बीमारी की वजह से कमजोर होते जा रहे मुशर्रफ, नहीं लौट सकते पाकिस्तान
नई दिल्ली। पूर्व तानाशाह जनरल परवेज मुशर्रफ का पाकिस्तान लौटना अब मुश्किल दिखाई दे रहा है। एक सीनियर लीडर के मुताबिक, तबीयत खराब होने की वजह वह लगातार कमजोर होते जा रहे हैं। पाकिस्तान डेली 'डान' से बात करते हुए पार्टी लीडर ने कहा कि वे मुशर्रफ की लाइफ को जोखिम में नहीं डाल सकते हैं। उन्होंने कहा कि मुशर्रफ एक ही शर्त पर पाकिस्तान लौट सकते हैं, जब उन्हें फ्री ट्रायल और इलाज के लिए देश से बाहर जाने की इजाजत मिले।
2016 में पाकिस्तान छोड़ दिया था
मुशर्रफ ने 3 नवंबर 2007 को संविधान को निलंबित कर दिया था, जो राष्ट्रद्रोह का सामना कर रहे हैं। हालांकि, उन्होंने 2016 में पाकिस्तान छोड़ दिया था और अपने मेडिकल कारणों का हवाला देते हुए वह दुबई चले गए थे। तब से 72 वर्षीय पूर्व तानाशाह वापस नहीं लौटे हैं। पाकिस्तान की एक विशेष अदालत ने मुशर्रफ को एक घोषित अपराधी घोषित कर दिया गया है, जिसके बाद उन्हें पाकिस्तान प्रत्यर्पित करने पर विचार किया जा रहा है।
हर तीन महीनों में इलाज के लिए लंदन जाना पड़ता है
ऑल पाकिस्तान मुस्लिम लीग (एपीएमएल) के पूर्व अध्यक्ष मुहम्मद अमजद के मुताबिक, मुशर्रफ को अपनी बीमारी के कारण हर तीन महीनों में इलाज के लिए लंदन जाना पड़ता है। "परवेज मुशर्रफ की रीढ़ की हड्डी में एक फ्रैक्चर था, जिसके लिए उन्होंने संयुक्त राज्य अमेरिका में इलाज किया था। लेकिन आजकल उनका एक अलग बीमारी के लिए इलाज किया जा रहा है। इसके लिए उन्हें हर तीन महीनों के बाद लंदन जाना पड़ रहा है। हालांकि, अमजद ने कहा कि मुशर्रफ की बीमारी की डिटेल के बारे में ज्यादा जिक्र नहीं किया।
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एशिया कप में दिखे थे मुशर्रफ
अमजद ने कहा कि मुशर्रफ अदालत के सामने उपस्थित होना चाहते हैं और यह तय करने के लिए कि कब और कैसे वापस आना है, उनकी कानूनी टीम इस पर विचार कर रही है। उन्होंने यह भी दावा किया कि पूर्व तानाशाह को 25 जुलाई के आम चुनावों से पहले पाकिस्तान वापस लौटना था, लेकिन उनके रास्ते में बाधाएं पैदा हुईं, जिससे वे नहीं आ पाए। मुशर्रफ का पिछले महीने एशिया कप के भारत-पाकिस्तान मैच देखते हुए देखा गया था।