क्या है क्रिस पिंचर सेक्स स्कैंडल, जिसकी वजह से ऋषि सुनक, साजिद जाविद ने ब्रिटेश सरकार से इस्तीफा दे दिया?
पूरे यूनाइटेड किंगडम में लॉकडाउन लगाकर खुद पार्टी करने वाले बोरिस जॉनसन पहले से ही 'पार्टीगेट स्केंडल' में घिरे हुए हैं और ब्रिटेन में उनकी काफी बदनामी हो रही है और उनकी पार्टी दो उपचुनाव भी हार चुकी है।
लंदन, जुलाई 06: ब्रिटेन की राजनीति में बवंडर मचा हुआ है और प्रधानमंत्री बोरिस की कैबिनेट के दो वरिष्ठ मंत्री ऋषि सनक और साजिद जाविद ने मंगलवार को अपने इस्तीफे सौंप दिए। ऋषि सनक बोरिस जॉनसन कैबिनेट में वित्त मंत्रालय तो साजिद स्वास्थ्य मंत्रालय की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। दोनों नेताओं ने इस्तीफा सौंपने के बाद कहा, कि उनका प्रधानमंत्री पर विश्वास नहीं रहा, इसीलिए वो कैबिनेट में नहीं रह सकते हैं।
ब्रिटेन की राजनीति में बवाल क्यों मचा?
भारतीय मूल के ऋषि सनक और पाकिस्तान मूल के साजिद जाविद ब्रिटेन की राजनीति में काफी बड़े नाम हैं और ऋषि सनक को ब्रिटेन के अगले प्रधानमंत्री के तौर पर देखा जाता है। लिहाजा, इन दोनों नेताओं का कैबिनेट से बाहर निकलना पीएम बोरिस जॉनसन के लिए बहुत बड़ा झटका है और रिपोर्ट्स तो ये भी हैं, कि प्रधानमंत्री को भी अपना इस्तीफा देना पड़ सकता है। दरअसल, ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन क्रिस पिंचर नाम के एक सांसद की वजह से मुसीबत में फंस गये हैं, जिन्हें बोरिस जॉनसन ने सरकार में बड़े पद पर बिठा दिया, जबकि क्रिस पिंचर पर सेक्स अपराध को अंजाम देने का आरोप है। आरोप है कि, क्रिस पिंचर ने लंदन के पब में नशे की हालत में सेक्स अपराध को अंजाम देने की कोशिश की थी और उसके बाद भी बोरिस जॉनसन ने उसे सरकार में बड़े पद पर नियुक्त कर दिया। लेकिन, जब विवाद काफी ज्यादा बढ़ गया और दोनों कैबिनेट मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया, तो बोरिस जॉनसन ने बयान जारी करते हुए कहा कि, उन्हें निलंबित सांसद के बारे में पता था और उसके बाद भी उन्होंने उसे उच्च पद पर बिठाया और इसके लिए उन्हें खेद है।
बोरिस जॉनसन की भारी फजीहत
पूरे यूनाइटेड किंगडम में लॉकडाउन लगाकर खुद पार्टी करने वाले बोरिस जॉनसन पहले से ही 'पार्टीगेट स्केंडल' में घिरे हुए हैं और ब्रिटेन में उनकी काफी बदनामी हो रही है और उनकी पार्टी दो उपचुनाव भी हार चुकी है। अपने त्याग पत्र में, वित्त मंत्री ऋषि सनक ने कहा कि, 'मेरे लिए चांसलर के रूप में पद छोड़ना, जबकि दुनिया महामारी के आर्थिक परिणामों को झेल रही है, यूक्रेन में युद्ध और अन्य गंभीर चुनौतियां हैं, उस वक्त मैंने ये फैसला हल्के में नहीं लिया है। लेकिन, जनता ठीक ही उम्मीद करती है कि सरकार सही ढंग से, सक्षम और गंभीरता से संचालित होगी। मैं मानता हूं कि यह मेरी आखिरी मंत्री पद की नौकरी हो सकती है, लेकिन मेरा मानना है कि इन मानकों के लिए लड़ना जरूरी है और इसलिए मैं इस्तीफा दे रहा हूं'। वहीं, स्वास्थ्य मंत्री साजिद जाविद ने कहा कि, 'यह बड़े अफसोस के साथ मुझे आपको बताना पड़ रहा है, कि मैं अब इस सरकार में अच्छे विवेक के साथ सेवा करना जारी नहीं रख सकता। मैं सहज रूप से एक टीम प्लेयर हूं लेकिन ब्रिटिश लोग भी अपनी सरकार से ईमानदारी की उम्मीद करते हैं'।
ब्रिटेन में मंगलवार को हुआ फुल ड्रामा
ब्रिटेन की राजनीति के लिए मंगलवार का दिन एक नाटकीय दिन था, जिसमें दो वरिष्ठ मंत्रियों के इस्तीफे से पहले, पीएम ने 2019 में उनके सामने यौन दुराचार के आरोप सामने आने के बाद भी क्रिस पिंचर को बर्खास्त नहीं करने के लिए माफी मांगी। इससे कुछ घंटे पहले, डाउनिंग स्ट्रीट पर एक पूर्व वरिष्ठ सिविल सेवक ने बोरिस डॉनसन की सरकार पर झूठ बोलने का आरोप लगाया। ये आरोप उन्होंने उस वक्त लगाए, जब उप प्रधानमंत्री, डोमिनिक राब, टीवी पर सरकार का बचाव कर रहे थे। उन्होंने ब्रिटिश प्रधानमंत्री जॉनसन पर 2019 में क्रिस पिंचर खिलाफ आरोपों के बारे में पता होने के बावजूद उसके खिलाफ कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाया । आपको बता दें कि, एक जुलाई को सरकार ने दावा किया कि प्रधानमंत्री को क्रिस के आरोपों के बारे में पता नहीं था, लेकिन कुछ देर बाद ही बोरिस जॉनसन ने कहा कि, उन्हें इसके बारे में जानकारी थी वहीं, साल 2015 से 2020 के बीच यूके विदेस मंत्रालय के सबसे वरिष्ठ रहे साइमन मैकडॉनल्ड्स ने भी ब्रिटिश सरकार पर झूठ बोलने का आरोप लगाया।
क्रिस पिंचर कांड क्या है, आइये समझाते हैं?
आपको बता दें कि, 29 जून को ब्रिटिश सांसद क्रिस पिंचर ने पिकाडिली के एक क्लब का दौरा किया था, जहां दो लोगों ने उन पर गलत तरीके से छूने का आरोप लगाया। द गार्जियन की रिपोर्ट के मुताबिकस मामले की सूचना मुख्य सचेतक को दी गई और एक दिन बाद पिंचर ने यह कहते हुए उप मुख्य सचेतक के रूप में इस्तीफा दे दिया, कि उन्होंने "शराब पी लिया और खुद को शर्मिंदा किया"। इससे पहले, 2017 में पूर्व पेशेवर रोवर और टोरी कार्यकर्ता एलेक्स स्टोरी ने 2001 में क्रिस पिंचर पर यौन संबंध बनाने का आरोप लगाया था। पिंचर ने तब व्हिप के कार्यालय से इस्तीफा दे दिया था, हालांकि उन्होंने आरोपों का खंडन किया था।
बोरिस जॉनसन पर क्यों आई आंच?
दरअसल, क्रिस पिंचर पर कई और महिलाओं ने भी गंभीर आरोप लगाए, लेकिन उसके बाद भी साल 2019 में बोरिस जॉनसन ने पिंचर को विदेश कार्यालय मंत्री और इस साल फरवरी में उप मुख्य सचेतक के रूप में नियुक्त कर दिया। इस भूमिका में उनकी जिम्मेदारियों में पार्टी के अनुशासन को बनाए रखना था। जबकि, पिंचर पर दो सांसदों के अलावा कऊ और महिलाओं ने सेक्सुअल संबंध बनाने की कोशिश करने के आरोप लगाए। लेकिन, पिछले हफ्ते उस वक्त एक बार फिर से बवाल मच गया, जब ये आरोप लगे, कि बोरिस जॉनसन को पिंचर के बारे में सब पता था। ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के पूर्व सहयोगी डोमिनिक कमिंग्स ने दावा किया, कि पीएम जॉनसन ने एक बार पिंचर को "नाम से पिंचर, स्वभाव से पिंचर" के रूप में संदर्भित किया था'। डोमिनिक कमिंग्स ने दावा कि, पीएम बोरिस जॉनसन ने खुद कहा था, कि उन्हें पिंचर के बारे में हर जानकारी है।
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