जानिए रूस के पास मौजूद पांच सबसे खतरनाक हथियार
मॉस्को। जिस समय रूस शीत युद्ध के दौर से गुजर रहा था, उस समय दुनिया के कई देशों ने उसके पास मौजूद सैन्य क्षमता का काफी मजाक उड़ाया था। लेकिन आईएसआईएस पर हुए हमलों ने साफ कर दिया है कि रूस बदल गया है और उसकी सेनाएं भी अब दुनिया की बाकी सेनाओं के मुकाबले ही ताकतवर है सक्षम हैं।
जहां एक तरफ अमेरिका और ब्रिटेन जैसे देश पुराने और जंग लड़े हथियारों से निजात पाने की कोशिश कर रहे हैं तो वहीं रूस नई टेक्नोलॉजी पर काम कर रहा है। रूस के पास इस समय हर वह हथियार मौजूद है जो दुनिया के किसी भी बड़े देश के हथियारों से मोर्चा ले सकता है।
आइए आज आपको बताते हैं रूस के पास मौजूद पांच उन सबसे खतरनाक हथियारों के बारे में जो अमेरिका और ब्रिटेन के लिए चुनौती बन सकते हैं।
सुखोई
रूस के पास मौजूद सुखोई सीरीज के फाइटर जेट्स दुनिया के सबसे ताकतवर फाइटर जेट्स हैं। रूस ने सन 1985 में सुखोई-27 के साथ पहला सुखोई बनाया था। उसके बाद से सुखोई-30 मल्टी रोल फाइटर, सुखोई-34 फाइटर बॉम्बर और सुखोई-35 इंटरसेप्टर आ चुके हैं। आज यह जेट्स अमेरिका के एफ-15, एफ/ए हॉरनेट्स जैसे जेट्स से भी खतरनाक है।
सुखोई टी-50 पीएके-एफए
भारत को भी यह फाइटर जेट्स अगले कुछ वर्षों में मिलेंगे। यह जेट्स पहले से कई ज्यादा प्रभावशाली मारक क्षमता से लैस हैं। टारगेट तक पहुंचना, सेंसर्स और इसमें इंस्टॉल दूसरे उपकरण पहले से कहीं ज्यादा उच्च श्रेणी के हैं।
एईएसए रडार
रूस की एईएसई रडार को दुनिया की सबसे ताकतवर रडार बताया गया है। यह रडार पेंसिल की आकार वाली बीम से आसमान को गहराई तक छान सकती हैं। इस रडार की टेक्नोलॉजी को अमेरिका के कई फाइटर जेट्स तक चुनौती दे सकते हैं। अगर टी-50 फाइटर जेट को इस रडार के साथ फिट किया जाए तो एफ-35 इसका पता नहीं लगा पाएगा।
टी-14 टैंक्स
इस वर्ष मार्च में रूस ने टी-14 टैंक को दुनिया के सामने प्रदर्शित किया था। रूस का टी-14 अरमाता बहुत ही हल्का, लो-प्रोफाइल और उच्च क्षमता वाला टैंक है जिसमें एडवांस टेक्नोलॉजी के सभी हथियारों को इंस्टॉल किया गया है।
यासीन अटैक सबमरींस
रूस के पास मौजूद परमाणु क्षमता वाली सबमरीन दुनिया के लिए सबसे बड़ी चुनौती है। यासीन अटैक सबमरीन को देखकर अमेरिका भी सकते में है।