दीवाली की रात पृथ्वी के करीब से गुजरेगा ताजमहल से डबल आकार का खतरनाक Asteroid, जानें वैज्ञानिकों ने क्या कहा
दीवाली की रात पृथ्वी के करीब से गुजरेगा ताजमहल से डबल आकार का खतरनाक Asteroid, जानें वैज्ञानिकों ने क्या कहा
नई दिल्ली। कोरोनावायरस के कारण फैली महामारी के कारण इस बार दीवाली का त्योहार थोड़ा फीका पड़ गया हैं वहीं वैज्ञानिकों ने दिवाली पर अंतरिक्ष से से धरती की ओर तेजी से बढ़ रहे दो क्षुद्रग्रह आएंगे। ताजमहल से डबल साइज के इस क्षुद्रग्रह को लेकर वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है।
इस महामारी के बीच 2020 में अंतरिक्ष में भी होने वाली हलचल काफी बढ़ी हुई नजर आई। बता दें अंतरिक्ष उल्कापिंड से भरा पड़ा है, जो इधर-उधर तैरते रहते हैं। ऐसे में कई एस्टेरोइड पृथ्वी के बेहद करीब आ जाते हैं। इससे पहले 29 अप्रैल के एक विशाल उल्कापिंड धरती के करीब से गुजरा था, हालांकि इससे पृथ्वी को कोई नुकसान नहीं हुआ लेकिन इस घटना से काफी लोग भयभीत हो गए थे। वैज्ञानिक ऐसे उल्कापिंड पर नजर बनाए रखते हैं जिनके धरती की तरफ आने की संभावना ज्यादा होती है। अब नासा के वैज्ञानिकों ने कहा है कि पृथ्वी के पास से आज दीवाली की रात एक और उल्कापिंड गुरजरने वाला है।नासा के सेंटर फॉर नियर अर्थ ऑब्जेक्ट स्टडीज (CNEOS) के अनुसार, क्षुद्रग्रह 2020 टीबी 9 और 2020 एसटी 1 को 14 नवंबर को पृथ्वी से बिलकुल पास से गुजरेंगे।
वैज्ञानिकों के अनुसार दो क्षुद्रग्रह पृथ्वी की ओर बढ़ रहे हैं और उनमें से एक ताजमहल के आकार से दोगुना है जो दीवाली पर दिखेगा, ये क्षुद्रग्रह क्षुद्रग्रह 2020 TB9 और क्षुद्रग्रह 2020 ST1 हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार, नासा ने क्षुद्रग्रह 2020 एसटी 1 को एक "संभावित खतरनाक" क्षुद्रग्रह के रूप में वर्णित किया है जो 14 नवंबर को पृथ्वी पर पिछले जूमिंग होगा। नासा के सेंटर फॉर नियर-अर्थ ऑब्जेक्ट स्टडीज (CNEOS) ने कहा कि क्षुद्रग्रह 2020 ST1, जिसका आकार 175 मीटर है, पृथ्वी की पिछली गति 28,646 किमी प्रति घंटे की अनुमानित गति से तय करेगा। हालांकि ये दोनों ट्रैक करने के लिए क्षुद्रग्रहों की निगरानी की जा रही है और वैज्ञानिकों ने उम्मीद जताई है कि इसकी संभावना कम है कि ये दिवाली उत्सव के दिन इसके कारण कोई बड़ी दुर्घटनाग्रस्त होगी।
संभावित
खतरनाक
क्षुद्रग्रह
क्या
हैं?
वर्तमान
में
संभावित
खतरनाक
क्षुद्रग्रहों
को
उन
मापदंडों
के
आधार
पर
परिभाषित
किया
गया
है
जो
पृथ्वी
के
करीब
आने
की
चेतावनी
देने
के
लिए
क्षुद्रग्रह
की
क्षमता
को
मापते
हैं।
क्षुद्रग्रह
2020
टीबी
9
का
आकार
30
मीटर
है।
यह
एक
औसत
विमान
की
लंबाई
है।
यह
21,600
किलोमीटर
प्रति
घंटे
(किमी
प्रति
घंटे)
की
रफ्तार
से
आगे
बढ़ेगा।
वैज्ञानिकों
के
अनुसार
दिवाली
के
सप्तांत
तक
हम
चार
क्षुद्रग्रहों
का
गवाह
बनेगे
!
क्षुद्रग्रह 2020 वीएल 1 चंद्रमा नवंबर 13 की तुलना में पृथ्वी से केवल तीन गुना अधिक होगा और क्षुद्रग्रह 2019 वीएल 5 15 नवंबर को चंद्रमा से लगभग नौ गुना अधिक दूरी पर अतीत में उड़ान भरेगा। क्षुद्रग्रह 2020 टीबी 9 30 मीटर के औसत व्यास के साथ दो में से छोटा है - विमान की तुलना में मुश्किल से बड़ा। न केवल यह छोटा है, बल्कि यह 5 मिलियन किलोमीटर की दूरी पर भी होगा क्योंकि यह 21,600 किलोमीटर प्रति घंटे (किमी प्रति घंटे) की रफ्तार से पृथ्वी की ओर अपना करीबी दृष्टिकोण बनाता है।
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