मरते दम तक सत्ता का सुख भोगते रहेंगे शी जिनपिंग? कम्युनिस्ट पार्टी की 20वीं कांग्रेस आयोजन में होगा फैसला
बीजिंग, 30 अगस्तः चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी ने 16 अक्टूबर को बीजिंग में अपनी 20वीं कांग्रेस आयोजित करने का प्रस्ताव रखा है। चीन की कम्युनिस्ट पार्टी हर पांच साल में एक बार अपनी सबसे महत्वपूर्ण कांग्रेस आयोजित करती है। इस कांग्रेस में सरकार और पार्टी के काम की समीक्षा होती है और अगले पांच सालों की योजनाओं के बारे में भी चर्चा और समर्थन किया जाता है।
पार्टी के 2300 प्रतिनिधि होंगे शामिल
पोलित ब्यूरो ने मंगलवार को कांग्रेस की शुरुआत की तारीख की घोषणा की है। यह चुनाव लगभग एक सप्ताह तक चलती है और ज्यादातर मध्य बीजिंग में तियानमेन स्क्वायर के पश्चिमी किनारे पर ग्रेट हॉल ऑफ द पीपल में बंद दरवाजों के पीछे होती है। वहीं इसमें देशभर से 2300 प्रतिनिधि शामिल होंगे। इसके अलावा पार्टी की 20वीं कांग्रेस में देश के एक प्रमुख नेतृत्व परिवर्तन के बारे में भी फैसला लिया जाएगा।
रिटायर्ड होंगे चीनी प्रीमियर ली केकियांग
पार्टी की 20वीं नेशनल कांग्रेस एक प्रमुख नेतृत्व परिवर्तन पर फैसला करेगी क्योंकि चीन के प्रधानमंत्री ली केकियांग रिटायर होने वाले हैं। चीन की सत्ता में नंबर दो के नेता प्रधानमंत्री ली केकियांग ने मार्च में कहा था कि प्रधानमंत्री के तौर पर यह मेरा आखिरी वर्ष है। ली का सरकार के अन्य सदस्यों के साथ इस साल सेवानिवृत्त होना तय है। सीपीसी कांग्रेस में सभी स्तरों पर एक नए नेतृत्व का गठन किया जाएगा
माओत्से तुंग की राह पर चले जिनपिंग
इस चुनाव के बाद शी जिनपिंग, माओत्से तुंग के बाद देश के सबसे शक्तिशाली नेता के रूप में अपनी जगह पक्की करने के लिए तैयार हैं। पार्टी की मौजूदा परंपराओं के तहत देश के नेतृत्व व अन्य आला अफसरों को हर दस साल पर बदला जाता है। लेकिन इस परंपरा के विपरीत 69 वर्षीय चिनफिंग अपने दस साल का कार्यकाल पूरा होने पर भी रिटायर नहीं होंगे। 2018 में जिनपिंग ने राष्ट्रपति कार्यकाल की सीमाओं को खत्म कर दिया था। विशेषज्ञों का कहना है कि जिनपिंग चीन को एक व्यक्तिगत तानाशाही में वापस ले जा रहे हैं।
मरते दम तक सत्ता में बने रहे माओत्से तुंग
शी जिनपिंग को चीन में प्रेसीडेंसी, पार्टी और सेना का सबसे शक्तिशाली प्रमुख माना जाता है। उनको पहले ही पार्टी के संस्थापक माओत्से तुंग के समान नेता के रूप में नामित किया गया था। माओत्से तुंग 1976 में अपनी मृत्यु तक सत्ता में बने रहे थे। 69 वर्षीय शी ने एक दशक पहले पार्टी महासचिव बनने के बाद से सत्ता को लगातार मजबूत किया है, जिससे उनके शासन के किसी भी ज्ञात गुटीय विरोध को समाप्त कर दिया गया है। सत्ता संभालने के बाद से, एक कम्युनिस्ट क्रांतिकारी के बेटे, शी ने पूरे समाज में पार्टी और अपनी भूमिका को मजबूत किया है और असहमति के लिए जगह को खत्म कर दिया है। शी के नेतृत्व में, चीन विकासशील दुनिया के नेता के रूप में वैश्विक मंच पर कहीं अधिक मुखर हो गया है।
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