
जमीन से आसमान में उड़ते विमान पर फायरिंग, यात्री के गाल में जा धंसी गोली
नैपीताव, 02 अक्टूबरः म्यांमार में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। आसमान में उड़ते हवाई जहाज में गोली लगने से एक व्यक्ति बुरी तरह घायल हो गया। गोली चलाने की यह घटना, नीचे जमीन से की गई थी जो सीधे विमान में बैठे यात्री को लगी। गोली यात्री के गाल में लगी जिससे वह खून से लथपथ हो गया। जिसके बाद आननफानन में विमान की आपात लैंडिंग कराई गई और यात्री को हॉस्पीटल पहुंचाया गया।

1 किमी ऊंचाई पर उड़ रहा था विमान
द सन की रिपोर्ट के मुताबिक करने राज्य के लोइकाव में म्यांमार नेशनल एयरलाइंस 63 यात्रियों के साथ लोइकाव एयरपोर्ट पर लैंड करने वाला था। उसी वक्त किसी ने जमीन से विमान पर फायरिंग कर दिया। रिपोर्ट के मुताबिक जिस वक्त विमान पर गोली चली वह उस वक्त लोइकाव हवाई अड्डे से उत्तर लगभग 3.7 मील दूर और लगभग 1000 मीटर (3,280 फीट) की ऊंचाई पर था। हैरानी की बात ये है कि इतनी ऊंचाई पर होने और के बावजूद गोली विमान की मजबूत बाहरी परत को भेदते हुए एक यात्री के दाहिने गाल में जा धंसी।

यात्री का चल रहा इलाज
रिपोर्ट के मुताबिक घायल यात्री का अब लोइकाव पीपुल्स अस्पताल में इलाज किया जा रहा है और सुरक्षा बल उस क्षेत्र की जांच करने में जुटे हुए हैं जहां से हमला हुआ था। सोशल मीडिया पर इस विमान से जुड़ी कई तस्वीरें नजर आ रही हैं। एक वीडियो में पुरुष यात्री खून से लथपथ नजर आ रहा है। बताया जा रहा है कि गोली उसके गले के समीप से लगते हुए गाल को भेद गई।

अनिश्चितकाल तक के लिए उड़ानें रोकी गई
इस घटना के बाद शहर की सारी उड़ानों को अनिश्चित काल के लिए रोक दिया गया है। म्यांमार के सैन्य जुंटा का कहना है कि विमान देश की राजधानी नायपीडॉ से उड़ान भर रहा था। जुंटा ने हमले के लिए एंटी-जुंटा मिलिशिया और करेनी नेशनल प्रोग्रेसिव पार्टी को जिम्मेदार ठहराया है। उनका कहना है कि इस तरह यात्री विमान पर हमला किया जाना युद्ध अपराध है।
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विद्रोही ग्रुप ने किया हमले से इंकार
हालांकि विद्रोही ग्रुप ने इस तरह के किसी भी हमले से इंकार किया है। केएनपीपी के एक प्रवक्ता ने बीबीसी बर्मीज के साथ एक साक्षात्कार में इस आरोप का खंडन करते हुए कहा कि हमने राष्ट्रीय समानता, न्याय और पूर्ण आत्मनिर्णय के सिद्धांतों को धारण करके 70 से अधिक वर्षों तक संघर्ष किया है। हम कोई भी आतंकवादी कृत्य में सहभागी नहीं हो सकते। ये हमारे उसूलों के खिलाफ है। अगर हमें हमला ही करना होता तो तो हम सैन्य ठिकानों को गोली मार सकते हैं जो हवाई अड्डे के बहुत पास हैं।