जब पीएम मोदी अचानक पहुंच गए आतंकी हमलों का शिकार बने कोलंबो के सेंट एंथोनीज चर्च
कोलंबो। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को श्रीलंका के आधिकारिक दौरे पर थे। दूसरा कार्यकाल शुरू होने के साथ ही पीएम मोदी के दौरों की शुरुआत भी हो गई है। वह मालदीव होते हुए श्रीलंका पहुंचे थे। राजधानी कोलंबो में पीएम मोदी ने उस सेंट एंथोनीज चर्च का भी दौरा किया जो 21 अप्रैल को ईस्टर के मौके पर हुए आतंकी हमलों का निशाना बना था। जो बात सबसे ज्यादा हैरान करने वाली है, वह है कि मोदी बिना तय कार्यक्रम के ही चर्च पहुंच गए थे। उनके साथ श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरीसेना और पीएम रानिल विक्रमसिंघे भी थे। आईएसआईएस ने इन हमलों की जिम्मेदारी ली थी जिसमें 252 लोगों की मौत हो गई थी और मृतकों में 42 विदेश नागरिक नागरिक भी शामिल थे।
हमलों के बाद दौरा करने वाले पहले नेता
ईस्टर के मौके पर श्रीलंका में हुए आतंकी हमलों के बाद इस देश का दौरा करने वाले पीएम मोदी पहले नेता हैं। रविवार को जब पीएम मोदी राष्ट्रपति सिरीसेना से मुलाकात करने के लिए उनके ऑफिस के रास्ते में थी तभी उनकी गाड़ी चर्च की तरफ मुड़ गई। सेंट एंथोनीज चर्च कोलंबो के कोचछीकाडे में स्थित है। पीएम मोदी ने चर्च जाकर यहां पर मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी। पीएम मोदी ने आतंकी हमलों में मारे गए लोगों के प्रति अपनी संवेदनाएं भी जताईं।
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पीएम मोदी ने दी श्रद्धांजलि
मोदी ने ट्वीट किया, 'श्रीलंका दौरे की शुरुआत मैंने डरा देने वाले ईस्टर अटैक का निशाना बने सेंट एंथोनीज चर्च जाकर की और यहां पर पीड़ितों को श्रद्धांजलि दी।' पीएम मोदी ने कहा कि श्रीलंका इन हमलों से उबरकर फिर से आगे बढ़ेगा। पीएम मोदी ने कड़े शब्दों में हमलों की निंदा की और कहा कि आतंकवाद कभी भी श्रीलंका के जोश को हरा नहीं सकता है। कोलंबो पहुंचने पर श्रीलंकाई पीएम विक्रमसिंघे ने भंडारनायके एयरपोर्ट पर पीएम मोदी का स्वागत किया। पीएम मोदी का श्रीलंका और मालदीव दौरा भारत के सागर डॉक्ट्राइन यानी सिक्योरिटी एंड ग्रोथ फॉर ऑल इन द रीजन को आगे बढ़ाना है।
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गाड़ी में भी राष्ट्रपति के साथ चर्चा
पीएम मोदी ने राष्ट्रपति सिरीसेना के ऑफिस में वृक्षारोपण भी किया। राष्ट्रपति सिरीसेना के ऑफिस की तरफ से बयान जारी कर कहा गया, 'भारत और श्रीलंका दोनों ही आतंकवाद के पीड़ित हैं, दोनों नेताओं ने आतंकवाद के हर स्वरूप की कड़ी निंदा की है और साथ ही फैसला किया है कि इस क्षेत्र में आपसी सहयोग को आगे बढ़ाया जाएगा।' सिरीसेना के ऑफिस की ओर से बताया गया है कि कोलंबो और एयरपोर्ट के बीच 33 किलोमीटर की दूरी के दौरान दोनों नेताओं ने कार में भी इस पर चर्चा की।
'पड़ोसी पहले' की नीति
साल 2014 में जब पीएम मोदी पहले कार्यकाल के तहत देश की सत्ता में आए थे तो उन्होंने 'नेबरहुड फर्स्ट' पॉलिसी पर खासा जोर दिया था। दक्षिण एशिया के लिए पीएम मोदी की इस नीति के तहत उन्होंने देश की आर्थिक तरक्की के लिए पड़ोसियों को मिलने वाले फायदे का वादा भी किया था। पीएम मोदी ने मालदीव में रडार सिस्टम और मिलिट्री ट्रेनिंग सेंटर का उद्घाटन भी किया। दोनों प्रोजेक्ट्स की कीमत करीब 26 मिलियन डॉलर है और भारत की तरफ से इसे आर्थिक मदद दी गई है।