विदेशी राजनयिकों के कश्मीर दौरे से पहले तिलमिलिया पाकिस्तान, भारत पर लगाए कई झूठे आरोप
इस्लामाबाद/नई दिल्ली: कश्मीर के विकास के लिए प्रतिबद्ध भारत सरकार की कश्मीर डिप्लोमेसी से पाकिस्तान को मिर्ची लग गई है। बौखलाए पाकिस्तान ने भारत पर कई अनर्गल आरोप मढ़ दिए हैं। भारत की कश्मीर डिप्लोमेसी से खार खाए पाकिस्तान ने कहा है कि कश्मीर के मुद्दे पर भारत दुनिया के सामने गलत तथ्य पेश कर रहा है। पाकिस्तान की बौखलाहट और तिलमिलाहट का अंदाजा आप इसी से लगा सकते हैं कि कश्मीर में 4G इंटरनेट सेवा बहाल होने पर भी ऊंगली उठा रहा है।

भारत की कश्मीर डिप्लोमेसी
दरअसल, कश्मीर पर पाकिस्तानी प्रोपेगेंडा के पर कतरने के लिए भारत ने दुनिया के सामने कश्मीर की सच्चाई रखने की कोशिश की है। इसके तहत भारत नई दिल्ली में रहने वाले विदेशी एंबेसडर यानि फॉरेन डेलीगेट्स को कश्मीर की स्थिति दिखाने का फैसला किया है। भारत की इस डिप्लोमेसी में यूरोपीय देशों और खाड़ी देशों के डिप्लोमेट शामिल हैं। लेकिन भारत की इस डिप्लोमेसी से पाकिस्तान डर गया है। पाकिस्तान को लग रहा है कि उसने अब तक कश्मीर को लेकर जितने भी झूठ दावे किए हैं उसकी पोल-पट्टी एक पल में खुल जाएगी लिहाजा अपनी कलई खुलने के डर से पाकिस्तान तिलमिला गया है और उसने कहा है कि भारत कश्मीर पर गुमराह कर रहा है।
पाकिस्तान की तिलमिलाहट
पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जाहिद हाफिज चौधरी ने बयान दिया है कि भारत ने डिप्लोमेटिक ट्रिप का प्लान कश्मीर पर गुमराह करने के लिए किया है। पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने कहा है कि 'भारत 17 और 18 फरवरी को फॉरेन डेलीगेट्स के लिए कश्मीर यात्रा का प्रबंध किया है, जिसका मकसद कश्मीर में सबकुछ सही ये दिखाना है, जबकि भारत सिर्फ गुमराह कर रहा है'
दरअसल, कश्मीर में विदेशी डेलीगेट्स जाने से पाकिस्तान इसलिए डर रहा है क्योंकि इस डेलीगेशन में मुस्लिम देशों के भी कई एंबेसडर हैं। पाकिस्तान लगातार मुस्लिम देशों के सामने कश्मीर का रोना रोता रहता है। पाकिस्तान भारत पर मानवाधिकार उल्लंघन का आरोप लगाता है, फर्जी तस्वीरें जारी करता है, लेकिन जैसे ही एक बार मुस्लिम देशों के एंबेसडर कश्मीर में होने वाले विकासकार्यों को देखेंगे तो वो पाकिस्तानी प्रोपेगेडा को समझ जाएंगे। लिहाजा पाकिस्तान को मिर्ची लगना तय था और लगा भी है।
कश्मीर में भारत की विकास यात्रा
कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के साथ ही पाकिस्तान पूरी दुनिया में कश्मीर को लेकर हायतौबा कर रहा है। जबकि, असलियत ये है कि कश्मीर में अब विकास के द्वार खुल गये हैं। पिछले एक साल में कश्मीर में जितने विकास कार्य हुए हैं, उतने विकासकार्य पिछले एक साल पूरे पाकिस्तान में नहीं हुए होंगे और इन्हीं विकासकार्यों को दुनिया के समने रखने और पाकिस्तानी झूठ को बेपर्दा करने के लिए विदेशी राजनयिकों का प्रतिनिधिमंडल कश्मीर के दौरे पर जा रहा है।
अनुच्छेद 370 हटने के बाद से विदेशी राजनयिकों का ये कश्मीर का तीसरा दौरा होने वाला है। इस दौरे का मकसद ये है कि विदेशी राजनयिक कश्मीर जाकर कश्मीर की शांति, विकासकार्यों का प्रत्यक्ष अनुभव कर लें। अभी हाल ही में कश्मीर में DDC चुनाव सफलतापूर्वक सम्पन्न हुए हैं साथ ही घाटी में अब 4G इंटरनेट सेवा भी बहाल हो चुकी है। सूत्रों के मुताबिक 20 सदस्यीय विदेशी राजनयिक दल DDC के चुने गये सदस्यों से मुलाकात के साथ कई स्थानीय लोगों से भी बात करेगा।
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