'हमें भेजा जा सकता है नाइजीरिया', इक्वेटोरियल गिनी में हिरासत में लिए गये 16 भारतीय नाविकों ने लगाई गुहार
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, इक्वेटोरियल गिनी नेवी ने 12 अगस्त को समुद्री कानून तोड़ने और देश के क्षेत्रीय जल में अवैध रूप से प्रवेश करने के शक में वीर इदुन जहाज को जब्त कर लिया था।
Indian crew detained in Equatorial Guinea: इक्वेटोरियल गिनी में अवैध रूप से हिरासत में लिए गये सोलह भारतीय नाविकों ने भारत सरकार से मदद की अपील करते हुए नए वीडियो जारी किए हैं। जिसमें उन्होंने कहा है, कि उन्हें जल्द बचाया जाए, अन्यथा उनके साथ कुछ भी हो सकता है। हिरासत में लिए गये नावकों ने कहा है कि, उन्हें नाइजीरिया ले जाया जा सकता है और जो वीडियो उन्होंने जारी किया है, उसमें सभी नाविकों को एक कमरे में बंद देखा जा सकता है, जिसमें सभी की हालत खराब दिख रही है।
हिरासत में हैं 16 भारतीय नाविक
ये सभी 16 भारतीय नाविक एमटी हीरोइक इडुन के चालक दल का हिस्सा हैं, जिन्होंने ताजा वीडियो जारी कर दावा किया है, कि उनके जहाज को जल्द ही नाइजीरिया ले जाया जा रहा है। एमटी वीर इडुन जहाज के सोलह भारतीय नाविक कथित रूप से इक्वेटोरियल गिनी के झंडे को प्रदर्शित नहीं करने के लिए 13 अगस्त से इक्वेटोरियल गिनी में फंसे हुए हैं। उन्हें इक्वेटोरियल गिनी में 80 दिनों से अधिक समय से हिरासत में रखा गया है, और नाइजीरियाई नौसेना द्वारा उनकी गिरफ्तारी की आशंका है। 50 सेकंड से ज्यादा के दो वीडियो में नाविकों ने भारत सरकार से उन्हें बचाने की अपील की है। जहाज के मुख्य कमांडर सानू जोस ने कहा कि, "जहाज को मार्शल द्वीप समूह में हिरासत में लिया गया है और हमें कहा गया, कि हमें वहां पर नौकायन नहीं करना चाहिए था। अगर वे जहाज को जबरदस्ती नाइजीरिया ले जाते हैं, तो यह समुद्री डकैती का काम है। हमें केंद्र सरकार की मदद की जरूरत है।"
काफी मुश्किल स्थिति में हैं नाविक
जहाज पर सवार भारतीय नाविकों को रोते हुए और अपने बचाव के लिए अपील करते देखा जा सकता है। एक वीडियो में एक नाविक को कहते हुए सुना जा सकता है, कि "हमें नहीं पता कि इसके बाद हम अपने परिवारों से कब बात कर पाएंगे। कृपया हमें बचाएं।" नाविकों ने भारतीय विदेश मंत्रालय से तत्काल हस्तक्षेर करने और उन्हें बचाने की अपील की है। वहीं, एक नाविक ऑफिसर रोशन अरोड़ा ने भारतीय विदेश मंत्रालय से मदद मांगते हुए कहा है कि, "हमें अभी सूचना मिली है कि हमें नाइजीरिया ले जाया जाएगा। कृपया हमारी सहायता करें। मैं पीएम मोदी और विदेश मंत्रालय से मदद की अपील करता हूं। वे हमें अवैध रूप से हिरासत में ले रहे हैं, और अब हमें जबरदस्ती नाइजीरिया ले जा रहे हैं। हमारे मोबाइल फोन ले लिए जाएंगे और हमें नहीं पता कि हम फिर से कब संपर्क में आ पाएंगे।"
नाविकों के कैप्टन ने क्या कहा?
वहीं, 16 सदस्यीय नाविक दल के कैप्टन तरूण मेहता को एक वीडियो में भारत सरकार से मदद की अपील करते हुए देखा जा सकता है, जिसमें वो कह रहे हैं, कि वो सभी एक कमरे में बंद हैं और उनके पास खाने-पीने के लिए कुछ नहीं है। उन्होंने वीडियो में बताया है कि, उन लोगों के पास पीने के लिए पानी भी नहीं है। उन्होंने वीडियो में कहा है कि, वो सभी एक कमरे के अंदर बंद हैं और उन्हें बाहर निकलने की इजाजत नहीं है। उन्होंने भारत सरकार से वापिस घर लाने की अपील की है।
12 अगस्त को लिए गये थे हिरासत में
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, इक्वेटोरियल गिनी नेवी ने 12 अगस्त को समुद्री कानून तोड़ने और देश के क्षेत्रीय जल में अवैध रूप से प्रवेश करने के शक में वीर इदुन जहाज को जब्त कर लिया था और सभी 26 क्रू मेंबर्स को हिरासत में ले लिया था। तेल पोत को इक्वेटोरियल गिनी में लुबा बंदरगाह तक ले जाया गया और बाद में चालक दल के कुछ सदस्यों को जहाज से उतार लिया गया और फिर उन्हें नौसेना द्वारा बंदरगाह के करीब एक रिस्ट्रिक्टेड क्षेत्र में ले जाया गया। रिपोर्ट के मुताबिक, 26 क्रू मेंबर्स में से 16 सदस्य भारतीय हैं, जबकि 8 सदस्य श्रीलंका के हैं। वहीं, बाकी बचे दो सदस्य पोलैंड और फिलीपींस के नागरिक हैं।
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