खोजा गया 4 करोड़ लोगों को मारने वाले चंगेज खान के पोते का महल, खुदाई में मिला रहस्यमयी स्वास्तिक
हलाकू खान, चंगेज खान के चौथे बेटे का बेटा था और क्रूरता में अपने दादा पर ही गया था। वो मंगोल का सेनापति था, जिसने मध्य पूर्व में मंगोल शासन का विस्तार किया था।
अंकारा, जुलाई 24: विश्व के सबसे क्रूर शासक के तौर पर कुख्यात चंगेज खान, जिसके बारे में कहा जाता है, कि वो जिधर से गुजरता था, उधर से इंसानों का नामोनिशान मिटा देता था, तुर्की में उसके पोते की हवेली मिलने की संभावना जताई गई है। तुर्की के पुरातत्वविदों ने तुर्की में खुदाई के दौरान एक महल को खोजा है और पुरातत्वविदों का मानना है, कि ये हवेली 4 करोड़ लोगों के हत्यारे चंगेज खान के पोते हलाकू खान का रहा होगा। चंगेज खान मुस्लिमों के खिलाफ चलाए गये अपने अभियान के लिए कुख्यात था और कहा जाता है, उसने लाखों मुस्लिमों को मारा।
तुर्की के वान प्रांत में खोज
पुरातत्वविदों की एक टीम ने पूर्वी तुर्की के वान प्रांत में एक विशालकाय महल के अवशेष की खोज की है,जिसके बारे में उनका अनुमान है, कि वो चंगेज खान के पोते का महल हो सकता है, जो चंगेज खान की तरह की क्रूर था। हालांकि, पुरातत्वविदों का ये भी कहना है कि, अभी पुख्ता तौर पर नहीं कहा जा सकता है, कि जो महल मिला है, वो चंगेज खान के पोते हलाकू खान का ही है और अभी उसके बारे में कुछ और जानकारी जुटाने की आवश्यकता है, लेकिन जो शुरूआती चीजें महल से मिली हैं, उससे पता चलता है, कि ये हलाकू खान से जुड़ा हुआ हो सकता है।
कौन था हलाकू खान
आपको बता दें कि, हलाकू खान चंगेज खान का पोता था, जो मंगोल का शासक था और जिसने 1217 से 1265 तक शासन किया था और उसने मध्य पूर्व में सैन्य अभियानों का नेतृत्व किया। हलाकू खान ने 1258 में बगदाद में एक अभियान चलाया था और भारी कत्लेआम करने के बाद उसे जीत लिया था। हलाकू खान और उसके सैनिकों ने बगदाद शहर को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया था। बगदाद उस वक्त इस्लाम की सांस्कृतिक और धार्मिक राजधानी हुआ करती थी। हलाकू खान ने 'हाउस ऑफ विसडम' और बगदाद के विशालकाय पुस्तकालय को भी तबाग कर दिया था और बगदाद के तत्कालीन शासर खलीफा अल-मुस्ता सिम बिल्लाह को फांसी पर लटका दिया था।
चंगेज खान की तरह ही क्रूर
हलाकू खान, चंगेज खान के चौथे बेटे का बेटा था और क्रूरता में अपने दादा पर ही गया था। वो मंगोल का सेनापति था, जिसने मध्य पूर्व में मंगोल शासन का विस्तार किया था, लेकिन चंगेज खान के मरने के बाद मंगोल साम्राज्य की एकता 1259 ईस्वी में खत्म हो गई और राज्य टूट गया। जिसके बाद हलाकू खान ने एक छोटे मंगोल राज्य की स्थापना की थी, जिसे 'इलखानेट' कहा जाता था। हालांकि, इलखानेट राज्य भी ज्यादा दिनों तक नहीं चल पाया और 14वीं शताब्दी के शुरूआत में ही ये ध्वस्त हो गया। इस साम्राज्य का अंतिम अवशेष 1357 में नष्ट हो गया।
महल की चल रही है खुदाई
वहीं, तुर्की में जो मबल मिला है, उससे मिली शुरूआती जानकारियों से पता चलता है, कि हलाकू खान ने इसे गर्मी के मौसम के लिए अपनी राजधानी बना लिया था, जिसके बारे में इतिहासों में दर्ज है, लेकिन अभी तक इसका पता नहीं चल पाया था, कि असल में ये राजधानी कहां है, लेकिन अब तुर्की में ये महल मिला है। महल की अभी भी खुदाई चल रही है और प्राचीन अवशेषों के खजाने मिल रहे हैं। महल की खुदाई के दौरान जो चीजें मिल रही हैं, उनसे पता चलता है, कि ये तमाम चीजें लूटी गईं थीं। मंगोलियाई एकेडमी ऑफ साइंसेज के एक पुरातत्वविद ने लाइव साइंस को एक ईमेल में बताया कि, 'ये हलाकू खान के महल के अवशेष मालूम होते हैं, जो अब ध्वस्त हो चुका है'। हालांकि, अभी भी महल के अंदर से पुरातत्वविदों को चमकदार छट की टाइलें, ईंटे, चमकदार सिरेमिक मिट्टी के बर्तनों और चीनी मिट्टी के बरतन के अवशेष मिले हैं।
स्वास्तिक पैटर्न का राज क्या?
रिनचिनखोरोल ने कहा कि, पुरातत्वविदों को महल के अंदर से सबसे महत्वपूर्ण चीजों में छत पर लगाई जाने वाली टाइलों के अलावा 'स्वास्तिक पैटर्न' मिला है। उन्होंने कहा कि, वे "मंगोल खानों के शक्ति प्रतीकों में से एक हैं"। उन्होंने कहा कि, प्राचीन और मध्ययुगीन काल में स्वस्तिक पैटर्न के विभिन्न रूपों का उपयोग किया गया था और उनमें से एक संस्करण को 20 वीं शताब्दी में नाजियों द्वारा इस्तेमाल किया गया था। इन प्रतीकों के साथ टाइलों का मिलना एक महत्वपूर्ण खोज है। शोधकर्ताओं को कुछ ऐतिहासिक अभिलेख भी मिले हैं और इसी से अनुमान लगाया जा रहा है, कि ये हुलाकू खान का हो सकता है।शोधकर्ताओं का मानना है कि महल इल्खानेट के समय की तारीख है। (सभी तस्वीरें- फाइल)
कौन था सबसे क्रूर चंगेज खान
चंगेज खान एक मंगोल शासक था (1162 से 1227 ), जिसने करीब करीब मुस्लिम साम्राज्यों को खत्म ही कर दिया था। हालांकि, कहने के लिए वो बौद्ध धर्म का अनुयायी था, लेकिन उसे हिंसा से कोई परहेज नहीं थी और वो अपनी बर्बरता, साम्राज्य विस्तार, संगठन की शक्ति बढ़ाने और इंसानों की बस्ती को पूरी तरह से खत्म कर देने के लिए कुख्यात था। हालांकि, इतना क्रूर शासक होने के बाद भी मंगोलिया के लोग अभी भी चंगेज खान का नाम बहुत इज्जत के साथ लेते हैं। चंगेज खान के बारे में कहा जाता है, कि उसके दाएं हाथ पर खूनी धब्बे का स्थाई निशान था। ऐसा जिक्र है कि, चंगेज खान की पत्नी का अपहरण कर लिया गया था और उसके पिता, जो कबीले के सरदार थे, उनकी हत्या कर दी गई थी, जिसके बाद चंगेज खान ने कबीलों को खत्म करने का अभियान चलाया था और फिर उसने पूरे मंगोलिया को जीतने के अलावा यूरोप और एशिया के कई हिस्सों पर कब्जा कर लिया था और इस दौरान उसने करीब 4 करोड़ लोगों की हत्या कर दी थी, जो उस वक्त की कुल आबादी का करीब 10 प्रतिशत था।
सेक्स का लती था चंगेज खान?
पाश्चात्य वैज्ञानिकों का मानना है कि, चंगेज खान महिलाओं का आदी रहा होगा और जहां जाता होगा, वहां वो सैकड़ों महिलाओं से संबंध बनाता होगा और यही वजह से मध्य पूर्व एशिया के कई देशों में अभी भी चंगेज खान के डीएनए के लाखों लोग रहते हैं। इतिहासकारों के मुताबिक, चंगेज खान ने यूरोप में ईसाइयों के खिलाफ और मध्य पूर्व में मुस्लिमों के खिलाफ खतरनाक अभियान चलाया था और उसने लाखों मुस्लिमों और ईसाइयों की हत्या कर दी और उनकी महिलाओं को दास बना लिया। इसीलिए यूरेशिया में हर 200 पुरूषों में एक पुरूष के डीएनए का पैटर्न चंगेज खान से मिलता है। हालांकि, कई इतिहासकारों का कहना है कि, चंगेज खान के बारे में महिलाओं से संबंध को लेकर गलत बातें फैलाईं गईं, क्योंकि अगर उसके ज्यादा महिलाओं संबंध रहते, तो उसके सैकड़ों बच्चे हो सकते थे, जो उसकी मौत के बाद सत्ता के लिए संघर्ष करते।
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