कनाडा में भारतीयों का शोषण, परेशान छात्रों ने कहा ‘Cheap Labor’ के लिए सरकार ने किया ऐसा काम
कनाडा में जस्टिन ट्रूडो की सरकार ने लगभग 50 हजार विदेशी छात्रों को रोजगार तलाशने के लिए स्नातक होने के बाद 18 महीने तक रहने की अनुमति दी थी। इस दौरान हजारों छात्रों को सस्ते में काम कराया गया।
कनाडा के विभिन्न विश्वविद्यालयों में पढ़ाई कर रहे विदेशी छात्रों ने सरकार की नीतियों पर सवाल खड़े किए हैं। छात्रों का कहना है कि कनाडा सरकार श्रम के सस्ते स्रोत यानी Cheap Labor के रूप में उनका उपयोग कर रही है और इस्तेमाल हो जाने के बाद उन्हें त्याग दे रही है।दरअसल बीते साल कनाडा में जस्टिन ट्रूडो की सरकार ने लगभग 50 हजार विदेशी छात्रों को ग्रेजुएट होने के बाद रोजगार तलाशने के लिए 18 महीने तक रहने की अनुमति दी थी। यह वह समय था जब कोरोना मामलों के कम होने के बाद देश की अर्थव्यवस्था फिर से बेहतर होने के प्रयास में जुटी हुई थी। ऐसे वक्त में कनाडा स्थित कंपनियों को सस्ते लेबर की जरूरत थी। इसलिए सरकार का यह फैसला आर्थिक संकट को दूर करने के उद्देश्य से लिया गया था।
अब कनाडा कि अर्थव्यवस्था कोविड खतरों से जैसे ही उबरी है, सरकार ने उन छात्रों के अकेला छोड़ दिया है। कनाडा में रहने वाले कई छात्रों ने अपने हाल बतायाए है। टोरंटो के पास सेनेका कॉलेज के एक एकाउंटेंट और पूर्व छात्र डैनियल डिसूजा ने एक मीडिया हाउस को दिए गए इंटरव्यू में कहा कि मैं अब पूरी तरह घर पर बैठा हूं। अब कुछ ना कमा पा रहा हूं ना बचत कर पा रहा हूं। यह नहीं जानता कि मुझे ऐसा कब तक करना होगा। डिसूजा कई अन्य स्नातकों की तरह 2021 कार्यक्रम का हिस्सा थे लेकिन अब उनका करियर रूका हुआ है और उनका भविष्य अनिश्चित है।
हजारों छात्रों की नौकरी छूटी
भारत, फिलिपींस सहित अन्य देशों के हजारों छात्रों को अपनी नौकरी छोड़नी पड़ी है क्योंकि उनका वर्क परमिट खत्म हो चुका है, और इसे बढाया नहीं गया है। टोरंटो में अर्न्स्ट एंड यंग के पूर्व सलाहकार अंशदीप ब्रिंद्रा ने कहा कि जब उन्हें हमारी जरूरत थी तब उन्होंने कम पैसे में हमसे काम करवा कर हमारा शोषण भी किया। अब हमें उनकी जरूरत है तो कोई भी हमें पूछने वाला नहीं है। हम शुल्क और करों का भुगतान करते हैं और बदले में हमें कुछ नहीं मिलता। आप हमें नहीं पहचानते हैं कि हम कौन लोग हैं लेकिन हम वे लोग हैं जिन्होंने श्रम की कमी को हल करने में आपकी मदद की थी।
हर साल पढ़ाई के लिए कनाडा जाते हैं लाखों छात्र
हाल ही मे खबर आई थी कि, कनाडा ने अपने यहां पढ़ने आने वाले विदेशी स्टूडेंट्स के लिए कई सारे फायदों का ऐलान किया है। इमिग्रेशन रेफ्यूजी एंड सिटिजनशिप कनाडा (IRCC) की तरफ से कई सारे बदलावों का ऐलान किया है। छात्रों ने सिस्टम पर 'Cheap Labor' का आरोप लगाया है। इसमें स्टूडेंट्स को मजबूत बनाने के लिए उठाए गए कदम, वर्किंग आवर पर लगे प्रतिबंध को हटाने जैसे फैसले शामिल हैं। हर साल लाखों स्टूडेंट्स हायर एजुकेशन के लिए कनाडा में पढ़ाई करने जाते हैं। इसमें बड़ी संख्या भारतीय स्टूडेंट्स की भी होती है, जो वहां की टॉप यूनिवर्सिटीज में यूजी और पीजी कोर्सेज में एडमिशन लेते हैं।
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