नासा के क्यूरियोसिटी रोवर ने मंगल ग्रह पर खींची पहाड़ की तस्वीर, दिखे बैंगनी रंग के पत्थर
नासा के क्यूरियोसिटी रोवर ने अपने मास्टकैम से मंगल ग्रह पर वहां के पहाड़ की तस्वीर काफी नजदीक से खींची है। तस्वीर में पहाड़ से पहले सपाट जमीन पर कुछ बैंगनी रंग के पत्थर दिखाई दे रहे हैं।
वाशिंगटन। नासा के मार्स क्यूरियोसिटी रोवर ने मंगल ग्रह पर स्थित कुछ पहाड़ों की तस्वीरें काफी नजदीक से खींची हैं। तस्वीरों में दिख रहा है कि पहाड़ों से पास की सपाट जमीन पर कुछ बैंगनी रंग के पत्थर हैं। मंगल ग्रह की ये तस्वीरें मास्ट कैमरा (मास्टकैम) से खींची गई हैं जो क्यूरियोसिटी मार्स रोवर पर लगा हुआ है। तस्वीर में ऊंची परत समेत मध्य दूरी भी नजर आ रही है, जहां पर भविष्य में पहुंचने की योजना है। नासा के अनुसार चट्टानों चट्टानों के रंग में अंतर माउंट शार्प की संरचना संबंधी विविधता की तरफ इशारा करता है। नासा ने कहा कि अन्य पर्वतों के आगे का हिस्सा बैंगनी रंग का पाया गया और क्यूरियोसिटी के रासायनिक और खनिज उपकरण ने हेमाटाइट का पता लगाया है।
क्यूरियोसिटी
के
इस
हिस्से
में
इस
सीजन
के
दौरान
चलने
वाली
हवाएं
और
हवा
में
उड़ने
वाली
रेत
की
वजह
से
चट्टानें
अन्य
समय
की
अपेक्षा
धूल
से
मुक्त
दिख
रही
हैं,
जिसकी
वजह
से
वह
काफी
साफ
देखी
जा
सकती
हैं।
अन्य
समय
में
धूल
के
कारण
इन
चट्टानों
का
रंग
बदल
जाता
है।
इससे
पहले
क्यूरियोसिटी
रोवर
मंगल
ग्रह
की
सतह
पर
गोल्फ
की
गेंद
के
आकार
का
एक
गोल
पत्थर
खोज
चुका
है
और
इस
बात
की
पुष्टि
हो
चुकी
है
कि
यह
आयरन
और
निकल
से
बना
उल्कापिंड
लाल
ग्रह
पर
आकाश
से
गिरा
है।
इस
पत्थर
को
एग
रॉक
नाम
दिया
गया
था।
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भी
पढ़ें-
डिजिधन:
भीम
ऐप
की
खूबियां,
जो
नरेंद्र
मोदी
तक
ने
नहीं
बताईं
नासा
ने
बताया
कि
पृथ्वी
आमतौर
पर
गिरे
सभी
उल्कापिंड
भी
आयरन
और
निकल
से
ही
बने
होते
हैं।
मंगल
विज्ञान
प्रयोगशाला
परियोजना
के
वैज्ञानिक
ही
रोवर
का
संचालन
कर
रहे
हैं
और
उन्होंने
क्यूरियोसिटी
के
मास्ट
कैमरा
से
ली
गई
तस्वीर
में
एग
रॉक
को
पहली
बार
देखा
था।
नासा
के
वैज्ञानिक
लगातार
मंगल
पर
जीवन
की
तलाश
करने
में
लगे
हुए
हैं
और
इसी
अध्ययन
के
दौरान
उन्हें
एक
से
बढ़कर
एक
चौंकाने
वाली
चीजें
मिलती
रहती
हैं।