भीषण गर्मी की चपेट में फ्रांस, अब तक 1500 लोगों की मौत
पेरिस: फ्रांस में गर्म हवाओं की कहर 1435 लोगों की जान जा चुकी है। फ्रांस के स्वास्थ्य मंत्री अग्नेस बुजीन ने बताया कि इस साल 24 जुन से 7 जुलाई और फिर 21 जुलाई से 27 जुलाई के बीच गर्म हवाओं का कहर जारी रहा। फ्रांसीसी स्वास्थ्य मंत्रालय ने प्रेस रिलीज जारी कर बताया है कि गर्मी के इन दिनों में मृत्यू दर सामान्य से 9.1 प्रतिशत अधिक रही। हीट वेब की वजह से इस साल 1,000 ज्यादा मौतें हुई हैं। मृतकों में आधे से ज्यादा 75 से ज्यादा उम्र के थे।
फ्रांस और यूरोप के अधिकांश हिस्सों में इस गर्मी में तापमान ने में रिकॉर्ड तोड़ दिया। फ्रेंच नेशनल वेदर के अनुसार गैलारागस-ले-मॉन्ट्यूक्स के दक्षिणी शहर में 28 जून को फ्रांस में उच्चतम दर्ज तापमान 45.9 डिग्री सेल्सियस (114.6 फ़ारेनहाइट) दर्ज किया। फ्रांस में गर्म हवाओं की वजह से विशेषज्ञ चिंतित हैं। खासकर ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन की वजह से तापमान में बढ़ोतरी यूरोप के लिए नई मुश्किल खड़ी हो सकती है।
2017 के एक रिपोर्ट के अनुसार, सभी यूरोपीय परिवारों में से 5% से अधिक वातानुकूलित हैं, वहीं अगर तापमान में बढोतरी होती है तो पब्लिक ट्रांसपोर्ट को बंद कर दिया जाता है ताकि लोगों को हीट वेव से बाचाय जा सके। फ्रांस ने पहले भी जानलेवा हीट वेव देखी है। मंत्रालय ने कहा कि 2015 और 2018 के दौरान इसी तरह के तापमान में बढ़ोतरी की जवह से मृत्यु दर में 10.1% और 15% की वृद्धि देखी गई। 2003 में जब हीट वेब का कहर बरपा था तो 15,000 लोगों की मौत हुई थी। हालांकि इस बार की हीट वेव में उतनी मौतें नहीं हुई हैं। क्योंकि इस बार बड़े स्तर पर जागरूकता अभियान चलाया गया था।
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