नीरव मोदी की कंपनी ने अमेरिका में दिवालिया कानून के तहत मांगा संरक्षण
नई दिल्ली। 12,000 करोड़ से ज्यादा का बैंक फ्रॉड के आरोपी नीरव मोदी की कंपनी में अमेरिका में खरीदार काफी दिलचस्पी ले रहे हैं। मोदी की कंपनी की ओर से कोर्ट फाइलिंग में कहा गया है कि कंपनी में संभावित खरीदार दिलचस्पी दिखा रहे हैं। फायरस्टार डायमंड इंक ने अमेरिका में 26 फरवरी को न्यूयॉर्क के सदर्न डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में दिवालिया संरक्षण को लेकर अपील दायर की है। अंतरराष्ट्रीय आभूषण कारोबार कंपनी फायरस्टार डायमंड ने अमेरिका में दिवालिया कानून के तहत संरक्षण मांगा है। अदालत में दस्तावेज दाखिल कर कंपनी ने 10 करोड़ डॉलर की संपत्तियों व कर्ज का जिक्र किया है। कोर्ट में कहा गया है कि नकदी व आपूर्ति में परेशानियों के चलते वह इस स्थिति में पहुंची है।
नीरव मोदी पर पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) में 1.77 बिलियन डॉलर (करीब 11,500 करोड़) के फ्रॉड करने के आरोप हैं। ये घोटाला बैंक की मुंबई स्थित एक ब्रान्च में हुआ है। पीएनबी ने बाद में फ्रॉड की रकम 11,500 करोड़ से बढ़कर 12,717 करोड़ रुपए हो जाने की बात कही है। सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने इस मामले में एफआईआर दर्ज की है। पीएनबी घोटाले में ईडी ने मेहुल चोकसी की 41 अचल संपत्तियों को जब्त किया है। इन संपत्तियों की कीमत करीब 1217 करोड़ रुपए बताई जा रही है। जब्त की गई संपत्तियों में मुंबई स्थित 15 फ्लैट और 17 ऑफिस, कोलकाता स्थित शॉपिंग मॉल और अलीबाग में चार एकड़ जमीन पर बना फार्महाउस शामिल हैं।
एक दिन पहले सीबीआई के अधिकारियों ने बताया है कि नीरव मोदी से ईमेल के जरिए संपर्क किया गया था और जांच में सहयोग करने को कहा था। नीरव मोदी ने सीबीआई को साफ तौर पर कह दिया कि वो कोई मदद नहीं कर सकता है। उसने कहा कि उसके विदेश बहुत से बिजनेस हैं और उन्हें इस पर ध्यान देना है इसलिए वो जांच एजेंसी की कोई मदद नहीं कर सकते।