बेलारूस में परमाणु हथियारों की तैनाती से भड़का जापान, 80 रूसी कंपनियों पर लगाया बैन, ये बड़ी कंपनियां शामिल
जापान ने कहा कि युद्ध के दौरान परमाणु बमबारी का सामना करने वाला वह दुनिया एकमात्र देश है। इस वजह से जापान कभी भी रूस के परमाणु खतरे को स्वीकार नहीं करेगा। रूस इसके इस्तेमाल को छोड़ दें।
रूस ने बेलारूस में परमाणु हथियारों की तैनाती शुरू कर दी है। इससे नाराज होकर जापान ने शुक्रवार को 80 रूसी कंपनियों पर निर्यात प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है।
जापान के विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को एक बयान जारी करते हुए कहा कि G7 देशों के साथ एक मिली जुली कार्रवाई में जापान रूस में सेना के अधिकारियों सहित 78 समूहों और 17 व्यक्तियों की संपत्ति को फ्रीज करेगा।
इसके अलावा जापान ने 80 रूसी संस्थाओं जैसे सैन्य-संबद्ध अनुसंधान प्रयोगशालाओं को निर्यात पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है। जापानी व्यापार मंत्रालय के एक बयान में कहा कि जापान, रूस को निर्माण और इंजीनियरिंग सेवाएं देने पर भी प्रतिबंध लगाएगा।
जापानी प्रतिबंध से प्रभावित कंपनियों में रूसी मोबाइल फोन ऑपरेटर मेगाफॉन, सैन्य-तकनीकी सहयोग की संघीय सेवा, रक्षा उद्योग में उन्नत अनुसंधान परियोजनाओं के लिए रूसी फाउंडेशन, एनपीओ लवॉचिन डिजाइन ब्यूरो, कामाज़ ट्रक निर्माता, स्कोल्कोवो फाउंडेशन और स्कोल्कोवो आदि संस्थान शामिल हैं।
जापान इस तरह के बैन कब से लागू करेगा इसकी तारीख नहीं बताई गई है। पिछले साल फरवरी में यूक्रेन में सेना भेजने के बाद रूस पर कई प्रतिबंध लगे थे, लेकिन कीव और उसके सहयोगियों की ओर से मास्को के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग के बाद प्रतिबंध का दायरा फिर से बढ़ाया गया है।
जापान के मुख्य कैबिनेट सचिव हिरोकाजू मात्सुनो ने शुक्रवार को कहा कि पिछले सप्ताह आयोजित ग्रुप ऑफ सेवन G7 शिखर सम्मेलन के बाद जापान रूस पर अतिरिक्त प्रतिबंध लगाएगा।
मात्सुनो ने गुरुवार को बेलारूस में सामरिक परमाणु हथियार तैनात करने के रूस के कदम की निंदा करते हुए कहा कि यह यूक्रेन के आक्रमण के आसपास की स्थितियों को और तेज करेगा।
मात्सुनो ने कहा कि युद्ध के दौरान परमाणु बमबारी का सामना करने वाला जापान एकमात्र देश है। इस वजह से जापान कभी भी रूस के परमाणु खतरे को स्वीकार नहीं करेगा।
इससे पहले रूस के दौरे पर गए बेलारूस के राष्ट्रपति लुकाशेंको ने कहा था कि रूस ने परमाणु हथियारों की बेलारूस में तैनाती शुरू कर दी है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इस साल मार्च महीने में बेलारूस में टेक्टिकल न्यूक्लियर वेपन तैनात करने का ऐलान किया था।