पांच पाकिस्तानी दवा कंपनियों के पास करोड़ों बकाया, पैसे वापसी के लिए भारत कर रहा तकादा
पाकिस्तान की पांच कंपनियों के पास भारत की फार्मास्यूटिकल्स का करोड़ों रुपये बकाया है। पैसे वापसी के लिए पाकिस्तानी उच्चायुक्त के पास मुद्दे को उठाया गया है।
नई दिल्ली, दिसंबर 11: पाकिस्तान किस हद तक आर्थिक कंगाली से गुजर रहा है, इसका अंदाजा आप इसी से लगा सकते हैं कि, पाकिस्तान की पांच दवा कंपनियां भारत से दवा खरीदने के बाद पैसों का भुगतान नहीं कर रहा है। पाकिस्तानी दवा कंपनियों की कारस्तानी की गुंज भारत की संसद में सुनाई पड़ी है।
पैसे नहीं वापस कर रही पाकिस्तानी कंपनियां
भारत की वाणिज्य और उद्योग राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल ने आज राज्यसभा में भारतीय आपूर्तिकर्ताओं द्वारा पाकिस्तान स्थित कंपनियों को निर्यात किए जाने वाले फार्मास्युटिकल सामानों के भुगतान की प्राप्ति नहीं होने के संबंध में एक लिखित उत्तर पेश किया। उन्होंने कहा कि, इस मुद्दे को इस्लामाबाद में भारतीय उच्चायोग के माध्यम से समाधान के लिए पाकिस्तान में संबंधित अधिकारियों के साथ उठाया गया है। भारतीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने कहा कि, पाकिस्तान की पांच कंपनियों पर भाकत का तीन लाख 73 हजार 545 डॉलर यानि करीब 2 करोड़ 82 लाख रुपये बकाया है।
पाकिस्तानी कंपनियों पर बकाया
रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान की तीन कंपनियों, प्रेज फार्मास्युटिकल्स, रीगल फार्मास्युटिकल्स और मेट्रो फार्मास्युटिकल्स पर हिंदुस्तान केमिकल एंड फार्मास्युटिकल्स का 7,385 डॉलर बकाया है। इस्लामाबाद की मेजडियन लेबोरेटरीज प्राइवेट लिमिटेड पर पुणे स्थित ओरेन लाइफ साइंसेज का 1,20,250 डॉलर बकाया है, जबकि इस्लामाबाद की ही मैसर्स सियाम फार्मास्युटिकल पर ओरेन का 1,25,250 डॉलर बकाया है। सियाम पर भारतीय कंपनी इनवीर फार्माटेक प्राइवेट लिमिटेड का भी 1,20,660 डॉलर बकाया है। अनुप्रिया पटेल ने बताया कि, पाकिस्तान में भारत का दवा निर्यात 2016-17 में 129.32 मिलियन डॉलर से बढ़कर 2020-21 में 152.32 मिलियन डॉलर हो गया है।
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