काफी तेजी से परमाणु हथियारों का जखीरा बढ़ा रहा है पाकिस्तान, अमेरिकी 'बुलेटिन' का सनसनीखेज खुलासा
बुलेटिन ऑफ द एटोमिक साइंटिस्ट ने ही ''मैनहट्टन प्रोजेक्ट'' को डिजाइन और विस्तार देने में अहम भूमिका निभाई थी, जिसके तहत 1945 में विश्व का पहला परमाणु बम तैयार किया गया था।
इस्लामाबाद/नई दिल्ली, सितंबर 11: दुनिया भर के आतंकियों के लिए जन्नत बना पाकिस्तान काफी तेजी के साथ परमाणु हथियारों का जखीरा बढ़ा रहा है। खुलासा हुआ है कि कंगाली के हालत में भी पाकिस्तान का परमाणु हथियार प्रेम कम नहीं हुआ है और वो तरह तरह के परमाणु हथियार बना रहा है। पाकिस्तान के साथ साथ चीन भी लगातार विध्वंसक परमाणु हथियार तैयार कर रहा है। ऐसे में सवाल ये उठ रहे हैं कि आखिर कब वैश्विक समुदाय आतंकियों के पनाहगार देश पाकिस्तान को लेकर सख्त कार्रवाई करेगा?
परमाणु हथियारों का जखीरा
अमेरिका स्थिति 'बुलेटिन ऑफ द एटोमिक साइंटिस्ट' ने 9 सितंबर को एक प्रकाशित रिपोर्ट में कहा है कि पाकिस्तान लगातार परमाणु हथियार तैयार कर रहा है। जिसमे वारहेड्स, डिलिवरी सिस्टम भी शामिल हैं। इस बुलेटिन को 1945 में उस मशहूर वैज्ञानिक ने शुरू किया था, जो ''मैनहट्टन प्रोजेक्ट'' को डिजाइन और विस्तार देने में अहम भूमिका निभाई थी, जिसके तहत विश्व का पहला परमाणु बम तैयार किया गया था। इस बुलेटिन में साफ-साफ कहा गया है कि पाकिस्तान काफी तेजी से न्यूक्लियर हथियार विकसित कर रहा है और 2025 तक पाकिस्तान के बाद 200 से ज्यादा परमाणु बम हो जाएंगे।
वैश्विक खतरा बना पाकिस्तान
इस बुलेटिन में चेतावनी जारी करते हुए कहा गया है कि 'अगर पाकिस्तान इसी रफ्तार से परमाणु बम बनाने का सिलसिला जारी रखता है तो 2025 तक पाकिस्तान के पास 200 से ज्यादा परमाणु बम हो जाएंगे'। बुलेटिन में कहा गया है कि 'ये पूरी तरह से साफ है कि पाकिस्तान लगातार परमाणु हथियारों का जखीरा बढ़ाने में लगा हुआ है'। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि अगर अभी के आंकड़ों की बात की जाए तो पाकिस्तान के पास फिलहाल 165 परमाणु हथियार हो चुके हैं। इसी साल शुरूआती महीनों में पब्लिश एक रिपोर्ट का हवाला देकर रिपोर्ट में कहा गया है कि साल 2020 के अंत तक पाकिस्तान ने 690 ग्राम ट्रिटियम विकसित कर लिया था, जिससे करीब 100 परमाणु हथियार बनाए जा सकते हैं।
भारत के खिलाफ पाकिस्तानी हथियार
इस रिपोर्ट में कहा गया है कि 'इसमें कोई शंका नहीं है कि पाकिस्तान जिन न्यूक्लियर हथियारों को विकसित करने में लगा हुआ है, उसका टार्गेट भारत ही रहने वाला है। और भारत को ध्यान में रखकर ही पाकिस्तान लगातार परमाणु हथियारों का जखीरा बढ़ा रहा है।' इस रिपोर्ट में कई सैटेलाइट तस्वीरों को शामिल किया गया है, जो पाकिस्तान के अलग अलग सैन्य अड्डों से लिए गये हैं। इन तस्वीरों से पता चलता है कि पाकिस्तान के सैन्य अड्डों पर ऐसे लॉन्चर्स लगे हुए हैं, जिससे परमाणु हथियार लॉन्च किया जा सकता है। बुलेटिन के मुताबिक, 'कई नये डिलिवरी सिस्टम को तैयार किया जा रहा है, चार प्लूटोनियम प्रोडक्शन रिएक्टर के साथ साथ यूरेनियम बनाने का इन्फ्रास्ट्रक्चर भी तैयार किया जा रहा है।'
भारत के खिलाफ 'कोल्ड स्टार्ट'
इस बुलेटिन में पूर्व पाकिस्तानी सैन्य अधिकारियों के हवाले से कहा गया है कि 'गैर-रणनीतिक परमाणु हथियारों पाकिस्तान ने विशेष जोर भारत को ध्यान में रखते हुए दिया है, जिसका मकसद ये है कि अगर भारत पहले कार्रवाई करता है तो जवाब दिया जा सके।'' पूर्व पाकिस्तानी अधिकारियों ने कहा है कि 'भारत पाकिस्तान को चारों तरफ से घेरने में लगा हुआ है और भारत के पास बड़े पैमाने पर पारंपरिक हमला करने वाले हथियार और और पाकिस्तान का मकसद ये है कि अगर भारत पाकिस्तान पर हमला करता है या फिर घुसपैठ करने की कोशिश करता है तो पाकिस्तान उसपर प्रतिक्रिया दे सके'।
न्यूक्लियर हथियार बनाने की खतरनाक क्षमता
बुलेटिन में दावा किया गया है कि पाकिस्तान ने बेहद समृद्ध, व्यवस्थित न्यूक्लियर हथियार बनाने वाले परिसर का विस्तार करना शुरू कर दिया है। इसमें इस्लामाबाद के पूर्व में स्थित कहुता यूरेनियम संवर्धन संयंत्र भी शामिल है, और इसके साथ ही इस्लामाबाद में शहर के उत्तर में गडवाल में संवर्धन संयंत्र का काम काफी तेजी से चल रहा है। बुलेटिन में कहा गया है कि, ऐसा लगता है कि चार 'हेवी वाटर' वाले प्लूटोनियम उत्पादन रिएक्टर पंजाब प्रांत में खुशाब से लगभग 33 किमी (20 मील) दक्षिण में खुशाब कॉम्प्लेक्स के रूप में बनाया गया है और इस परिसर में तीन रिएक्टर पिछले 10 वर्षों में जोड़े गए हैं।
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