आर्मी चीफ बिपिन रावत के 'सलामी स्लाइसिंग' वाले बयान पर भड़का चीन
बीजिंग। चीन ने भारतीय सेना प्रमुख 'सलामी स्लाइसिंग' वाले बयान पर आपत्ति जताते हुए कहा है कि बिपिन रावत दोनों देशों के बीच टेंशन बढ़ाने का काम कर रहे हैं। आर्मी चीफ बिपिन रावत ने बुधवार को एक सेमिनार में 'सलामी स्लाइसिंग' शब्द का इस्तेमाल करते हुए कहा था कि चीन धीरे-धीरे भारतीय भूभाग पर कब्जा करने की साजिशें कर रहा है।
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने कहा, 'हम इस बात को संज्ञान में ले रहे हैं। हमे नहीं पता कि इस तरह के शब्दों का इस्तेमाल उन्होंने (रावत) अधिकृत रूप से किया या ऐसा बोलना उनके स्वभाव में है या फिर वे भारत सरकार की स्थिति का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं'।
हाल ही संपन्न हुए ब्रिक्स शिखर सम्मेलन 2017 में मोदी और जिनपिंग की मुलाकात का जिक्र करते हुए गेंग ने कहा कि दोनों देशों के बीच विकास के अवसर ढूंढ़ने को लेकर वार्ता हुई है, ना कि इस तरह की धमकियां को लेकर। हम आशा करते हैं कि चीन के रवैये को भारत सही ढंग से लेगा। हमें दुनिया को यह दिखाने की जरूरत है कि शांति के सहअस्तित्व और आपसी सहयोग ही दोनों देशों के लिए फायदेमंद है। बॉर्डर पर शांति के लिए हम दोनों देशों को एक दूसरे का सम्मान करना जरूरी है। हम आशा करते हैं कि इंडियन आर्मी के चीफ इस बयान पर अपना स्प्ष्टीकरण देंगे।
क्या
कहा
था
बिपिन
रावत
ने
आर्मी
चीफ
बिपिन
रावत
में
एक
सेमिनार
में
बॉर्डर
पर
तनातनी
को
लेकर
कहा
था
कि
हमारे
दो
दुश्मन
हैं।
एक
उत्तरी
सीमा
पर
तो
दूसरा
पश्चिनी
सीमा
पर।
ऐसे
में
उत्तरी
सीमा
पर
अगर
निकट
भविष्य
में
जंग
छिड़कती
है
तो
पश्चिमी
सीमा
वाला
दुश्मन
जरूर
इसका
फायदा
उठाने
की
कोशिश
करेगा।
ऐसे
में
हमारी
सेनाओं
को
दोनों
सीमा
पर
जंग
के
लिए
तैयार
रहना
होगा।