कोलंबिया के राष्ट्रपति बने 2016 नोबेल शांति पुरस्कार के विजेता
स्टॉकहोम। वर्ष 2016 के लिए नोबेल शांति पुरस्कार का ऐलान भी हो गया है। इस वर्ष यह पुरस्कार कोलंबिया के राष्ट्रपति जुआन मैनुअल सैंटोस को मिला है।
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क्यों मिला नोबेल शांति पुरस्कार
राष्ट्रपति सैंटोस को यह पुरस्कार देश में 50 वर्षों से जारी गृह युद्ध को खत्म करने के लिए दिया गया है। कोलंबिया के गृह युद्ध में करीब 220,000 कोलंबियन नागरिकों की मौत हो गई थी और करीब छह मिलियन लोगों को अपना घर छोड़ने को मजबूर होना पड़ा था।
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यह पुरस्कार संघर्ष में शामिल कोलंबियों के लोगों के संघर्ष और उनके जज्बे को एक सलाम के तौर पर है। नोबेल शांति पुरस्कार का चयन करने वाली समिति के मुताबिक संघर्ष के बावजूद कोलंबिया के नागरिकों ने शांति की उम्मीद नहीं छोड़ी थी।
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कौन हैं राष्ट्रपति सैंटोस
- जुुआन मैनुअल सैंटोल कोलंबियां के 32वें राष्ट्रपति हैं।
- वह वर्ष 2010 में इस देश के राष्ट्रपति बने थे।
- राष्ट्रपति बनने से पहले वह वर्ष 2006 से 2009 तक रक्षा मंत्री रहे।
- सैंटोस ने वर्ष 1967 में कोलंबिया के नेवल कैडेट स्कूल में एडमिशन लिया।
- वर्ष 1969 में एक नेवी ऑफिसर बने और वर्ष 1971 तक उन्होंने नेवी मेंं सेेवाएं दीं।
- नेवी छोड़ने के बाद सैंटोस अमेरिका गए और कांसास की यूनिवर्सिटी में एडमिशन लिया।
- यहां उन्होंने वर्ष 1973 में बैचलर ऑफ इकोनॉमिक्स और बीए की पढ़ाई पूरी की।
- सैंटोस ने इसके बाद हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के एफ कैनेडी स्कूल में एडमिशन लिया।
- वर्ष 1981 में ग्रेजुुएट होने के बाद वह कोलंबिया वापस आ गए।
- यहां पर उन्होंने अपने परिवार के न्यूजपेपर एल टिएम्पो की जिम्मेदारी बतौर डिप्टी डायरेक्टर संभाली।
- सैंटोस ने वर्ष 1991 से वर्ष 1994 तक कोलंबिया के फॉरेन ट्रेड मिनिस्टर के तौर पर अपनी जिम्मेेदारियां संभाली।
- वर्ष 1994 में सैंटोस ने गुड गर्वनमेंट फाउंडेशन को शुरू कीऔर चरमपंथी संगठन फार्क के साथ शांति वार्ता शुरू।
- 19 जुलाई 2006 को वह कोलंबिया के रक्षा मंत्री बनें और फिर यहां से उन्होंने बदलाव की कोशिशें शुरू कींं।
- कोलंबिया के राष्ट्रपति बनने के बाद उन्होंने गुरिल्ला संगठन फार्क के साथ बातचीत की प्रक्रिया शुरू की।
- 27 अगस्त 2012 से फार्क के साथ वार्ता शुरू हुई।