इस देश पर बरपा कोरोना का कहर, कब्रिस्तान में जगह नहीं, पुरानी कब्रों से हड्डियां निकालकर दफन किए जा रहे शव
नई दिल्ली। चीन के वुहान शहर से निकला कोरोना वायरस अब पूरी दुनिया में मानव जगत के लिए खतरा बन चुका है। महामारी के रोकथाम के लिए कई देशों के वैज्ञानिक वैक्सीन बनाने के काम में जुटे हुए हैं लेकिन अभी तक किसी के भी हाथ सफलता नहीं लगी है। इस वायरस का तोड़ अगर जल्दी नहीं खोजा गया तो भविष्य में परिणाम बहुत भयानक हो सकते हैं। कोरोना के चलते आने वाले समय में दुनिया को कैसे दिन देखने पड़ सकते हैं, इसकी भयावह और विचलित कर देने वाली तस्वीर लैटिन अमेरिकी देश ब्राजील में देखने को मिली है।
मृतकों को दफनाने के लिए कम पड़ी जमीन
अमेरिका के बाद पूरी दुनिया में कोरोना वायरस से प्रभावित होने वाला दूसरा बड़ा देश ब्राजील है। एक रिपोर्ट के मुताबिक यहां अब तक 8.3 लाख मरीजों की पुष्टि हुई है जबिक 41 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। ब्रजील में कोरोना वायरस के प्रकोप का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि अब वहां कोविड-19 से मरने वालों के शवों को दफनाने के लिए जमीन कम पड़ गई है। ऐसे में अब ब्रजील सरकार पुराने कब्रों से अवशेषों को निकालकर वहां कोरोना मृतकों को दफनाने की तैयारी शुरू कर दी है।
पुरानी कब्र को खोद कर निकाली जा रही हड्डियां
समाचार एजेंसी एफपी के मुताबिक ब्राजील का सबसे बड़ा शहर साओ पोवलो कोरोना वायरस से सबसे बुरी तरह प्रभावित हुआ है, वहां अब लाशों को दफनाने के लिए जमीन कम पड़ गई है। कोरोना के इस भयानक रूप से अंदाजा लगाया जा सकता है कि इस महामारी को रोकना कितना जरूरी है। लाशों के ढेर को दफनाने के लिए अब साओ पोवलो में पुरानी कब्र को खोद कर हड्डियां निकाली जा रही हैं, ताकि वहां नए मृतकों का अंतिम संस्कार किया जा सके।
दूसरे शहरों में किया जएगा दफन
साओ पोवलो की नगर निगम का कहना है कि सिर्फ उन्हीं कब्रों को खोदा जा रहा है जो तीन साल या उससे ज्यादा पुरानी हैं, इन कब्रों के अवशेषों को निकालकर अलग-अलग थैले में रखा जा रहा है। थैलों पर नंबरिंग भी की जा रही है, उसके बाद उन अवशेषों को बड़े कंटेनर में रख दिया जाता है। इसके बाद उन्हें दो सप्ताह के अंदर दूसरे शहरों के कब्रिस्तान में दफनाने के लिए भेज दिया जाएगा। नगर निगम ने बताया कि इस प्रक्रिया के लिए बकायदा लोहे के 12 कंटेनर खरीदे गए हैं।
70 फीसदी भर चुके हैं अस्पताल
बता दें कि कोरोना वायरस से साओ पोवलो की हालत बहुत खराब हो गई है, अकेले इस शहर में ही 5840 लोगों की मौत हो चुकी है। परेशान करने वाली बात यह है कि इस शहर की आबादी करीब 1 करोड़ 20 लाख की है अगर महामारी और फैली तो परिणाम भयानक हो सकते हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यहां के अस्पताल भी 70 फीसदी भर चुके हैं, हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि ब्राजील में कोराना का पीक अगस्त में दिख सकता है।
सामूहिक कब्र में सैकड़ों शवों को एक साथ दफनाया
दुनिया में सबसे ज्यादा कोरोना से होने वाली मौत के मामले में ब्राजील ने अब ब्रिटेन को भी पीछे छोड़ दिया है। पिछले दिनों ब्राजील से सामूहिक कब्र की तस्वीरें भी सामने आई थीं जिसने दुनिया को हिलाकर रख दिया था। उस कब्रिस्तान में एक साथ सैंकड़ों शवों को दफनाया गया था। बता दें कि कोरोना से मरने वाले लोगों के शवों से भी संक्रमण फैलने का खतरा होता है इसलिए मृतकों के शवों को एक साथ दफनाया जाना सुरक्षित माना जाता है।
दुनियाभर में कोरोना के 74.1 लाख मरीज
वैश्विक महामारी का प्रकोप इस समय पूरी दुनिया में देखने को मिल रहा है, भारत, अमेरिक, ब्राजील, रूस, ब्रिटेन सहित कई देशों में संक्रमित लोगों की संख्या 2 लाख के पार जा चुकी है। वर्तमान में पूरी दुनिया में कोरोना के 74.1 लाख से भी अधिक संक्रमित लोगों की पुष्टि हो चुकी है वहीं, महामारी से अब तक कुल 4.3 लाख लोगों की मौत भी हुई है। पिछले कुछ सप्ताह से भारत में भी मरीजों की संख्या में तेजी दर्ज की गई है, विश्व में अब भारत कोरोना प्रभावित देशों की सूचि में 3.9 लाख संक्रमितों के साथ चौथे स्थान पर आ गया है।
यह भी पढ़ें: पाकिस्तान के पूर्व पीएम यूसुफ गिलानी को भी हुआ कोरोना, बेटे कासिम ने इमरान को बताया जिम्मेदार, कहा-Thanku