नई मुसीबत ने बढ़ाईं चीनी डॉक्टरों की चिंता, ठीक हो चुके कोरोना मरीज दो महीने बाद फिर पॉजिटिव
नई दिल्ली। चीन के वुहान शहर से निकले कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले लिया है। चीन सरकार ने कई कड़े कदम उठाते हुए इस महामारी पर काफी हद तक काबू पा लिया है लेकिन अभी भी हर दिन वायरस से जुड़ी नई-नई खबरें सामने आ रही हैं। महामारी को लेकर चीन में अब एक नई मुसीबत ने डॉक्टरों की चिंता बढ़ा दी है, प्राप्त जानकारी के मुताबिक देश में कोरोना वायरस से ठीक हो चुके मरीजों में 2 महीने बाद फिर से COVID-19 का संक्रमण पाया गया है।
दुनियाभर में 25 लाख से ज्यादा संक्रमित
दुनियाभर में फैल चुका कोरोना वायरस अब तक करीब 25 लाख से अधिक लोगों को संक्रमित कर चुका है वहीं, इस महामारी से 1.70 लाख से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। कोरोना वायरस सबसे पहले दिसंबर, 2019 में चीन के वुहान शहर में सामने आया था। चीन से सामने आ रही अब एक नई रिपोर्ट ने कोरोना वायरस को लेकर दुनिया को सोचने पर मजबूर कर दिया है।
ठीक हुए मरीजों में 2 महीने बाद फिर से संक्रमण
दरअसल, चीन में ऐसे मरीज सामने आ रहे हैं जो 2 महीने पहले कोरोना वायरस से ठीक हो चुके थे। वुहान के डॉक्टर्स ने पाया है कि शहर में ऐसे मामलों की संख्या बढ़ती जा रही है जिसमें लोग दोबारा से कोरोना पॉजिटिव पाए जा रहे हैं। चीनी डॉक्टर्स के लिए कोरोना वायरस के इस नए रूप से पार पाना चुनौती साबित हो रहा है।
कोरोना का नया रूप अंतरराष्ट्रीय चिंता का विषय
डॉक्टरों ने बताया के ठीक हुए मरीजों में 70 दिनों के बाद फिर से कोरोना टेस्ट पॉजिटिव आ रहे है। कुछ केस में संक्रमण 50 से 60 दिन में ही सामने आ रहा है। मरीजों में कोरोना वायरस का संक्रमण दोबारा पाया जाना अंतरराष्ट्रीय चिंता का विषय है क्योंकि कई देश लॉकडाउन को समाप्त कर के गिरती आर्थव्यवस्था को संभालना चाहते हैं। बता दें कि वर्तमान में विश्व स्तर पर कोरोना मरीजों के आइसोलेशन का समय 14 दिन का है।
चीनी स्वास्थ्य अधिकारियों ने दी ये जानकारी
ठीक हुए मरीजों में दोबारा संक्रमण को लेकर चीनी स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि नए पॉजिटिव रोगियों में दूसरों को संक्रमित करने की कोई पुष्टि नहीं हुई है । हालांकि अधिकारियों ने इस तरह के मरीजों के संख्या की ठीक-ठीक जानकारी साझा नहीं की है लेकिन चीनी अस्पतालों से मिली जानकारी के मुताबिक ऐसे कम से कम दर्जनों मामले हैं।
दक्षिण कोरिया से भी सामने आए कई मामले
ऐसे कई मामले दक्षिण कोरिया से भी सामने आए हैं जहां करीब 1,000 ठीक हुए कोरोना मरीजों में चार सप्ताह या उससे अधिक समय बाद फिर से संक्रमण मिला है। कोरोना से तबाह होने वाला पहला यूरोपीय देश इटली के स्वास्थ्य अधिकारियों ने भी पाया है कि कोरोना वायरस रोगी लगभग एक महीने बाद तक फिर से टेस्ट पॉजिटिव पाया जा सकता है। कोरोना वायरस के इन मामलों में डॉक्टर्स की सीमित जानकारी है, इसलिए वह उन्हें लंबे समय तक आइसोलेशन में रखकर उनकी जांच कर रहे हैं।
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