'पहले जैसी तबाही नहीं मचाएगा ओमिक्रॉन', अब ऑक्सफोर्ड के विशेषज्ञ ने दी राहत भरी खबर
नई दिल्ली, 30 दिसंबर: पूरी दुनिया में ओमिक्रॉन वेरिएंट के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। भारत का नाम भी ओमिक्रॉन से प्रभावित देशों की लिस्ट में शामिल है। कई विशेषज्ञ दावा कर रहे थे कि कोरोना की तीसरी लहर ओमिक्रॉन की वजह से आ सकती है। हालांकि अब ऑक्सफोर्ड के वैज्ञानिक ने दावा किया है कि इस वेरिएंट से घबराने की जरूरत नहीं है, क्योंकि ये पिछले वाले की तुलना में ज्यादा घातक नहीं है।
बीबीसी रेडियो के कार्यक्रम में ऑक्सफोर्ड के प्रोफेसर जॉन बेल ने कहा कि ओमिक्रॉन को लेकर पूरी दुनिया परेशान है। इस वेरिएंट को नवंबर में देखा गया था। अभी तक की रिसर्च में पता चला कि ये कम गंभीर प्रकृति का है। इसके साथ ही इससे संक्रमित लोग अस्पताल में कम वक्त बिताते हैं, जबकि पिछले साल आई लहरों में ज्यादा मरीज संक्रमित हुए। इस वजह से आईसीयू, अस्पताल में जगह तक नहीं मिली। ऐसे में ओमिक्रॉन उसकी तुलना में कम खतरनाक है।
ब्रिटेन
नहीं
लागू
करेगा
सख्त
प्रतिबंध
बेल
का
ये
बयान
यूके
सरकार
के
उस
फैसले
के
बाद
आया,
जिसमें
उन्होंने
साफ
किया
था
कि
न्यू
ईयर
के
मौके
पर
वहां
पर
सख्त
कोविड
प्रोटोकॉल
लागू
नहीं
होगा।
वहां
पर
पिछले
एक
हफ्ते
में
कोविड
संक्रमण
में
सवा
लाख
की
बढ़ोतरी
हुई
है।
ब्रिटिश
सरकार
के
मुताबिक
वो
नए
आंकड़ों
की
निगरानी
कर
रहे
हैं।
साथ
ही
सभी
से
जश्न
के
दौरान
सावधानी
बरतने
की
अपील
की
जा
रही
है।
भारत
में
कितने
केस?
गुरुवार
सुबह
जारी
स्वास्थ्य
मंत्रालय
की
रिपोर्ट
के
मुताबिक
देश
में
अब
तक
ओमिक्रॉन
के
961
मामले
दर्ज
किए
गए
हैं।
जिसमें
सर्वाधिक
263
दिल्ली
में
हैं।
इसके
अलावा
रोजाना
के
केस
की
बात
करें
तो
पिछले
24
घंटों
में
13,154
नए
मरीज
सामने
आए।
ऐसे
में
एक्टिव
केस
की
संख्या
82,402
हो
गई
है।
हालांकि
राहत
भरी
खबर
ये
भी
है
कि
देश
में
वैक्सीनेशन
का
कुल
आंकड़ा
1,43,83,22,742
के
पार
है।