
श्रीलंका के राष्ट्रपति ने दिल खोलकर की पंडित नेहरू की तारीफ, पीएम मोदी के बारे में कही ये बात
श्रीलंका, 15 अगस्तः भारत ने श्रीलंका की मुश्किल वक्त में लगातार मदद की है। इसी बीच भारत ने श्रीलंकाई नौसेना को एक डोर्नियर समुद्री निगरानी विमान सौंपा है। इस मौके पर आयोजित एक समारोह में श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद दिया। उन्होंने भारत-श्रीलंका संबंधों और साझा विरासत का जिक्र करने के साथ-साथ भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की भूरी-भूरी प्रशंसा की।

मजबूत भारत, नेहरू को श्रद्धांजलि है
श्रीलंका के राष्ट्रपति ने कहा कि भारत आज एक विश्वशक्ति बनने जा रहा है। भारत लगातार आगे बढ़ता जा रहा है। भारत आज विश्व शक्ति बन रहा है और शताब्दी के मध्य में आप एक ऐसे शक्तिशाली भारत को देखेंगे जो वैश्विक मंच पर एक अहम किरदार निभा रहा होगा। यह एक तरह से भारत के पहले प्रधानमंत्री नेहरू को श्रद्धांजलि है। इस दौरान श्रीलंकाई राष्ट्रपति ने पंडित नेहरू और वाजपेयी के बीच के संबंधों का भी जिक्र किया।
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भाषण में किया नेहरू का जिक्र
श्रीलंका के राष्ट्रपति ने एक भाषण में कहा, कि आज भारत की आजादी का 75वीं वर्षगांठ है। इस अवसर पर उन्होंने यू ट्यूब पर उनका भारत की आजादी पर दिया गया चर्चित भाषण सुना। इस दौरान उन्होंने लोगों को पंडित नेहरू के भाषण का कुछ हिस्सा भी लोगों को सुनाया। श्रीलंकन राष्ट्रपति ने कहा कि 75 साल पहले नेहरू ने भारत की तरक्की का एक बीज बोया था, जो अब विशाल वृक्ष बनने की ओर अग्रसर है। उन्होंने कहा कि हम देख रहे हैं कि भारत आज विश्व स्तर पर महती भूमिका निभा रहा है। और आने वाले वक्त में भारत को हम और अधिक प्रभावशाली होते हुए देखेंगे।

अटल-नेहरू संवाद का किस्सा भी सुनाया
रनिल विक्रमसिंघे ने अपने भाषण के दौरान नेहरू और अटल का वह किस्सा सुनाया जिसे खुद अटल बिहारी वाजपेयी नेहरू की याद में सुनाया करते थे। विक्रमसिंघे ने कहा, 'एक दिन लोकसभा में भाषण देते हुए वाजपेयी ने नेहरू को आधा चर्चिल और आधा चैंबरलिन कहा। उसी दिन शाम को उनकी मुलाकात एक डिनर में पंडित नेहरू से हुई। नेहरू उनके पास आए और बोले कि आज आपने अच्छा भाषण दिया, उनकी पीठ थपथपाई और चले गए। कोई और नेता होता तो वह नाराज हो जाता मगर उन्होंने ऐसा नहीं किया। यह पंडित नेहरू की महनता को दिखाता है।'

पीएम मोदी का भी जताया आभार
विक्रमसिंघे ने बताया कि पंडित नेहरू ने श्रीलंका को संयुक्त राष्ट्र में प्रवेश कराने में मदद की थी। उन्होंने कहा, 'मेरे पिता नेहरू जी को अच्छे से जानते थे। मैंने तो सिर्फ उन्हें दूर से ही देखा है जब उनकी कार इंडिया हाउस की तरफ जाया करती थी।' उन्होंने श्रीलंका के नए राजनेताओं को अपने भारतीय सहयोगियों को जानने की सलाह दी। इस अवसर पर श्रीलंकाई राष्ट्रपति ने पीएम मोदी को श्रीलंका के कठिन हालात में सहायता करने और डोर्नियर टोही विमान देने के लिए धन्यवाद दिया।
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