मक्का में घुसकर शख्स ने दी क्वीन एलिजाबेथ को श्रद्धांजलि, भारी हंगामे के बीच पुलिस ने किया गिरफ्तार
सऊदी अरब के पवित्र शहर मक्का जाकर क्वीन एलिजाबेथ को श्रद्धांजलि देने वाले शख्स को सऊदी अरब की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार होने वाला व्यक्ति यमन का है
रियाद, 13 सितंबरः सऊदी अरब के पवित्र शहर मक्का जाकर क्वीन एलिजाबेथ को श्रद्धांजलि देने वाले शख्स को सऊदी अरब की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार होने वाला व्यक्ति यमन का है और उसे सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल होने के बाद गिरफ्तार किया गया।
सोशल मीडिया पर किया पोस्ट
शख्स ने सोमवार को सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया था जिसमें वह इस्लाम के सबसे पवित्र तीर्थ स्थल मक्का की ग्रैंड मस्जिद के अंदर से क्वीन एलिजाबेथ के सम्मान में एक बैनर लिए खड़ा नजर आ रहा था। बतादें कि इस जगह पर गैर-मुसलमानों का आना निषेध है। यमनी नागरिक ने यहां पहुंच कर एक बैनर लहराया जिस पर लिखा था, "क्वीन एलिजाबेथ द्वितीय की आत्मा के लिए, अल्लाह उन्हें स्वर्ग में शांति प्रदान करे और उन्हें धर्मी लोगों के बीच स्वीकार करे।"
पुलिस ने गिरफ्तार कर भेजा जेल
इस वीडियो के वायरल होते ही दुनिया भर के मुसलमानों में आक्रोश फैल गया और वह नियमों और निर्देशों का उल्लंघन करने के आरोपों में शख्स की गिरफ्तारी की मांग करने लगे। सोमवार देर रात राज्य मीडिया द्वारा दिए एक बयान में कहा गया कि ग्रैंड मस्जिद के सुरक्षा बलों ने यमनी नागरिक को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने आरोपों का सामना करने के लिए उसे लोक अभियोजक के पास भेज दिया है।
मक्का में घुस गया था यहूदी पत्रकार
सऊदी अरब ने इस्लामिक संवेदनाओं को ठेस पहुंचाने की आशंका को देखते हुए पवित्र प्रांगण में बैनर ले जाने या राजनीतिक राजनीतिक नारे लगाने पर भी प्रतिबंध लगा रखा है। बतादें कि इस जगह पर मृत मुसलमानों का ओर से उमराह करना स्वीकार्य है लेकिन ये रानी एलिजाबेथ की तरह गैर मुसलमानों पर लागू नहीं होता है। इससे पहले भी एक इजरायली पत्रकार ने भी मक्का का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया था जिसके लिए पत्रकार को आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था।
19 सितंबर को होगा रानी एलिजाबेथ का अंतिम संस्कार
बीते गुरुवार को ब्रिटिश क्वीन एलिजाबेथ का 96 साल की उम्र में निधन हो गया था। ब्रिटेन के महाराज के रूप में चार्ल्स तृतीय ने सोमवार को पहली बार संसद को संबोधित करते हुए महारानी एलिजाबेथ द्वितीय को श्रद्धांजलि दी और संवैधानिक शासन के अनमोल सिद्धांतों को बनाए रखने में अपनी प्रिय दिवंगत मां द्वारा पेश की गई निस्वार्थ कर्तव्य की मिसाल का पालन करने का संकल्प लिया। 19 सितंबर को रानी का अंतिम संस्कार किया जाएगा। बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, लगभग 500 विदेशी गणमान्य व्यक्तियों के लंदन में महारानी एलिजाबेथ के अंतिम संस्कार में शामिल होने की उम्मीद है। अधिकांश उन देशों के राष्ट्राध्यक्षों को निमंत्रण भेजा गया है, जिनके साथ ब्रिटेन के राजनयिक संबंध हैं।
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