WHO के विशेषज्ञ का दावा, 2021 से पहले कोरोना की वैक्सीन की उम्मीद नहीं
नई दिल्ली। कोरोना वायरस महामारी ने दुनियाभर में लाखों लोगों की जान ले ली है और बड़ी संख्या में हर रोज लोग इसकी चपेट में आ रहे हैं। अभी तक इस वायरस की ना तो पुख्ता तौर पर कोई दवा आ सकी है और ना ही इसका वैक्सीन बन सका है। हालांकि दुनिया के बड़े-बड़े देश कोरोना की दवा और वैक्सीन बनाने में जुटे हैं, लेकिन विश्व स्वास्थ्य संगठन ने दावा किया है कि फिलहाल इस वर्ष कोरोना का वैक्सीन मुमकिन नहीं है। डब्ल्यूएचओ के विशेषज्ञ की ओर से बुधवार को कहा गया है कि कोरोना के वैक्सीन के इस्तेमाल की अपेक्षा अगले वर्ष की शुरुआत से पहले नहीं की जा सकती है।
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डब्ल्यूएचओ के आपातकाल कार्यक्रम के प्रमुख माइक रेयान ने कहा कि डब्ल्यूएचओ कोरोना के वैक्सीन की सही तरीके से लोगों तक पहुंचाने के लिए काम कर रहा है, लेकिन इस बीच यह याद रखना अहम है कि हम कोरोना को कम करने की कोशिश करें। उन्होंने कहा कि कई वैक्सीन अपने तीसरे चरण के ट्रायल में हैं और ये फेल नहीं हुई हैं। वास्तविकता की बात करें तो ये वैक्सीन लोगों के इस्तेमाल के लिए अगले वर्ष की शुरुआत तक ही उपलब्ध हो सकती हैं, इससे पहले इसकी उम्मीद करना ठीक नहीं है। अगले वर्ष की शुरुआत में हम देख सकते हैं कि लोग कोरोना का वैक्सीन ले रहे हैं।
माइक ने कहा कि हमे कोरोना की वैक्सीन को लेकर किसी भी तरह का भेदभाव नहीं करना है, यह वैक्सीन माहामारी की है, किसी अमीर या गरीब के लिए नहीं, यह हर किसी के लिए हैं। लिहाजा हमे इसे ठीक तरह से बिना किसी भेदभाव तक लोगों तक पहुंचाने की दिशा में काम करना होगा। इसके साथ ही माइक ने स्कूलों को भी चेताया है कि वह स्कूलों को फिर से खोलने को लेकर सजग रहें क्योंकि इससे कम्युनिटी ट्रांसमिशन का खतरा हो सकता है। हमे अपने बच्चों को सुरक्षित रकने के लिए हर संभव कोशिश करनी चाहिए। हमे बच्चों को स्कूल भेजने की भी हर संभव कोशिश करनी चाहिए, लेकिन इसके लिए सबसे कारगर तरीका है कोरोना के ट्रांसमिशन को रोना, अगर हम इसे रोकने में सफल होते हैं तो अपने बच्चों को स्कूल भी भेज कते हैं।
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