म्यांमार के राजदूत की चीन में मौत, एक साल में चौथे ऐसे दूत जिनकी अचानक हुई मौत, मचा हंगामा
बीजिंग, 09 अगस्तः चीन में म्यांमार के राजदूत यू मयो थांट का रविवार को देश के दक्षिणी पश्चिमी शहर कुनमिंग में निधन हो गया। यू मायो थांट 2021 के बाद से चीन में मरने वाले चौथे विदेशी राजदूत हैं। रॉयटर्स के अनुसार, म्यांमार के विदेश मंत्रालय द्वारा सोमवार को एक सरकारी समाचार पत्र में राजदूत को दिए गए मृत्युलेख में उनकी मृत्यु का कारण नहीं बताया गया है।
सोशल मीडिया पर उठ रहे सवाल
म्यांमार की सरकारी मीडिया और बीजिंग में राजनयिक सूत्रों ने राजदूत के निधन की जानकारी दी है। म्यांमार के एक मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि राजदूत यू मयो की मौत का कारण हार्ट अटैक हो सकता है। पिछले एक साल में यह चौथे राजदूत हैं जिनकी चीन में यूं अचानक से मौत हो गई है। इससे सोशल मीडिया में कई सवाल उठाए जा रहे हैं। लोगों को चीन में राजदूतों का यूं अचानक मर जाना संदेह पैदा कर रहा है।
चीनी विदेश मंत्रालय ने जताया दुख
इस बीच, चीनी विदेश मंत्रालय ने थांट पे के आकस्मिक निधन पर दुख व्यक्त किया। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान कहा, "हम चीन में म्यांमार के राजदूत यू मायो थांट की आकस्मिक मृत्यु पर गहरा शोक व्यक्त करते हैं और उनके परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं।"
2019 में यू मयो हुए थे नियुक्त
एक स्थानीय समाचार रिपोर्ट के अनुसार, यू मयो थांट को आखिरी बार शनिवार को दक्षिण-पश्चिमी चीनी प्रांत युन्नान में एक स्थानीय अधिकारी से मिलते हुए देखा गया था, जो म्यांमार की सीमा में है। एक स्थानीय मीडिया रिपोर्ट में इसकी जानकारी दी गई है। चीन में म्यांमार के दूतावास ने इस घटना पर तत्काल कोई बयान नहीं जारी किया है। म्यांमार के राजदूत यू मयो थांट को साल 2019 में चीन में नियुक्त किया गया था। म्यांमार में फरवरी 2021 में सत्ता पर सेना के कब्जे के बाद भी राजदूत यू मयो अपने पद पर बने रहे।
राजदूत के निधन की एक साल में चौथी घटना
पिछले एक साल में चीन में राजदूत के निधन की ये चौथी घटना है। मरने वाले अन्य विदेशी दूतों में जर्मन राजदूत जान हेकर, यूक्रेन के राजदूत सेरही कामीशेव और फिलीपींस के राजदूत जोस सैंटियागो चिटो स्टा शामिल हैं। 54 वर्षीय जर्मन राजदूत जान हेकर की बीजिंग में पोस्टिंग के दो सप्ताह से भी कम समय में सितंबर में मृत्यु हो गई थी जबकि 65 वर्षीय यूक्रेन के राजदूत काम्यशेव की फरवरी 2021 में बीजिंग शीतकालीन ओलंपिक स्थल की यात्रा के दौरान या उसके तुरंत बाद मृत्यु हो गई थी। फिलीपीन्स के राजदूत जोसे सेंटियागो चिटो की चीन के पूर्वी प्रांत अनहूई में कोविड क्वारंटाइन के दौरान अप्रैल महीने में मौत हो गई थी।
भारत
के
सीमावर्ती
इलाकों
में
तेजी
से
बढ़
रही
है
मुस्लिम
आबादी,
आंकड़े
देख
सुरक्षा
बलों
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दी
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