OnePlus और Oppo के फोन बैन, जर्मनी ने चाइनीज फोन की धांधली पकड़ने के बाद दी सजा
बर्लिन, 10 अगस्तः भारत में 12,000 से कम कीमत वाले चाइनीज फोन की बिक्री बंद होने की चर्चाओं के बीच जर्मनी ने चीन के दो प्रमुख ब्रांडों के फोन की बिक्री पर रोक लगा दिया है। जर्मनी सरकार ने चीनी स्मार्टफोन निर्माता ओप्पो और उसके उप-ब्रांड वनप्लस को नोकिया के साथ पेटेंट मुकदमा हारने के बाद स्मार्टफोन की बिक्री रोकने का आदेश दिया है।
नोकिया ने कोर्ट में घसीटा
जर्मनी द्वारा चीनी मोबाइल कंपनियों पर प्रतिबंध लगने का कारण नोकिया के साथ चल रहा पेटेंट विवाद है। यूरोपीय पेटेंट समाचार साइट जुवे पेटेंट की रिपोर्ट के अनुसार, नोकिया ने इन दोनों कंपनियों पर लाइसेंस के भुगतान के बिना 4G और 5G सिग्नल को प्रोसेस्ड करने के लिए अपनी पेटेंट तकनीक का उपयोग करने का आरोप लगाते हुए अदालत में घसीटा था। नोकिया का कहना था कि ये दोनों कंपनियां अपने स्मार्टफोन में जिन टेक्नोलॉजी का उपयोग कर रही है उसका पेटेंट सिर्फ नोकिया के पास है।
कोर्ट ने बिक्री रोकने का दिया आदेश
इस साल जुलाई की शुरुआत में, मैनहेम डिस्ट्रिक्ट कोर्ट, जर्मनी ने नोकिया के पक्ष में फैसला सुनाया और पाया कि ओप्पो और वनप्लस के पास अपने स्मार्टफोन में इस्तेमाल होने वाली 4G और 5G तकनीक के लिए वैध लाइसेंस नहीं थे। इसके बाद बीते शुक्रवार को जर्मन अदालत ने इन दोनों कंपनियों के फोन की बिक्री को रोकने का आदेश दिया।
oppo और oneplus ने स्टोर किए बंद
जानकारी के मुताबिक ओप्पो और वनप्लस ने इस आदेश का पालन किया है और अपने स्टोर बंद कर दिए हैं। इस फैसले के बाद उम्मीद जताई जा रही है कि यूरोप के अन्य देश भी जर्मनी की तरह इन दो चाइनीज मोबाइल कंपनियों पर बैन लगा सकते हैं। चीनी कंपनियां ओप्पो और वनप्लस जर्मनी सहित पूरे यूरोप में अपने 5जी मोबाइल बेच रही हैं।
दूसरे देशों में भी लग सकता है बैन
फिनलैंड की कंपनी नोकिया इन दोनों चाइनीज ब्रांड्स के खिलाफ फिनलैंड, स्वीडन, फ्रांस, स्पेन, नीदरलैंड्स और ग्रेट ब्रिटेन में भी केस लड़ रहा है। यदि चीनी कंपनियां यहां भी केस हारती हैं तो उनके हाथ से समस्त यूरोप का बाजार छिन सकता है। जो कि चीन के लिए एक बड़ा झटका होगा।
भारत में भी लग सकता है बैन
भारत सरकार भी चाइनीज कंपनियों को एक और झटका देने जा रही है। चाइनीज मोबाइल कंपनियों पर बड़ी कार्रवाई करते हुए 150 डॉलर या 12,000 रुपये से कम कीमत वाले फोन को भारत में बैन कर सकती है। ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक सरकार ने यह फैसला घरेलू कंपनियों को बढ़ावा देने के लिए किया जा सकता है।
घरेलू कंपनियों को मिलेगा बढ़ावा
यदि यह कदम प्रभावी होता है तो इससे श्याओमी, पोको, वीवो, ओप्पो जैसी कंपनियों की बिक्री प्रभावित हो सकती हैं। बता दें कि भारत इस वक्त दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा स्मार्टफोन बाजार है, लेकिन कब्जा चाइनीज कंपनियों का है। घरेलू कंपनियां इन चाइनीज कंपनियों के आगे टिक नहीं पा रही है।
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