस्ला कार भारत में बेचने की इजाजत नहीं मिल जाती।
एलन मस्क ने क्या कहा?
इलेक्ट्रिक कार कंपनी टेस्ला के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) एलन मस्क ने शुक्रवार को ट्वीट करते हुए कहा कि, जब तक कंपनी को पहली बार दक्षिण एशियाई देश में बाहर से बनी कार बेचने की इजाजत नहीं मिल जाती है, तब तक प्रोडक्शन प्लांट की भी स्थापना नहीं का जाएगी। दरअसल, एक ट्विटर यूजर के सवाल के जवाब में एलन मस्क ने ये टिप्पणी की है। ट्विटर यूजर ने एलन मस्क से पूछा था कि, क्या एलन मस्क का टेस्ला कार कंपनी संयंत्र भारत में लगाने की कोई योजना है? इस सवाल के जवाब में अरबपति कारोबारी ने जवाब दिया कि, 'टेस्ला किसी भी स्थान पर तबतक विनिर्माण संयंत्र नहीं लगाएगी, जहां हमें पहले बेचने की अनुमति नहीं है।"
भारत सरकार से गतिरोध जारी
एलन मस्क की इस टिप्पणी से साफ हो गया है कि, एलन मस्क और भारत सरकार के बीच गतिरोध जारी है। आपको बता दें कि, भारत सरकार ने एलन मस्क को भारत में टेस्ला कार संयंत्र लगाने का आग्रह किया था, लेकिन भारत सरकार का शर्त ये है, कि टेस्ला कंपनी भारत में निर्माण करने के बाद उसे भारतीय बाजारों में बेचे। भारत के केन्द्री सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा था कि, एलन मस्क का भारत में ई-वाहनों के निर्माण करें, इसका हम स्वागत करते हैं, लेकिन अगर टेस्ला के मालिक चीन में निर्माण और बिक्री करना चाहते हैं, तो यहां, यह "अच्छा प्रस्ताव" नहीं हो सकता'। नितिन गडकरी ने कहा कि, 'यह एक बहुत ही आसान विकल्प है, कि अगर एलन मस्क भारत में टेस्ला का निर्माण करने के लिए तैयार हैं, तो कोई समस्या नहीं है। हमारे पास सभी योग्यताएं हैं और बाजार उपलब्ध हैं। हमारे पास सभी प्रकार की तकनीक है और इसके कारण, वह भारत में टेस्ला कार का निर्माण कर सकते हैं'।
एलन मस्क का चीन प्रेम
आपको बता दें कि, एलन मस्क अपने चीन प्रेम के लिए काफी प्रसिद्ध हैं और पिछले साल दिसंबर महीने में इसके लिए एलन मस्क को चेतावनी भी दी गई थी, जब उन्होंने शिनजियांग प्रांत में टेस्ला कार कंपनी का फैक्ट्री लगाने की बात कही थी और चूंकी वहां पर चीन मुस्लिमों पर अत्याचार करता है, लिहाजा अमेरिका ने शिनजियांग क्षेत्र को प्रतिबंधित कर रख है। आपतो बता दें कि, इससे पहले नितिन गडकरी कह चुके हैं, कि एलन मस्क फिलहाल भारत में टेस्ला मैन्यूफैक्चरिंग प्लांट लगाने में उत्साहित नहीं हैं, लेकिन हां, एलन मस्क भारतीय बाजार में जरूर आना चाहते हैं और भारतीय बाजार में एलन मस्क टेस्ला के लिए जगह जरूर बनाना चाहते हैं, और यहीं से एलन मस्क के डबल गेम का पता चलता है।
क्या है एलन मस्क का 'डबल गेम'?
दरअसल, एलन मस्क भारत की जगह चीन में टेस्ला की गाड़ियों का निर्माण करना चाहते हैं और फिर उन गाड़ियों को भारत में बेचना चाहते हैं, लेकिन उससे भी भारत सरकार को एतराज नहीं है। भारत सरकार का कहना है, कि आप बेशक चीन में गाड़ियां बनाकर भारत में बेचिए, लेकिन ऐसा करने पर आपको नियमों के मुताबिक, 100 प्रतिशत ड्यूटी चार्ज चुकाना पड़ेगा, जो बाकी कंपनियों को भी चुकाना पड़ता है और जिसमें चीन की कंपनियां भी शामिल हैं, लेकिन एलन मस्क को इससे भी ऐतराज है। एलन मस्क चीन में गाड़ियों को निर्माण कर उसे ज़ीरो प्रतिशत ड्यूटी चार्ज दिए भारत में बेचना चाहते हैं, और इसके लिए भारत सरकार तैयार नहीं है। आपको बता दें कि, 100 फीसदी इम्पोर्ट ड्यूटी चुकाना भारत सरकार का नियम है और सभी गाड़ी कंपनियों को 100 प्रतिशत इंपोर्ट ड्यूटी चुकाना पड़ता है।
पहले भी शर्त रख चुके हैं एलन मस्क
कुल मिलाकर बात साफ है, कि एलन मस्क चाहते हैं, कि वो गाड़ियों का निर्माण तो चीन में करें, लेकिन उन गाड़ियों को ज़ीरो प्रतिशत इम्पोर्ट ड्यूटी के साथ भारतीय बाजार में बेचें, जिसे भारत सरकार पहले ही खारिज कर चुकी है। एलन मस्क यही डिमांड पिछले साल भी कर चुके हैं। जब पिछली बार एलन मस्क से भारत में आने को लेकर सवाल किया गया था, तो उन्होंने कहा था कि, ''हम भारत में आना चाहते हैं, लेकिन भारत में इम्पोर्ट ड्यूटी पूरी दुनिया के सभी देशों के मुकाबले सबसे ज्यादा है। इसके साथ ही ग्रीन एनर्जी गाड़ियों को भी डीजल- पेट्रोल गाड़ियों की तरह ही व्यवहार किया जा रहा है''। उसके बाद एक और ट्वीट में एलन मस्क ने भारत में आने में देरी के पीछे कोरोना वायरस को जिम्मेदार बताया था। यानि, एलन मस्क भारत सरकार पर प्रेशर भी बनाना चाहते हैं, लेकिन भारत में प्रोडक्शन शुरू नहीं करना चाहते हैं।
मर्सडीज को नहीं, सिर्फ टेस्ला को ही दिक्कत
मर्सडीज भी भारत में इलेक्ट्रिक कार लांच करना चाहता है और भारत सरकार ने उसे भी वही ऑफर दिया है, जो टेस्ला को भारत सरकार की तरफ से मिला है और मर्सडीज भारत में अपना प्लांट लगाने जा रहा है। जिसके बाद सवाल ये उठ रहे हैं, कि जो काम मर्सडीज कर सकती है, वो काम एलन मस्क क्यों नहीं कर सकते हैं। इसके साथ ही भारत सरकार ने ये ऑफर सिर्फ ऑटोमोबाइल कंपनियों को ही नहीं, बल्कि दूसरे सेक्टर्स की कई और कंपनियों को दिए हैं, जिसमें हेलिकॉप्टर बनाने वाली कंपनियां भी शामिल हैं। यानि, बात साफ है, टेस्ला असल में भारत में अपनी कंपनी खोलेना ही नहीं चाहती है और वो इसके लिए अपने माथे पर जिम्मेदारी भी नहीं लेना चाहती हैं। पर हां, एलन मस्क को भारतीय बाजार जरूर चाहिए....
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