अमेरिका ने ईरान के साथ परमाणु समझौता तोड़ा, ट्रंप ने कहा- ये आतंकवाद का समर्थन
नई दिल्ली। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान परमाणु समझौते से हटने का ऐलान कर दिया है। समझौते को खत्म करते हुए ट्रंप ने कहा कि ये समझौता ठीक नहीं है और इससे आतंकवाद को ब़ढ़ावा मिल रहा है। 12 मई को इस समझौते की अवधि को आगे बढ़ाना था, जिसे अब आगे नहीं बढ़ाया जाएगा। ट्रंप ने इससे पहले ट्वीट कर कहा था कि ईरान परमाणु समझौते पर अमेरिका अलग होगा या नहीं, वह इस संबंध में व्हाइट हाउस से मंगलवार दोपहर 2 बजे ऐलान करेंगे। इस ट्वीट के बाद माना जा रहा था कि अमेरिका समझौते से बाहर हो जाएगा और आखिर में ट्रंप ने यही फैसला किया।
ट्रंप कई मौकों पर कह चुके थे कि इस समझौते में कुछ बदलाव नहीं किए गए तो अमेरिका इससे अलग हो जाएगा। ये परमाणु समझौता ईरान और 6 वैश्विक शक्तियों के बीच 2015 में हुआ था। इस समझौते के बाद ईरान ने अपने परमाणु कार्यक्रम को रोक दिया था, जिसके बदले में अमेरिका ने ईरान पर लगे आर्थिक प्रतिबंधों में ढील दी थी। अमेरिका का कहना है कि ईरान ने दुनिया से छुपाकर परमाणु कार्यक्रम जारी रखा।
राष्ट्रपति पद संभालने के बाद बीते 15 महीनों में देश की डोनाल्ड ट्रंप का यह फैसला बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल और ब्रिटेन के विदेश मंत्री बोरिस जॉनसन हाल ही में ट्रंप पर इस समझौते से जुड़े रहने को दबाव बनाया था लेकिन उन्होंने इसे नहीं माना।