रूस के केमिकल अटैक की जांच के लिए शुरू हुई मीटिंग, बढ़ सकती हैं पुतिन की मुश्किलें
हेग। ब्रिटेन में रह रहे रूसी जासूसों पर हुए केमिकल अटैक के बाद ब्रिटेन, अमेरिका, फ्रांस और रूस डिप्लोमेट्स के बीच मीटिंग शुरू हो गई है। ग्लोबल केमिकल आर्म्स वॉचडॉग ने पाया था कि ब्रिटेन में पीड़ित पर नर्व एजेंट का इस्तेमाल किया गया था। डिप्लोमेट्स सूत्रों के मुताबिक, रासायनिक हथियार निषेध संगठन (ओपीसीडब्लू) के हेग क्वार्टर में इस मामले पर मीटिंग शुरू हो चुकी है। पिछले माह ब्रिटेन के सैलिसबरी में रूसी जासूस सेर्गई स्क्रिपल और उनकी बेटी यूलिया पर रासायनिक हथियार नर्व एजेंट से अटैक किया गया था, जिसके बाद ब्रिटेन ने जांच के लिए मीटिंग बुलाई थी। पिछले तीन दिन में एग्जीक्यूटिव काउंसिल की यह दूसरी मीटिंग है।
ओपीसीडब्लू ने पिछले सप्ताह स्वीकार किया था कि यूके में जहरीले केमिकल का इस्तेमाल हुआ है। हालांकि, वैज्ञानिक यह पता लगाने में नाकाम हुए थे कि यह केमिकल हथियार कहां बनकर तैयार हुआ है। ब्रिटेन सरकार का मानना है कि यह नोविचोक नर्व एजेंट है, जिसे सोवियत यूनियन ने 1970 में तैयार किया था।
एएफपी न्यूज एजेंसी के मुताबिक, ब्रिटेन के राजदूत पेटर विल्सन ओपीसीडब्लू के हेडक्वार्टर पहुंच चुके हैं और उनके अलावा रूसी, अमेरिकी और फ्रांसीसी राजदूत भी मीटिंग में पहुंचे हैं। हालांकि, रूस ने ब्रिटेन में 4 मार्च को हुए नर्व एजेंट अटैक का पूरी तरह से खंडन किया है। इससे पहले ओपीसीडब्लू के गवर्निंग काउंसिल ने सीरिया में 7 अप्रैल को हुए केमिकल अटैक को लेकर भी सोमवार को चर्चा की थी।
ब्रिटेन ने मंगलवार को कहा था कि लिक्विड फॉर्म और कम मात्रा में सैलिसबरी में नर्व एजेंट का इस्तेमाल किया गया था। इस हरकत के लिए जी-7 देशों ने कड़ी निंदा करते हुए रूस को जिम्मेदार ठहराया था।
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