शिंजो आबे से पहले इस जापानी पीएम पर हो चुका है हमला, जापानी जनता ने दिया था अपराधियों का साथ
जापान, 08 जुलाईः जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे पर हमला हुआ है। जिस समय वह स्टेज पर भाषण दे रहे थे ठीक उसी समय उन पर हमला हुआ। गोली लगने के बाद से वह जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं। इस घटना ने दुनिया भर के नेताओं को हिला दिया है। इस बीच दुनियाभर से नेताओं ने उनपर हुए हमले के बाद शोक जताया है और उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना की है। लेकिन यह पहली बार नहीं है जब किसी जापानी प्रधानमंत्री पर हमला हुआ है। इससे पहले भी दो जापानी प्रधानमंत्रियों को हमले का सामना करना पड़ा है जिसमें एक को जान गंवानी पड़ी थी।
1932 में जापानी पीएम पर हुआ हमला
पहली बार ठीक 90 साल पहले जापान में ये घटना घटी थी, जब जापान के किसी प्रधानमंत्री पर हमला किया गया था। 15 मई 1932 को तत्कालीन प्रधानमंत्री इनुकाई सुयोशी पर एक युवा नेवी ऑफिसर ने हमला कर दिया था। इस घटना को जापान और दुनिया के इतिहास में 5.15 घटना के नाम से जाना जाता है। ये हमला जापान में तख्तापलट की कोशिशों का नतीजा था। इस हमले में इम्पीरियल जापानी आर्मी के कैडेट्स भी शामिल थे। हमले में लीग ऑफ ब्लड नाम के चरमपंथी संगठन के लोग भी जुड़े हुए थे।
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हमलावरों को मिला जनता का साथ
जापानी पीएम इनुकाई सुयोशी पर 11 नेवी ऑफिसर्स ने हमला किया था। सबसे आश्चर्यजनक बात तो है कि जापानी पीएम पर हुए हमले को वहां की जनता का समर्थन हासिल था। इस घटना का ट्रायल बहुत ही कमजोर रहा। ऐसे में हत्यारों को बहुत कम सजा मिल पाई। यहां से जापान में सेना का दबाव भी बढ़ा और लोकतंत्र कमजोर होता गया। इस घटना को जापान की राजशाही को कमजोर करने वाला भी माना जाता है।
चार साल बाद फिर से खेला गया खूनी खेल
प्रधानमंत्री पर हमले की इस घटना के ठीक चार साल बाद जापान में एक और घटना हुई। उस दौरान तत्कालीन प्रधानमंत्री केसके ओकादा के बहनोई समेत चार लोगों की हत्या कर दी गई। इस घटना में प्रधानमंत्री केसके ओकादा बाल-बाल बच गए।
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