मालदीव में भारत समर्थक नेताओं में विवाद चरम पर, सोलिह पर नशीद ने लगाए गंभीर आरोप
माले, 01 अगस्तः मालदीव में राष्ट्रपति और स्पीकर के बीच विवाद चरम पर है। सत्ताधारी मालदीव डेमोक्रेटिक पार्टी के सदस्य संसद अध्यक्ष मोहम्मद नशीद के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की तैयारी कर रहे हैं। राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह और स्पीकर मोहम्मद नशीद दोनों ही एक ही पार्टी से संबंध रखते हैं। गौरतलब है कि जल्द ही देश में अगले साल राष्ट्रपति चुनाव होने जा रहे हैं। इस चुनाव से पहले ही दोनों ही प्रमुख नेताओं के बीच सत्ता के लिए पार्टी में ही घमासान शुरू हो गया है।
मोहम्मद नशीद ने सोलिह पर लगाया गंभीर आरोप
मोहम्मद नशीद ने आरोप लगाया कि राष्ट्रपति सोलिह के प्रशासन ने उनके भाई को गिरफ्तार कर लिया है। मोहम्मद नशीद ने आरोप लगाया कि राष्ट्रपति सोलिह का प्रशासन राजनीतिक रूप से प्रेरित है और गठबंधन में कट्टरपंथियों को खुश करने में जुटा हुआ है। नशीद ने यह भी आरोप लगाया कि राष्ट्रपति सोलिह के गैर महिलाओं से आपत्तिजनक रिश्ते हैं और वह व्याभिचार में शामिल रहे हैं।
चुनाव लड़ना चाहते हैं नशीद
राष्ट्रपति के कार्यालय ने स्पीकर के इन आरोपों को खारिज कर गिया है। मालदीव के राष्ट्रपति सोलिह इस समय भारत के दौरे पर हैं। इससे पहले वियोन को दिए गए एक इंटरव्यू में मोहम्मद नशीद ने इस संभावना को खारिज नहीं किया था कि वह राष्ट्रपति चुनाव नहीं लड़ेंगे। उन्होंने कहा था कि अगर लोग और पार्टी के सदस्य यह तय करते हैं कि मुझे चुनाव लड़ना चाहिए तो मैं ऐसा करूंगा।
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योग को पर भी उठे सवाल
इस बीच पिछले सप्ताह सत्तारूढ़ गठबंधन की एक सहयोगी पार्टी अधालथ पार्टी ने पिछले सप्ताह एक शोध पत्र जारी किया था और पार्टी की योग के प्रति नीतियों को रेखांकित किया था। अधालथ पार्टी ने कहा कि योग मुस्लिमों के लिए हराम है। सहयोगी पार्टी ने मालदीव के राष्ट्रपति और देश के लोगों से अनुरोध किया था कि मालदीव को इस्लामिक परंपरा को बरकरार रखना चाहिए। पार्टी ने कहा कि देश में ऐसे कदम उठाए जाएं कि इस तरह की प्रथाएं सामान्य न हों।
योग कार्यक्रम में कट्टपंथियों ने किया हमला
अधालाथ पार्टी ने कहा कि योग इस्लामिक मान्यता के खिलाफ है। इस पार्टी के अध्यक्ष इमरान अब्दुल्ला मालदीव के गृहमंत्री हैं। इससे पहले योग दिवस पर एक कार्यक्रम में मुस्लिम कट्टरपंथियों की भीड़ ने धावा बोल दिया था। इस दौरान योग चिकित्सकों पर हमला भी किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन भारतीय उच्चायुक्त और मालदीव के विदेश सचिव ने मिलकर किया था। इस दौरान मालदीव के युवा और खेल मामलों के मंत्री और भारतीय राजदूत दोनों ही मौजूद थे।
राष्ट्रपति सोलिह ने जताई चिंता
मालदीव के राष्ट्रपति सोलिह ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए इसके गंभीर चिंता का विषय करार दिया था। सरकार ने इस घटना पर कार्रवाई करते हुए 21 लोगों को गिरफ्तार भी किया। अधिकारियों के मुताबिक इस हमले में इस्तेमाल किए गए झंडे विपक्षी प्रोग्रेसिव पार्टी ऑफ मालदीव द्वारा प्रदान किए गए थे, ऐसा माना जाता है कि इस पार्टी का चीन के साथ घनिष्ठ संबंध है।