चीन से फिर आई डराने वाली खबर, Fake Covid Vaccine रैकेट का खुलासा, कई देशों में भेजी गई
Fake Covid Vaccine in China: बीजिंग। कोरोना वायरस को दुनिया भर में रोकने में नाकाम रहे चीन से अब कोरोना महामारी को लेकर एक और डराने वाली खबर आई है। इस बार कोरोना वायरस की वैक्सीन को लेकर चीन में गड़बड़झाला हुआ है। चीन में कोरोना वायरस वैक्सीन की हजारों नकली डोज तैयार कर दी गईं। यही नहीं उन्हें कई सारे देशों में भी भेज दिया गया। नकली कोविड वैक्सीन के धंधे में लगे अपराधियों की गिरफ्तारी के बाद ये खुलासा हुआ है।
फेक वैक्सीन रैकेट का खुलासा
चीन ने सरगना समेत दर्जनों संदिग्ध लोगों को गिरफ्तार किया है जिन्होंने कोरोना वैक्सीन की हजारों नकली डोज पैक करके देश के अंदर और विदेशों में भेज दिया।
गैंग के सरगना की पहचान कांग ने सैलीन और मिनरल वाटर का मिश्रण को मिलाकर 58000 डोज बना ली और इसे एंटी-कोविड वैक्सीन बताकर कई टुकड़ों में दूसरे देशों में सप्लाई कर दिया। हालांकि किन देशों में ये नकली वैक्सीन भेजी गई है इसका पता नहीं चल पाया है। इस धंधे से उन्होंने 1.8 करोड़ युवान (27.8 लाख डॉलर) कमाये थे। कांग ने नकली वैक्सीन उतारने के पहले बाजार में मौजूद वैक्सीन का अच्छे से अध्ययन किया था।
चीन की सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ न्यूज के मुताबिक इस रैकेट का पता पिछले साल ही चल गया था लेकिन इनकी गिरफ्तारी पिछले ही सप्ताह की गई थी। इस सप्ताह चीन की सरकार ने इस जानकारी को सार्वजनिक किया है। यानि इतने दिनों तक पता रहने के बाद भी चीन ने ये जानकारी छिपाए रखी।
सितम्बर 2020 से चल रहा था रैकेट
रिपोर्ट के मुताबिक नकली वैक्सीन घोटाले में अब तक अधिकारियों ने 70 लोगों को गिरफ्तार किया है। इस जांच में राजधानी बीजिंग समेत कई प्रांतों की पुलिस भी जांच में शामिल रही। इस दौरान कई जगहों पर रेड से लेकर गिरफ्तारी की कार्रवाई की गई।
रिपोर्ट में कहा गया है कि नकली वैक्सीन के निर्माण और बिक्री का ये धंधा पिछले साल सितम्बर से ही सामने आया था। कांग ने वैक्सीन खरीदने वाले उम्मीदवारों को बताया कि टीकों को वैक्सीन को असली निर्माताओं के यहां काम करने वाले लोगों ने चुपके से बाहर निकाल लिया है और वे इसे सप्लाई कर रहे हैं। इस वैक्सीन को कई अस्पतालों में ऊंचे दामों पर बेचा गया था।
चीन की छवि को नुकसान
शिन्हुआ न्यूज ने बताया कि "पुलिस की जांच से पता चला कि नकली टीके बहुत ज्यादा महंगे मूल्य पर सप्लाई किए गए थे। कुछ नकली टीके देश से बाहर तस्करी किए गए थे। इससे कोरोना वायरस को लेकर पहले से ही शक के दायरे में चल रहे चीन की टीकों के माध्यम से छवि सुधारने की कोशिश को भी नुकसान पहुंचा है।
चीन की शीर्ष जांच एजेंसी ने देश भर के खरीदारों से अपील की है कि वे सार्वजनिक सुरक्षा अधिकारियों के साथ सहयोग करें ताकि नकली कोविड-19 का टीका बनाने और उसकी सप्लाई से जुड़े अपराधों पर अंकुश लगाया जा सके।
चीन में चल रही मीडिया रिपोर्ट में बताया गया है कि चीन 53 विकासशील देशों को वैक्सीन में मदद उपलब्ध कर रहा है जबकि 22 देशों को कोरोना वायरस के टीके का निर्यात किया जा रहा है।
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