अमेरिका के बाद अब इस देश ने ली चीन से टक्कर, भड़के ड्रैगन ने युद्धाभ्यास-2 शुरू किया, अब क्या करेगा?
ताइपे, 08 अगस्तः अमेरिकी संसद के निचले सदन की स्पीकर नैंसी पेलोसी की ताइवान यात्रा से चीन भयंकर चिढ़ा हुआ है। इस यात्रा से पहले चीन ने अमेरिका को धमकियां दी थीं। हालांकि अमेरिका ने इसकी परवाह नहीं और ताइवान के दौरे पर नैन्सी को भेज दिया। अमेरिका का कुछ न बिगाड़ पाने से निराश चीन ने नैंसी पेलोसी की यात्रा के बाद ताइवान के चारों ओर युद्धाभ्यास के जरिए तनाव बढ़ा दिया दिया है लेकिन इस बीच एक और देश है जिसने चीन की नाराजगी मोल लेने की जुर्रत की है।
तस्वीर- फाइल
छहदिवसीय यात्रा पर पहुंंचे राल्फ गोंजाल्विस
चीन को एक बार फिर से नाराज करने वाला देश सेंटि विंसेंट और ग्रेनेडाइंस है। यह देश कैरेबियन सागर में स्थित है। एशिया में तनाव के बीच सेंट विंसेंट और ग्रेनेडाइंस के प्रधानमंत्री राल्फ गोंजाल्विस ताइवान की छह दिनों की यात्रा पर पहुंचे हैं। पीएम राल्फ गोंजाल्विस ने कहा कि चीनी युद्धाभ्यास उन्हें दोस्तों से मिलने नहीं रोक सकता।
ताइवान की राष्ट्रपति ने की तारीफ
ताइवान की राष्ट्रपति त्साई इंग-वेन ने सोमवार को राल्फ गोंजाल्विस की तारीफ करते हुए कहा कि युद्धाभ्यास के बीच वह दृढ़ संकल्प से यहां पहुंचे हैं। उनके बयानों ने हमें दिल की गहराई तक छुआ है। सेंट विंसेंट और ग्रेनेडाइंस उन 15 देशों में से एक है जो ताइवान के साथ औपचारिक राजनयिक संबंध रखता है। प्रधानमंत्री गोंजाल्विस ने कहा कि वह ताइवान के साथ एकजुटता, द्वीपक्षीय संबंधों को मजबूत करने और सभी के लिए शांति, सुरक्षा और समृद्धि के लिए यहां आए हैं।
गोंजाल्विस की 12 वीं ताइवान यात्रा
गोंजाल्विस ने कहा कि हम पश्चिमी गोलार्ध समेत पूरी दुनिया में ये पसंद नहीं करते कि कोई शक्तिशाली देश अपने पड़ोसियों को धमकाए या किसी भी प्रकार से डराए। गोंजाल्विस ने कहा कि पूरी दुनिया में जहां भी मतभेद हों उन्हें सभ्य और शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाना चाहिए। त्साई ने कहा कि गोंजाल्विस की ये 12वीं और प्रधानमंत्री के रूप में 11वीं यात्रा है, जो स्पष्ट तौर पर दोनों देशों के बीच राजनियक संबंधों के महत्व को दिखाता है।
बड़े स्तर पर युद्धाभ्यास कर रहा चीन
बता दें कि पेलोसी की यात्रा के बाद चीन ने पहली बार इतने बड़े स्तर पर युद्धाभ्यास किया है। चीन ने पहली बार ताइवान की राजधानी ताइपे के उपर से बैलिस्टिक मिसाइलों का प्रक्षेपण किया है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने वायु सेना के अधिकारी झांग झी के हवाले से कहा कि चीन ने सूचना आधारित परिस्थितियों में युद्ध की रणनीति का प्रशिक्षण किया है। इसमें सटीक हमलों के साथ महत्वपूर्ण द्वीपों को नष्ट करने की क्षमताओं में सुधार हुआ है।
जवाब में ताइवान भी करेगा युद्धाभ्यास
द्वीप की आधिकारिक केंद्रीय समाचार एजेंसी के मुताबिक ताइवान की सेना चीनी अभ्यास के जवाब में मंगलवार और गुरुवार को दक्षिणी पिंगटुंग काउंटी में लाइव-फायर आर्टिलरी अभ्यास करेगी। एक अनाम श्रोत का हवाला देते हुए रिपोर्ट में कहा गया है कि अभ्यास में स्निपर्स, लड़ाकू वाहन, बख्तरबंद वाहन और साथ ही हेलीकॉप्टर भी शामिल होंगे। चीनी रक्षा मंत्रालय ने पेलोसी की यात्रा के विरोध में सैन्य वार्ता को ठंडे बस्ते में डालने का बचाव करते हुए कहा कि ताइवान स्ट्रीट में मौजूदा तनावपूर्ण स्थिति पूरी तरह से अमेरिकी पक्ष द्वारा अपनी पहल पर उकसाई और बनाई गई है और अमेरिकी पक्ष के इसकी पूरी जिम्मेदारी उठानी होगी तथा इसके परिणाम भुगतने होंगे।
भारत
का
तेजस
दुनियाभर
में
मचा
रहा
धूम,
अब
अमेरिका
भी
मुंहमांगी
कीमत
देने
को
है
तैयार