फिलीपींस को कुख्यात मार्कोस से मुक्त कराने वाले पूर्व राष्ट्रपति फिदेल रामोस का निधन, कोरोना से थे पीड़ित
मनीला, 31 जुलाईः फिलीपींस के पूर्व राष्ट्रपति फिदेल वाल्डेज रामोस का रविवार रविवार को निधन हो गया। वह 94 वर्ष के थे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक वह कोरोना संक्रमित हो गए थे जिसके बाद उनका इलाज मकाती मेडिकल सेंटर में चल रहा था। इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई। फिदेल रामोस के परिवार में पत्नी अमेलिता मिंग रामोस और चार बच्चे हैं।
तस्वीर- ट्वीटर
राष्ट्रपति मार्कोस जूनियर ने जताया दुख
फिलीपींस के राष्ट्रपति फर्डिनेंड मार्कोस जूनियर ने एक बयान में दुख जताते हुए कहा कि यह बहुत दुखद है कि पूर्व राष्ट्रपति फिदेल वी रामोस का निधन हो गया है। एक सैन्य अधिकारी और देश के प्रमुख दोनों के रूप में हमारे देश में महान परिवर्तनों में उनकी भागीदारी इतिहास में हमेशा याद रखी जाएगी। उन्होंने कहा कि वे हमारे लिए एक बेहतर विरासत छोड़ गए हैं। पूर्व राष्ट्रपति के परिजनों के प्रति सांत्वना व्यक्त करते हुए मार्कोस जूनियर ने कहा कि 'हम उनके परिवार, दोस्तों और सहयोगियों के साथ गहरा शोक व्यक्त करते हैं, हम उन्हें अपनी प्रार्थनाओं में याद रखेंगे।'
कोरिया
और
वियतनाम
युद्ध
में
लिया
था
हिस्सा
FVR
के
नाम
से
मशहूर
रामोस
ने
वेस्ट
पॉइंट
पर
यूएस
मिलिट्री
एकेडमी
में
पढ़ाई
की
थी
औऱ
1950
के
दशक
में
एक
प्लाटून
लीडर
के
रूप
में
कोरियाई
जंग
में
लड़ाई
लड़ी।
उन्होंने
1960
के
दशक
के
अंत
में
वियतनाम
में
फिलीपीन
सिविल
एक्शन
ग्रुप
के
नेता
के
रूप
में
कार्य
किया।
राष्ट्रपति
बनने
से
पहले
फिदेल
रामोस
ने
तत्कालीन
राष्ट्रपति
कोराज़ोन
एक्विनो
की
सरकार
में
फिलीपींस
के
सशस्त्र
बलों
के
चीफ-ऑफ-स्टाफ
के
रूप
में
भी
कार्य
किया
था।
इसके
अलावा
वे
रक्षा
सचिव
भी
रहे।
फिलीपींस के विकास में बड़ा योगदान
रामोस 1992 से 1998 तक फिलीपींस गणराज्य के 12 वें राष्ट्रपति रहे थे। रामोस ने परिवहन और संचार क्षेत्रों में एकाधिकार को तोड़ा। कांग्रेस द्वारा दी गई विशेष शक्तियों के माध्यम से उन्होंने बदहाल बिजली व्यवस्था को पटरी पर लाने का काम किया। उनके कार्यकाल के दौरान फिलीपींस की अर्थव्यवस्था में वृद्धि हुई और गरीबी दर में तेजी से गिरावट आय़ी। उन्हें देश में नए सिरे से निवेशकों के विश्वास के पीछे प्रेरक शक्ति कहा जाता था। रामोस ने अपने शासनकाल में दक्षिणपंथी, वामपंथी और इस्लामी विद्रोहियों से लड़ाई लड़ी। रामोस एक मल्टी-टास्किंग एथलेटिक लीडर थे। जब वह सैन्य प्रमुख थे तो वह अपनी गेंद के पीछे दौड़ते हुए एक ही समय में गोल्फ और जॉग खेलते थे। हालांकि मार्कोस शासन के दौरान मार्शल लॉ लागू करने के लिए उनकी हमेशा आलोचना की जाती है।
मार्कोस से फिलीपींस को दिलाया छुटकारा
मार्शल लॉ के दौरान सैनिकों ने बेकसूर जनता को गिरफ्तार किया, महिलाओं का बलात्कार किया और उन्हें प्रताड़ित किया। अमेनेस्टी इंटरनैशनल के मुताबिक मार्कोस के शासन में 70000 लोगों को जेल भेजा गया, 34000 लोगों को प्रताड़ित किया गया और 3240 लोगों की हत्या हुई। मार्कोस की सरकार से अलग होने के बाद रामोस फिलीपींस में कई लोगों के नायक बन गए। रामोस ने एक राष्ट्रीय पुलिस बल का नेतृत्व किया और कुख्यात मार्कोस के शासन का पतन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।