PM मोदी गिफ्ट्स की करते हैं नीलामी, इमरान ने भरा जेब... खुद नपे, क्या बुशरा बीवी भी फंसेगी?
तोशेखान केस में पाकिस्तान चुनाव आयोग ने इमरान खान को अयोग्य ठहरा दिया है। उन पर सरकारी खजाने से उपहार खरीद कर महंगे दाम पर बेचने का इल्जाम लगा था।
तोशेखान केस में पाकिस्तान चुनाव आयोग ने इमरान खान को अयोग्य ठहरा दिया है। उन पर सरकारी खजाने से उपहार खरीद कर महंगे दाम पर बेचने का इल्जाम लगा था। आयोग ने इमरान खान को अयोग्य घोषित किए जाने के साथ ही उनकी संसद सदस्यता भी रद्द कर दी है। चुनाव आयोग ने इमरान खान को गलत घोषणा के लिए अनुच्छेद 63 (1) (पी) के तहत अयोग्य घोषित कर दिया। हालांकि लगातार बुरी खबरों के बीच राहत की एक बात ये है कि इमरान खान पर 5 साल का प्रतिबंध लगाया गया है।
5 साल तक चुनाव नहीं लड़ पाएंगे इमरान खान
इमरान खान अब पांच साल तक चुनाव नहीं लड़ा पाएंगे। इससे पहले ऐसी खबरें आ रही थीं कि उनपर आजीवन बैन लगाया जा सकता है। पाकिस्तान के मुख्य चुनाव आयुक्त सिकंदर सुल्तान रजा की अध्यक्षता वाली चार सदस्यीय बेंच ने यह फैसला सुनाया है। पीएम रहने के दौरान इमरान खान पर विपक्षी सांसद राजा अशरफ ने शिकायत दायर किया था। सांसद द्वारा दायर याचिका में ये दावा किया था कि इमरान खान ने तोशेखान मामले में बेचे गए गिफ्ट की जानकारी छिपाई थी। हालांकि इसकी सफाई में इमरान खान का कहना है कि उन्होंने किसी भी नियम का उल्लंघन नहीं किया है।
तोशेखान क्या है?
तोशेखान एक विभाग है। इसकी स्थापना 1974 में हुई थी। ये कैबिनेट डिवीजन के प्रशासनिक नियंत्रण के अंतर्गत आता है। इस विभाग की जिम्मेदारी राज्यों के प्रमुखों, सांसदों, नौकरशाहों और अधिकारियों को अन्य देशों के सरकारों, राज्यों और विदेशी गणमान्य व्यक्तियों द्वारा दिए गए कीमती उपहारों को संग्रहित करने की है। यानी कि पीएम, राष्ट्रपति और ब्यूरोक्रेट्स को मिलने वाले गिफ्टस् को रखने की जिम्मेदारी तोशेखान विभाग को है। तोशेखान नियमों के मुताबिक जिन लोगों पर ये नियम लागू होते हैं उन्हें मिलने वाले उपहारों की जानकारी कैबिनेट डिवीजन को दी जानी जरूरी है।
सरकारी खजाने का किया दुरुपयोग
इमरान खान ने पाकिस्तान चुनाव आयोग को बताया कि उन्होंने तोशेखाने से इन सभी गिफ्ट्स को 2.15 करोड में खरीदा था। इन सारे खरीदे गिफ्ट को बेचकर इमरान खान ने 5.8 करोड़ रुपये कमाए थे। जिन तोफहों को इमरान ने बेचा था उनमें से एक बेशकीमती ग्रैफ़ कलाई घड़ी, कफ लिंक का एक जोड़ा, एक महंगा पेन और एक अंगूठी शामिल थी, जबकि अन्य तीन उपहारों में चार रोलेक्स घड़ियां शामिल थीं। जुलाई 2018 से जून 2019 तक, इमरान खान ने कुल 31 उपहार तोशेखान से प्राप्त किए और केवल चार के लिए भुगतान किया, क्योंकि नियमों के मुताबिक 30,000 पाकिस्तानी रुपये से कम मूल्य के किसी भी उपहार को बिना किसी भुगतान के रखा जा सकता है।
बुशरा बीबी के संग मिलकर खजाने की लूट
कुल मिलाकर इमरान को अपने कार्यकाल में 329 उपहार प्राप्त हुए। इसमें से 58 गिफ्ट्स को इमरान खान और उनकी पत्नी बुशरा बीबी ने मुफ्त में या कम कीमत देकर हासिल कर लिया। इमरान खान जब प्रधानमंत्री नहीं बने थे तब वे पाकिस्तान में भ्रष्टाचार मिटाने की बात करते थे। सारे नेताओं को चोर बताते थे, लेकिन चुनाव आयोग के फैसले के बाद ये साबित हो गया है कि पाकिस्तान की राजनीति में भ्रष्टाचार के दाग से कोई खुद को बचा नहीं पाया है। हालांकि इमरान खान की पार्टी ने कहा कि वह आगे अदालत का दरवाजा खटखटाएंगे और इस फैसले को चुनौती देंगे।
नरेंद्र मोदी से होती थी तुलना
इमरान खान जब पीएम थे तो उनकी तुलना अक्सर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से की जाती थी। लेकिन इमरान खान ने जिस प्रकार पाकिस्तान के शीर्ष पद पर रहते हुए अपनी पत्नी संग मिलकर ये कांड किया है, यह दर्शाता है कि पहले की जा रही सारी तुलना ही व्यर्थ थी। भारत के प्रधानमंत्री को अब तक हजारों गिफ्ट्स मिले हैं जिनकी समय-समय पर नीलामी की जाती है। अब तक चार चरणों में उन्हें मिले उपहारों की नीलामी हुई है। पहली बार जनवरी 2019 में पीएमओ द्वारा यह नीलामी शुरू की गई थी। नीलामी से प्राप्त राशि को 'नमामि गंगे कार्यक्रम' को दे दिया जाता है। पीएम मोदी भारत के पहले प्रधानमंत्री हैं, जो "नमामि गंगे" के माध्यम से देश की जीवन रेखा- गंगा नदी के संरक्षण के नेक काम के लिए मिलने वाले सभी उपहारों को नीलाम कर देते हैं।
इमरान
खान
के
चुनाव
लड़ने
पर
लगा
5
साल
का
बैन,
पाकिस्तान
चुनाव
आयोग
ने
सुनाया
फैसला