फोन पर हुई पीएम मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच अफगानिस्तान पर चर्चा
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक दूसरे से फोन पर सोमवार देर रात बात की है। दोनों नेताओं ने इस फोन कॉल में अफगानिस्तान पर चर्चा की। इसके अलावा दोनों के बीच व्यापार को लेकर भी बात हुई है। भारत और अमेरिका की ओर से जारी एक आधिकारिक बयान में इसकी पुष्टि की गई है। आपको बता दें कि ट्रंप और मोदी के बीच फोन पर बात ऐसे समय हुई है जब पिछले दिनों अमेरिकी राष्ट्रपति ने अफगानिस्तान में भारत के सहयोग पर मजाक उड़ाया था। डोनाल्ड ट्रंप ने अफगानिस्तान से करीब 7,000 अमेरिकी सैनिकों की वापसी का ऐलान कर दिया है जिस पर विवाद जारी है।
साल 2019 में संबंधों में आएगी मजबूती
भारत की ओर से इस पर बयान जारी किया गया है। ट्रंप और मोदी ने फोन पर अफगानिस्तान पर चर्चा के अलावा अमेरिका-भारत के बीच रणनीतिक साझेदारी, व्यापार घाटा, रक्षा क्षेत्र में आपसी सहयोग और सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर भी वार्ता की। बयान के मुताबिक दोनों नेताओं ने साल 2018 में दोनों देशों के आपसी संबंधों में हुई तरक्की पर संतोष जताया है। इसके अलावा 2+2 डायलॉग जैसे प्रयासों के शुरू होने की भी सराहना की गई है। इसके अलावा पहली बार भारत, जापान और अमेरिका के बीच हुए त्रिपक्षीय शिखर सम्मेलन की भी तारीफ की गई है।
अफगानिस्तान में सेनाएं तैनात करे भारत
बयान में कहा गया है कि दोनों नेताओं ने रक्षा, काउंटर टेररिज्म और ऊर्जा के क्षेत्र में आपसी सहयोग को बढ़ाने के अलावा क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय क्षेत्रों से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की। दोनों नेताओं ने उम्मीद जताई है कि साल 2019 में भी अमेरिका और भारत के बीच द्विपक्षीय सहयोग में और मजबूती आएगी। व्हाइट हाउस की ओर से जो रीडआउट जारी किया गया है कि उसमें कहा गया है कि अमेरिका ने भारत के साथ व्यापार घाटे पर चर्चा की है। इसके अलावा इंडो-पैसेफिक क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ाने और अफगानिस्तान में मदद बढ़ाने पर भी पीएम मोदी से बातचीत की गई है। राष्ट्रपति ट्रंप चाहते हैं कि भारत, अफगानिस्तान में निर्माण कार्यों के अलावा दूसरे क्षेत्र में जैसे तालिबान से लड़ने के लिए सेनाओं के डेप्लॉयमेंट में भी आगे आए।
ट्रंप ने उड़ाया था भारत का मजाक
पिछले दिनों राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा था कि उनकी पीएम मोदी के साथ अच्छी केमेस्ट्री है और मोदी काफी स्मार्ट। मोदी हमेशा उन्हें बताते रहते हैं कि उन्होंने अफगानिस्तान में एक लाइब्रेरी का निर्माण कराया है। इसके बाद भारत सरकार की ओर से अमेरिका को जवाब दिया गया है उसमें साफ-साफ कहा गया कि अफगानिस्तान को नई दिल्ली की तरफ से जो मदद दी जा रही है, उसकी वजह से कई जिंदगियों में बदलाव आ रहा है। भारत ने ट्रंप की टिप्पणी पर गहरा रोष जताया है। ट्रंप ने अफगानिस्तान में भारत की ओर से दी जा रही मदद को कहा है, 'इतना तो अमेरिका पांच घंटे में कर देता है।' ट्रंप भारत को अफगानिस्तान मिलिट्री के भारत को और ज्यादा मदद के लिए प्रोत्साहित करना चाहते हैं।