चीन ने बताई वीगर मुसलमानों की आबादी, पश्चिमी देशों के दावों को किया ख़ारिज
चीन ने वीगर मुसलमानों पर अत्याचार के लगातार लगते आरोपों के बीच उनकी जनसंख्या से जुड़ा श्वेत पत्र जारी किया है.
चीन ने रविवार को शिनजियांग प्रांत में जनसंख्या के आँकड़ों को लेकर श्वेत पत्र पेश किया.
देश की सातवीं राष्ट्रीय जनगणना का हवाला देते हुए इस श्वेत पत्र में कहा गया है कि इस क्षेत्र में जातीय अल्पसंख्यकों की आबादी काफ़ी बढ़ी है.
शिनजियांग वही प्रांत है जहाँ चीन पर वीगर मुसलमानों के साथ दुर्व्यवहार के आरोप लगते रहे हैं. अमेरिका समेत कई पश्चिमी राष्ट्र चीन पर ऐसे आरोप लगा चुके हैं.
ऐसा कहा जाता रहा है कि चीन वहां पर वीगर मुसलमानों के लिए 'डिटेंशन कैंप' चला रहा है और कुछ की पुष्टि बीबीसी की रिपोर्टों में भी हुई है.
चीन के सरकारी अख़बार ग्लोबल टाइम्स ने इस श्वेत पत्र के हवाले से पश्चिमी देशों के 'नरसंहार' के दावों को ख़ारिज किया है.
वीगर मुसलमानों की कितनी आबादी बढ़ी
'शिनजियांग जनसंख्या गतिशीलता और आँकड़े' नामक श्वेत पत्र में बताया गया है कि 1953 में वीगर मुसलमानों की आबादी जहां 36 लाख थी वो 2020 में बढ़कर 1.1 करोड़ हो गई.
स्टेट काउंसिल इन्फ़ॉर्मेशन ऑफ़िस ने 2015 के बाद से शिनजियांग के ये जनसांख्यिकीय विकास पहली बार जारी किए हैं जिसमें बीते 7 दशकों का आंकड़ा पेश किया गया है.
शिनजियांग के कार्यालय से यह 10वां श्वेत पत्र है. इससे पहले के श्वेत पत्र मानवाधिकार उपलब्धियों, वॉकेशनल ट्रेनिंग, एजुकेशन सेंटर्स, रोज़गार और आतंक-रोधी उपायों पर आधारित थे.
इस बार के श्वेत पत्र के छह हिस्से हैं जिनमें शिनजियांग की जनसांख्यिकी, क्षेत्र की ताज़ा जनसांख्यिकी, वीगर की संख्या में जनसांख्यिकी परिवर्तन, शिनजियांग के जनसांख्यिकीय विकास में योगदान देने वाले कारक, क्षेत्रीय आबादी की संभावनाएं और चीन विरोधी ताक़तों द्वारा गढ़े गए झूठ शामिल हैं.
- वीगर मुसलमान: चीन कर रहा है जनसंहार, ब्रिटेन की रिपोर्ट का दावा
- वो वीगर औरतें जिनके साथ सिर्फ़ रेप नहीं होता, ख़ौफ़नाक यातनाएं भी दी जाती हैं
'पश्चिमी देशों को दिया जवाब'
ग्लोबल टाइम्स अख़बार लिखता है कि यह श्वेत पत्र चीन विरोधी ताक़तों को जवाब देने के लिए है जिन्होंने शिनजियांग के मुद्दे को तूल देकर चीन को बदनाम करने के लिए उस पर 'जनसंहार' के अपराध जैसे आरोप लगाए.
ग्लोबल टाइम्स अख़बार से पीकिंग विश्वविद्यालय के डेमोग्राफ़र ली चियांशिंग ने कहा कि यह श्वेत पत्र उनके दावों को ख़ारिज करने के लिए एक ठोस डेटा और वैज्ञानिक जनसांख्यिकीय विश्लेषण पेश करता है. चियांशिंग इस श्वेत पत्र को तैयार करने में शामिल भी रहे हैं.
श्वेत पत्र के आकंड़े दिखाते हैं कि शिनजियांग की जनसंख्या, ख़ासकर के जातीय अल्पसंख्यकों के मामले में आकार और गुणवत्ता दोनों मामलों में तेज़ी से बढ़ी है. इसके साथ ही जीवन प्रत्याशा में पर्याप्त वृद्धि देखी गई है.
- वीगर मुसलमान: चीन के ख़िलाफ़ बोलने की ऐसी कीमत चुका रहे हैं ये लोग
- चीन वीगर मुसलमान इलाक़े में मौलवियों पर कस रहा है शिकंजा - रिपोर्ट
सातवें राष्ट्रीय जनगणना के शुरुआती आंकड़ों के अनुसार, 2020 में शिनजियांग की कुल जनसंख्या 2.5 करोड़ थी जिसमें हान जातीय समुदाय की आबादी 1 करोड़ और जातीय अल्पसंख्यकों की संख्या 1.4 करोड़ थी.
शिनजियांग में जातीय समूहों की जनसंख्या 1953 में जहां 44 लाख थी वो 2020 में बढ़कर 1.4 करोड़ हो गई.
ग्लोबल टाइम्स लिखता है कि 21वीं सदी के पहले दो दशकों के दौरान वीगर लोगों की आबादी 1.67 प्रतिशत की वार्षिक दर से बढ़ी है जो कि देश के जातीय अल्पसंख्यक समूह की जनसंख्या से काफ़ी ज़्यादा है. जातीय अल्पसंख्यकों की कुल आबादी 0.83% की दर से ही बढ़ी है.
वीगर मुसलमानों की जनसंख्या 1953 में 36 लाख थी जो 2020 में 1.1 करोड़ हो गई. वहीं, दक्षिणी शिनजियांग के चार ज़िलों में वीगर मुसलमानों की आबादी 83.74% है.
चीन पर क्या हैं आरोप
माना जाता है कि चीन ने शिनजियांग में 10 लाख से ज़्यादा वीगर और अन्य मुसलमानों को हिरासत में लिया है.
शिनजियांग उत्तर-पश्चिमी चीन का एक बड़ा इलाक़ा है जहां तुर्क मूल के मुसलमान रहते हैं.
चीन पर इस इलाक़े में मानवाधिकार हनन का आरोप लगाया जाता है जिसमें नसबंदी और रेप शामिल हैं.
- अफ़ग़ानिस्तान के वीगर मुसलमान, जिन्हें तालिबान ही नहीं चीन का भी डर
- नौकरियों के बहाने वीगर मुसलमानों को तितर-बितर कर रहा है चीन
शिनजियांग में हिरासत में लिए गए अधिकतर लोगों को 'पुन:शिक्षा' शिविरों में भेज दिया जाता है. ये एक तरह के जेल जैसे शिविर हैं जहां बिना आरोपों के अनिश्चित काल तक लोगों को रखा जाता है.
लेकिन, कई लोगों को जेल की सज़ा भी दी गई है और साल 2017 के बाद से ऐसे मामलों की संख्या और गंभीरता बढ़ी है.
हिरासत या आरोपों के सार्वजनिक रूप से उपलब्ध दस्तावेज़ बेहद कम हैं. लेकिन, जो भी दस्तावेज़ उपलब्ध हैं वो दिखाते हैं कि किस तरह चीन शिनजियांग में सामान्य धार्मिक अभिव्यक्तियों को चरमपंथ या राजनीतिक अलगाववाद से जोड़कर ये सब कर रहा है.
(कॉपी - मोहम्मद शाहिद)
- चीन में वीगर मुसलमान मॉडल की क़ैद और सरकार के जवाब की पूरी कहानी
- चीन वीगर मुसलमानों के बच्चों को अनाथालय भेज रहा हैः एमनेस्टी
(बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.)