अगर ऐसा हुआ तो श्रीलंका हो जाएगा मालामाल! रानिल कर देंगे कमाल, जानें राष्ट्रपति का 'मास्टर प्लान'
श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने संसद सदस्यों को पत्र लिखकर दिवालिया देश को सबसे खराब आर्थिक संकट से उबरने में मदद करने के लिए एक सर्वदलीय राष्ट्रीय सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया है।
कोलंबो,
30
जुलाई
:
श्रीलंका
के
राष्ट्रपति
रानिल
विक्रमसिंघे
दिवालिया
हो
चुके
देश
को
पटरी
पर
लाने
की
दिशा
में
जुट
गए
हैं।
उन्होंने
इसके
लिए
सभी
संसद
सदस्यों
को
पत्र
(
president
Wickremesinghe
invites
parties
to
form
national
government)
लिखा
है।
राष्ट्रपति
रानिल
विक्रमसिंघे
ने
संसद
सदस्यों
को
लिखे
पत्र
में
कहा
है
कि,
देश
को
आर्थिक
संकट
से
बाहर
निकालने
में
हमारी
मदद
करें।
राष्ट्रपति
ने
श्रीलंका
को
पटरी
पर
लाने
के
लिए
एक
सर्वदलीय
राष्ट्रीय
सरकार
बनाने
के
लिए
सांसदों
को
आमंत्रित
किया
है।
श्रीलंका को आर्थिक पटरी पर लाएंगे
श्रीलंका के राष्ट्रपति ने सांसदों को लिखे पत्र में कहा, 'सरकार वर्तमान में सामान्य स्थिति बहाल करने के प्रयासों में लगी हुई है लेकिन व्यवस्थित सुधार सभी राजनीतिक दलों की भागीदारी से ही लागू किए जा सकते हैं। उन्होंने देश की आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए सर्वदलीय राष्ट्रीय सरकार बनाने के लिए संसद सदस्यों को आमंत्रित किया है।
आर्थिक संकट से जूझ रहा देश
बता दें कि, देश कई महीनों से घोर आर्थिक संकट से जूझ रहा है। इसी आर्थिक संकट की वजह से प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री के सरकारी आवासों को घेर लिया था। इसके बाद गोटाबाया राजपक्षे जो कि उस समय राष्ट्रपति थे, देश छोड़कर विदेश भाग गए। इसके बाद श्रीलंका में राजनीतिक संकट उत्पन्न हो गया। देश नेतृत्वविहीन हो गया था। इसके बाद कार्यवाहक राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे चुनाव जीतकर राष्ट्रपति बन गए।
रानिल विक्रमसिंघे ने संसद सदस्यों को लिखा पत्र
राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे अब देश की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाना चाहते हैं और इसके लिए सर्वदलीय सरकार का गठन कर आगे बढ़ना चाहते हैं। वे देश के सभी संसद सदस्यों से सरकार में शामिल होने का आह्वान कर रहे हैं। वे चाहते हैं कि, सब मिलकर दिवालिया हो चुके देश की अर्थव्यवस्था मजबूत करने की दिशा में काम करें।
आपसी सहयोग से सब कुछ होगा
देश की बिगड़ते हालातों पर काबू पाने के लिए राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने संसद सदस्यों को पत्र लिखकर कहा कि, सरकार वर्तमान में आर्थिक संकट से उत्पन्न राजनीतिक और सामाजिक अशांति को धीरे-धीरे सामान्य करने के लिए बड़े प्रयासों में लगी हुई है। राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने आगे कहा कि, देश में एक व्यवस्थित आर्थिक कार्यक्रम को लागू करने के लिए आवश्यक प्रारंभिक योजनाएं तैयार की जा रही हैं। वहीं आर्थिक स्थिरता लाने के दिशा में उपाय किए जा रहे हैं। रानिल विक्रमसिंघे ने आगे यह भी कहा कि इन कार्यक्रमों को आगे बढ़ाने, उसे लागू करने के लिए संसद में प्रतिनिधित्व करने वाले सभी राजनीतिक दलों, विशेषज्ञ समूहों और नागरिक समाज की भागीदारी आवश्यक है।
संविधान में 19वें संशोधन पर बातचीत
राष्ट्रपति ने, संविधान में 19वें संशोधन को फिर से शुरू करने पर पार्टियों के साथ बातचीत शुरू करने का भी प्रस्ताव रखा। 2015 में अपनाया गया 19A ने कार्यकारी अध्यक्ष के ऊपर संसद को सशक्त बनाकर राष्ट्रपति की शक्तियों को कम कर दिया।