श्रीलंका के PM ने संकट के समय भारतीय मदद की सराहना की
नई दिल्ली, 28 मई: श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने शुक्रवार को "इस कठिन अवधि" के दौरान भारत द्वारा दिए जा रहे समर्थन के लिए सराहना की। रानिल विक्रमसिंघे ने कहा कि वह दोनों देशों के बीच संबंधों को और मजबूत करने के लिए तत्पर हैं। विक्रमसिंघे ने ट्विटर पर कहा कि उन्होंने शुक्रवार को भारत की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के साथ बातचीत की।
प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने लिखा, इस मुश्किल समय के दौरान भारत द्वारा दी गयी मदद के लिए मैंने अपने देश की ओर से उसकी सराहना की। मैं दोनों देशों के बीच के संबंधों के और प्रगाढ़ होने की उम्मीद करता हूं।मैं हमारे देशों के बीच संबंधों को और मजबूत करने की आशा करता हूं। एक अन्य ट्वीट में, प्रधान मंत्री ने कहा कि वह श्रीलंका की सहायता के लिए एक विदेशी सहायता संघ की स्थापना में नेतृत्व करने के लिए क्वाड सदस्यों के प्रस्ताव पर भारत और जापान की सकारात्मक प्रतिक्रिया के लिए "आभारी" हूं।
भीषण आर्थिक और राजनीतिक संकट का सामना कर रहे श्रीलंका के वरिष्ठ राजनेताओं ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे के साथ एक बैठक की। इस दौरान मुख्य संवैधानिक संशोधनों पर चर्चा की गई और इस बात पर सहमति जताई गई कि राष्ट्रपति को मिलीं निरंकुश शक्तियों की सीमित करने वाले संविधान के 21वें संशोधन संशोधन को जल्द से जल्द पारित किया जाना चाहिए।
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21वां संशोधन 20ए को रद्द करेगा जो श्रीलंका के राष्ट्रपति को असीमित शक्ति देता है। 20ए को 19वें संशोधन को समाप्त करते हुए लगाया गया था जिसने संसद को राष्ट्रपति से अधिक शक्तिशाली बनाया था। इस बैठक में तमिल नेशनल अलायंस (टीएनए) शामिल नहीं हो पाया था इसलिए यह तय किया गया कि इसकी मौजूदगी के साथ अंतिम बैठक अगले शुक्रवार को आयोजित की जाएगी। हाल ही में आर्थिक संकट से उबरने के लिए श्रीलंका की रानिल विक्रमसिंघे सरकार ने सरकारी एयरलाइन बेचने का फैसला किया। इसके साथ ही सरकार ने नई करेंसी छापने का भी फैसला लिया।