एक हफ्ते में दूसरी बार पाकिस्तान को फटकार, UNHRC में भारत ने कहा, फौरन आतंकी कैंपों को हटाएं इमरान
पिछले हफ्ते संयुक्त राष्ट्र महासभा में भारत ने पाकिस्तान को राइट टू रिप्लाई के तहत जमकर फटकार लगाई थी और अब यूएनएचआरसी में भारत ने पाकिस्तान को मानवाधिकार का सम्मान करने को कहा है।
जेनेवा/स्विटजरलैंड, सितंबर 28: पिछले एक हफ्ते में भारत ने लगातार दूसरी बार पाकिस्तान को आतंकवाद के मुद्दे पर जमकर फटकार लगाई है। पिछले हफ्ते संयुक्त राष्ट्र महासभा में भारत की फर्स्ट सेक्रेटरी स्नेहा दुबे ने पाकिस्तान को आतंकवादियों को संरक्षण देने के लिए फटकार लगाई थी, तो अब संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार सुरक्षा परिषद में भी भारत ने पाकिस्तान को आतंकवादियों के लिए जन्नत बताया है।
यूएनएचआरसी में पाकिस्तान को फटकार
भारत ने सोमवार को पाकिस्तान से राज्य प्रायोजित आतंकवाद को समाप्त करने और अपने नियंत्रण वाले सभी इलाकों में फौरन सभी आतंकवादी संगठनों और उनके ठिकानों पर कार्रवाई करने के लिए कहा है। भारत ने पाकिस्तान को फटकार लगाते हुए कहा कि, पाकिस्तान फौरन आतंकवादियों के खिलाफ विश्वसनीय और अपरिवर्तनीय कदम उठाए। भारत का यह बयान पाकिस्तान की टिप्पणियों के जवाब में मानवाधिकार परिषद (यूएनएचआरसी) के 48वें सत्र में अपने जवाब के अधिकार का प्रयोग करते हुए आया है।
मनगढ़ंत आरोपों के लिए प्रसिद्ध पाकिस्तान
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार सुरक्षा परिषद में भारत के स्थायी मिशन ने पाकिस्तान के खिलाफ प्रहार किया और कहा कि, "यह पाकिस्तान द्वारा भारत के खिलाफ आधारहीन और मनगढ़ंत आरोप लगाने का एक और प्रयास है, जो बुनियादी मानव की गारंटी देने में अपनी विफलता से परिषद का ध्यान हटाने की कोशिश में है। पाकिस्तान ने अपने क्षेत्रों के साथ साथ कब्जे वाले भारतीय क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के अधिकार और मौलिक स्वतंत्रता का हनन किया है।" भारत ने पाकिस्तान को यूएनएचआरसी में बहस के दौरान कहा कि, पाकिस्तान के प्रतिनिधि लगातार और अप्रासंगिक बयान भारत को लेकर देते रहते हैं, जो सिर्फ और सिर्फ उनकी हताशा और पागल मन को दर्शाता है।
पाकिस्तान ने उठाया था कश्मीर का मुद्दा
दरअसल, पाकिस्तान ने एक बार फिर से कश्मीर का मुद्दा उठाया था, जिसके जवाब में भारत ने कहा कि, ''जम्मू और कश्मीर का पूरा क्षेत्र, जिसमें पाकिस्तान के कब्जे वाले क्षेत्र भी शामिल हैं, वो भारत का हिस्सा थे, हैं और हमेशा भारत के अभिन्न अंग बने रहेंगे।'' भारत ने कहा कि, पाकिस्तान, यूनाइटेड नेशंस मानवाधिकार परिषद का समय बर्बाद करने के बजाय, पाकिस्तान में गंभीर मानवाधिकारों की स्थिति पर अपना ध्यान केंद्रित करना चाहिए। भारत ने अपने बयान में कहा है कि, "यह विडंबना है कि पाकिस्तान जैसा कट्टरपंथी और असफल राज्य, लोकतंत्र के मूल्यों और संस्कृति की परवाह किए बिना, भारत जैसे सबसे बड़े और सबसे जीवंत लोकतंत्र के बारे में दुष्पप्रचार करने की हिम्मत करता है।"
''नाकाम देश है पाकिस्तान''
भारत ने अपने बयान में कहा है कि, पाकिस्तान में लोगों को जबरन गायब कर दिया जाता है, न्याय के नाम पर लोगों की हत्याएं की जाती हैं, पाकिस्तान की सुरक्षा एजेंसियां आवाज उठाने वाले लोगों को मनमाने तरीके से हिरासत में लेती हैं। भारत ने कहा कि, "पिछले हफ्ते ही 'जबरन गायब होने की समिति' में बोलते हए अमीना मसूद नाम की महिला ने पाकिस्तानी अधिकारियों के द्वारा अपने परिवारों को दिए गये दुख और दर्द को साझा किया है। जिसमें उन्होंने कहा कि, 16 साल हो गए हैं, वह अभी भी अपने पति की तलाश कर रही है जिसे पाकिस्तान की सेना और पुलिन ने 2005 में ही उठा लिया था।
|
''आतंकवाद का समर्थक है पाकिस्तान''
यूएनएचआरसी में दिए गये अपने बयान में भारत ने कहा कि, ''पाकिस्तान एक ऐसा देश है, जिसके पूर्व राष्ट्रपतियों और प्रधानमंत्रियों ने पाकिस्तान की राज्य मशीन और संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों के बीच समर्थन और उनके बीच के संबंधों को खुले तौर पर स्वीकार किया है।"
पाकिस्तान के 'विनाश' का आगाज, तालिबान के आने के बाद हो रहे हैं भयानक आतंकी हमले, इमरान की नाक में दम