भारत दौरे पर दिल्ली पहुंची डेनमार्क की प्रधानमंत्री ने यात्रा को बताया मील का पत्थर, राष्ट्रपति भवन में स्वागत
भारत दौरे पर दिल्ली पहुंची डेनमार्क की प्रधानमंत्री का पीएम मोदी ने राष्ट्रपति भवन में स्वागत किया है। डेनमार्क की पीएम ने भारत यात्रा को मील का पत्थर बताया है।
नई दिल्ली, अक्टूबर 09: डेनमार्क की प्रधानमंत्री मेटे फ्रेडरिकसेन तीन दिल्लों के भारत दौरे पर राजधानी दिल्ली पहुंची हैं और दिल्ली पहुंचने के बाद उन्होंने कहा कि, उनका मकसद भारत के साथ डेनमार्क के रिश्ते को ऐतिहासिक बनाना है। भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति भवन में डेनमार्क की प्रधानमंत्री मेटे फ्रेडरिकसेन का स्वागत किया। फ्रेडरिकसन अपनी 3 दिवसीय भारत यात्रा के लिए आज नई दिल्ली पहुंचीं हैं।
भारत दौर पर डेनमार्क की पीएम
दिल्ली पहुंची डेनमार्क की प्रधानमंत्री मेटे फ्रेडरिकसेन का दिल्ली हवाई अड्डे पर भारत की विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी ने स्वागत किया। मेटे फ्रेडरिकसेन पहली बार बतौर प्रधानमंत्री भारत पहुंची हैं। इस यात्रा के दौरान डेनमार्क की प्रधानंमत्री मेटे फ्रेडरिकसेन का भारतीय राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात का कार्यक्रम है, जिसके बाद उनका भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ द्विपक्षीय वार्ता होगी। इसके साथ ही वो थिंक टैंक, भारत में रहने वाले डेनमार्क के छात्रों और डेनमार्क के लोगों से भी मुलाकात करेंगी। भारत ने डेनमार्क की प्रधानमंत्री मेटे फ्रेडरिकसेन की यात्रा को बहुत महत्वपूर्ण बताया है, क्योंकि कोविड-19 वायरस आने के बाद वो भारत की यात्रा करने वाली डेनमार्क की पहली राष्ट्राध्यक्ष हैं। इससे पहले भारतीय विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने इस साल की शुरुआत में डेनमार्क का दौरा किया था।
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भारत-डेनमार्क संबंध
आपको बता दें कि भारत और डेनमार्क के बीच मजबूत व्यापारिक संबंध हैं। भारत में 200 से ज्यादा डेनमार्क की कंपनियां मौजूद हैं और 60 से ज्यादा भारतीय कंपनियों भी डेनमार्क में कारोबार करती हैं। इसके अलावा भारत और डेनमार्क के बीच अक्षय ऊर्जा, क्लीन टेक्नोलॉजी, वाटर एंड वेस्ट मैनजमेंट, कृषि और पशुपालन, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, आईसीटी समेत डिजिटलीकरण, स्मार्ट शहर, शिपिंग जैसे क्षेत्रों में काफी मजबूत सहयोग और संबंध हैं।
डेनमार्क ने कहा- मील का पत्थर
भारत को 'करीबी साथी' मानने का जिक्र करते हुए डेनमार्क की प्रधानमंत्री मेटे फ्रेडरिकसन ने शनिवार को कहा कि, वह अपनी नई दिल्ली यात्रा को दोनों देशों के बीच संबंधों के लिए मील का पत्थर मानती हैं। तीन दिवसीय यात्रा पर भारत पहुंची फ्रेडरिकसन का राष्ट्रपति भवन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वागत किया। उन्होंने कहा कि, "हम भारत को एक करीबी भागीदार मानते हैं। मैं इस यात्रा को डेनमार्क-भारत द्विपक्षीय संबंधों के लिए एक मील के पत्थर के रूप में देखती हूं।" इससे पहले डेनमार्क की प्रधानमंत्री मेटे फ्रेडरिकसन आज सुबह राजघाट गईं, जहां उन्होंने भारत के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को पुष्पांजलि अर्पित की।
जलवायु परिवर्तन पर बातचीत
ग्लासगो जलवायु परिवर्तन शिखर सम्मेलन से पहले डेनमार्क की प्रधान मंत्री मेटे फ्रेडरिकसन ने कहा कि, भारत देश और बाकी दुनिया में 'हरित संक्रमण' के मुद्दे की जिम्मेदारी लेने का इच्छुक है। डेनमार्क की प्रधानमंत्री ने कहा कि, "पिछले साल प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और मैंने हरित रणनीतिक साझेदारी पर हस्ताक्षर किए और उसपर सहमति व्यक्त की है। हम एक महत्वाकांक्षी भारत सरकार देखते हैं, जब भारत और बाकी दुनिया में हरित संक्रमण की बात आती है।" उन्होंने कहा कि, "मैं हरित संक्रमण के बारे में भारत का सहयोग पाकर बहुत खुश हूं। अब से कुछ हफ्तों में COP26 ग्लासगो शिखर सम्मेलन का आयोजन होने जा रहा है और हम यह भी आशा करते हैं कि हम इस बैठक का उपयोग दुनिया के बाकी हिस्सों का समर्थन करने के लिए कर सकते हैं।" वहीं, डेनमार्क की प्रधानमंत्री की भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर के साथ काफी अहम मुलाकात हुई है।
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