Coronavirus पर दुनिया से ये बड़ा झूठ बोल रहा है ईरान, वीडियो से सामने आई सच्चाई
तेहरान। कोरोना वायरस का कहर अब चीन के बाद पूरी दुनिया झेल रही है। ये जानलेवा वायरस जितनी तेजी से चीन में फैला था, उतनी ही तेजी से ईरान, दक्षिण कोरिया, जापान और इटली समेत कई देशों में फैलता जा रहा है। दुनियाभर में मरने वालों की संख्या तीन हजार से अधिक बताई जा रही है और संक्रमित लोगों की संख्या 94 हजार से भी अधिक। हर देश की सरकार इसे रोकने की पूरी कोशिश कर रही है। इस बीच सोशल मीडिया पर ईरान के एक अस्पताल का वीडियो काफी वायरल हो रहा है, जिसमें उस बात का पता चला रहा है, जिसे ये देश दुनिया से छिपा रहा है।
क्या है वीडियो में?
इस वीडियो में लाइन से लगे बॉडी बैग दिखाई दे रहे हैं, यानी वो बैग जिनमें शवों को रखा जाता है। ये वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। कहा जा रहा है कि ईरान वायरस से जुड़ी कई बातें दुनिया से छिपा रहा है। जैसे, मरने वालों का जो आधिकारिक आंकड़ा सरकार बता रही है, वास्तविक संख्या उससे कहीं अधिक है। ईरान के उपराष्ट्रपति समेत संसद के 8 सदस्य इसकी चपेट में आ गए हैं। अभी तक ईरान ने मरने वालों की संख्या 92 बताई है।
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संक्रमित लोगों की संख्या 2,922
ईरान ने घोषणा करते हुए कहा है कि यहां वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 2,922 हो गई है। डेली मेल की रिपोर्ट में स्थानीय रिपोर्ट्स के हवाले से कहा गया है कि जो वीडियो वायरल हो रहा है, उसे अस्पताल में ही काम करने वाले किसी शख्स ने बनाया है। ये अस्पताल ईरान के उत्तरीप्रांत में स्थित कोम शहर का है। जहां सबसे पहले कोरोना वायरस के मामले की पुष्टि हुई थी। वायरल वीडियो को लाखों लोगों ने ऑनलाइन देखा है। जिसमें एक ही लाइन में कई शव जमीन पर दिखाई दे रहे हैं।
स्थानीय पत्रकार ने क्या कहा?
हैरानी की बात तो ये है कि वीडियो बनाने वाले शख्स ने अस्पताल के केवल एक ही स्थान को नहीं बल्कि कई कमरों को भी इसमें दिखाया है। जिसमें हर जगह ऐसे शव देखे जा सकते हैं। ईरान की स्थानीय मीडिया का मानना है कि ये सभी कोरोना वायरस से पीड़ित हुए लोगों के शव हैं। हालांकि वीडियो को लेकर आधिकारिक तौर पर अभी कुछ नहीं कहा गया है, कि क्यों इन शवों को जलाया नहीं गया। इस मामले में एक स्थानीय पत्रकार का कहना है कि शवों को इसलिए नहीं जलाया गया क्योंकि जगह की कमी हो गई है।
54 हजार कैदियों को जमानत देने का आदेश
इस वीडियो की हम पुष्टि नहीं करते हैं। इस बीच ईरान में शुक्रवार की नमाज को रद्द कर दिया गया है। यानी लोग मस्जिदों में सामूहिक रूप से एकत्रित होकर नमाज नहीं पढ़ पाएंगे। इसके अलावा यहां 54 हजार कैदियों को जमानत देने का आदेश भी दिया गया है, ताकि वायरस ना फैले। जानकारी के लिए बता दें चीन के बाद कोरोना वायरस से सबसे अधिक प्रभावित होने वाला देश ईरान ही है। ईरान में बुधवार को ही 15 लोगों की कोरोना वायरस से मौत हो गई है और इसी दिन 586 लोगों के संक्रमित होने के मामले सामने आए हैं।
पहली मौत 19 फरवरी को हुई
ईरान में पवित्र शहर माने जाने वाले कोम शहर से ही वायरस फैलना शुरू हुआ था। इससे यहां पहली मौत 19 फरवरी को हुई। हालांकि सरकार कीटाणुनाशक का छिड़काव भी कर रही है। साथ ही सामूहिक कार्यक्रमों को निलंबित कर दिया गया है। लेकिन फिर भी संक्रमित और मरने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है।
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