पाकिस्तान एयरलाइंस के उच्चाधिकारियों के माथे पर तानी बंदूक, जानिए किराया कम करवाने का तालिबानी तरीका
पाकिस्तान एयरलाइंस ने अफगानिस्तान जाने वाली फ्लाइटों पर क्यों लगाई रोक, जानिए कमरे में तालिबान ने पाकिस्तानी अधिकारियों के साथ क्या किया?
इस्लामाबाद/काबुल, अक्टूबर 15: पाकिस्तान ने अफगानिस्तान में उड़ाने रोक दी हैं और अब पाकिस्तानी एयरलाइंस की उड़ाने सस्पेंड करने के पीछे की वजहें सामने आ रही हैं। अमूमन होता ये है कि, अगर दो देशों के बीच एयरलाइंस टिकट की कीमतों को लेकर विवाद उठता है, तो मिल-बैठकर बातचीत के जरिए टिकट की कीमत पर फैसला किया जाता है, लेकिन तालिबान ने टिकट की कीमत कम करने के लिए पाकिस्तानी एयरलाइंस के बड़े अधिकारी के माथे पर बंदूक तान दी थी।
अफगानिस्तान से उड़ाने बंद
पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस ने तालिबान के "भारी हाथ" हस्तक्षेप का हवाला देते हुए अफगानिस्तान की राजधानी काबुल के लिए उड़ानें निलंबित कर दी हैं। काबुल पर तालिबान के नियंत्रण के बाद सारी देशों ने अपनी- अपनी उड़ाने बंद कर दी थी, लेकिन चूंकी पाकिस्तान, तालिबान को अपना दोस्त मानता है, लिहाजा पाकिस्तान ने उड़ाने जारी रखने का फैसला किया था। लेकिन, अब पाकिस्तान एयरलाइंसन ने कहा है कि, तालिबान के शासन में अफगानिस्तान में विमान व्यापार संभव नहीं है, लिहाजा पाकिस्तान अगले आदेश तक अफगानिस्तान के लिए तमाम उड़ानों पर रोक लगाता है। पाकिस्तानी एयरलाइंस अभी तक एकमात्र विदेशी विमान कंपनी है, जो अभी तक काबुल से नियमित उड़ाने संचालित कर रही थी।
क्यों नाराज हुआ तालिबान?
रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान से अफगानिस्तान की राजधानी काबुल तक का टिकट काफी ज्यादा महंगा बिक रहा था। बताया जा रहा है कि, खराब आर्थिक हालत से गुजर रहे पाकिस्तान एयरलाइंस यात्रियों से मनमानी कीमत वसूल कर रहा था। तालिबान का कहना है कि, पाकिस्तान से आने वाली विमानों में यात्रियों से 10 गुना ज्यादा तक किराए वसूले जाते थे, जो नाकाबिले बर्दाश्त है। तालिबान सरकार के परिवहन मंत्रालय ने रॉयटर्स के हवाले से एक बयान में कहा कि, टिकटों को "इस्लामिक अमीरात की जीत से पहले जितना किराया था, उतना ही किराया अभी भी लिया जाना चाहिए", यानी पाकिस्तान से काबुल के लिए उस वक्त टिकट की कीमत 120 से 150 डॉलर होती थी और वही किराया अभी भी होना चाहिए, लेकिन पाकिस्तानी एयरलाइंस 1200 से 1500 डॉलर किराया वसूल कर रही है।
गुस्साए तालिबान ने उठाया कदम
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, तालिबान ने यात्रियों से आग्रह किया था कि, अगर उनसे पाकिस्तानी एयरलाइंस वाले ज्यादा किराया वसूलते हैं, तो उसकी शिकायत करें और अगर एयरलाइंस वाले बात नहीं मानते हैं, तो उनकी उड़ानों पर प्रतिबंध लगा दिया जाएगा। तालिबान ने कहा है कि, उसने पाकिस्तानी एयरलाइंस को बार बार 'काफी ज्यादा' किराए के बारे में बताया था, लेकिन पाकिस्तान की तरफ से ध्यान नहीं दिया गया। लेकिन पाकिस्तान एयरलाइंस के प्रवक्ता अब्दुल्ला खान ने बीबीसी से कहा कि, कंपनी को अधिकारियों द्वारा नियमों और उड़ान अनुमतियों में अंतिम समय में बदलाव से निपटना था।
अधिकारियों पर तानी गई बंदूक
पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस के प्रवक्ता अब्दुल्ला खान ने कहा कि, तालिबान के लोग लगातार हमारे अधिकारियों और कर्मचारियों को धमकी दे रहे थे और कई अधिकारियों को कई घंटों तक बंदूक की नोक पर रखा गया था। प्रवक्ता अब्दुल्ला खान ने कहा कि, उड़ानों के लिए बीमा की रकम इतनी ज्यादा है, कि निर्धारित उड़ाने संचालित करना असंभव हो गया था और पाकिस्तानी एयरलाइंस का अफगानिस्तान से उड़ाने भरने का फैसला मानवीय आधार पर लिया गया था। उन्होंने कहा कि, सीटों की भारी कमी का मतलब एकतरफा टिकटों की बिक्री 1200 डॉलर से ज्यादा है।
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