चीन में क्रैश कर गया रीयल एस्टेट सेक्टर, बैंकों के डूब जाएंगे 350 अरब डॉलर, बहुत बड़ी आर्थिक तबाही!
पहले से ही धीमी आर्थिक वृद्धि, कोविड लॉकडाउन से पनपे व्यवधान और रिकॉर्ड उच्च युवा बेरोजगारी ने शी जिनपिंग की नेतृत्व क्षमता को सवालों से भर दिया है।
बीजिंग, अगस्त 01: चीन में प्रॉपर्टी सेक्टर क्रैश कर गया है, जिसकी वजह से बैंकों को सबसे खराब स्थिति में 350 अरब डॉलर का नुकसान का सामना करना पड़ सकता है। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, चीन में प्रॉपर्टी सेक्टर उसकी जीडीपी में बहुत बड़ा स्थान रखता है, लेकिन पिछले कुछ महीने से प्रॉपर्टी व्यवसाय से लोगों का विश्वास बुरी तरह से टूट गया है, लिहाजा चीनी अधिकारियों को गहरी उथल-पुथल को रोकने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है और अगर चीनी बैंकों को 350 अरब डॉलर का नुकसान होता है, तो सिर्फ चीन की ही कमर नहीं टूटेगी, बल्कि चीनी अर्थव्यवस्था पर मेहरबान कुछ छोटे देश भी बुरी तरह से परेशान हो सकते हैं।
चीन में क्रैश कर गया प्रॉपर्टी सेक्टर
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, रुकी हुई परियोजनाओं के एक बढ़ते संकट ने सैकड़ों हजारों होमबॉयर्स के विश्वास को कम कर दिया है, लिहाजा, चीन के 90 से ज्यादा शहरों में लोगों ने बैंकों से जो लोन लिया था, उसे चुकाने से इनकार करते हुए प्रॉपर्टी सेक्टर का बहिष्कार शुरू कर दिया है, जिसके चलते कई चायनीज बैंकों में हाहाकार मच गया है और माना जा रहा है, कि कम से कम 350 अरब डॉलर का नुकसान हो सकता है, जो सीधे तौर पर चीन की जीडीपी को बुरी तरह से प्रभावित करेगी। ऐसे में अब बड़ा सवाल अब यह है, देश की 56 ट्रिलियन डॉलर की बैंकिंग प्रणाली को ये कितना प्रभावित करेगा। आपको बता दें कि, चीन में प्रॉपर्टी खरीदने के लिए लोगों को अंधाधुंध लोन बांटे गये और अब लोगों ने उस लोन को चुकाने से मना कर दिया है और लोगों ने घरों को खाली करना शुरू कर दिया है, लिहाजा बैंकों के पास पैसों की वसूली का कोई रास्ता ही नहीं बचा है।
एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स का अनुमान
एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स ने अनुमान लगाया है, कि सबसे खराब स्थिति में, चीन के बैंकों को 2.4 ट्रिलियन युआन (356 बिलियन डॉलर), या 6.4% मॉर्गेज जोखिम में आ गये हैं, जबकि ड्यूश बैंक एजी ने जो चेतावनी दी है, उसके मुताबिक, कम से कम 7% होम लोन खतरे में हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, चीन के बैंकों की तरफ से अभी तक 2.1 अरब युआन का घाटा हो जाने की जानकारी दी है, लेकिन अनुमान है, कि ये आंकड़ा इससे काफी ज्यादा हो सकता है और चीनी बैंक झूठ बोल रहे हैं। यूनिवर्सिटी ऑफ हॉन्ग कॉन्ग बिजनेस स्कूल में फाइनेंस के प्रोफेसर झिवु चेन ने कहा कि, "बैंक बीच में फंस गए हैं।" उन्होंने कहा कि, "अगर वे डेवलपर्स को परियोजनाओं को पूरा करने में मदद नहीं करते हैं, तो वे बहुत अधिक पैसे खो देंगे। लेकिन, यदि वे ऐसा करते हैं, तो निश्चित रूप से सरकार को तो खुशी होगी, लेकिन वे रियल एस्टेट परियोजनाओं में अपना जोखिम और भी ज्यादा बढ़ा लेंगे।
बीच मंझधार में फंसा हुआ है चीन
पहले से ही धीमी आर्थिक वृद्धि, कोविड लॉकडाउन से पनपे व्यवधान और रिकॉर्ड उच्च युवा बेरोजगारी ने शी जिनपिंग की नेतृत्व क्षमता को सवालों से भर दिया है। बीजिंग अपने वित्तीय और सामाजिक स्थिरता को अपनी प्राथमिकताओं में सबसे ऊपर रखता रहा है और अब तक जिन प्रयासों पर विचार किया गया है, उनमें मॉर्गेज भुगतान पर छूट की अवधि और डेवलपर्स को वित्तीय सहायता देने के लिए एक केंद्रीय बैंक समर्थित फंड बनाने की बात कही गई है। वही, बैंक सराकर ने किसी बड़े खैरात की उम्मीद कर रहे हैं, ताकि वो रियल एस्टेट सेक्टर में और कर्ज बांट सके।
चीन में सबसे महत्वपूर्ण रियल एस्टेट
टेनेओ होल्डिंग्स के प्रबंध निदेशक गेब्रियल वाइल्डौ ने इस महीने एक नोट में कहा कि, चीन की जीडीपी में रियल एस्टेट कारोबार सबसे ज्यादा शेयर रखता है और किसी भी अन्य उद्योग की तुलना में रियल एस्टेट ने जीडीपी में भूमिका निभाई है। वहीं, पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना के आंकड़ों के अनुसार, मार्च के अंत में डेवलपर्स को 39 ट्रिलियन युआन बकाया मॉर्गेज और अन्य 13 ट्रिलियन युआन कर्ज थे। चीन में वित्तीय स्थिरता के लिए अचल संपत्ति बाजार ही "अंतिम आधार" है। जैसे-जैसे प्राधिकरण जोखिमों को नियंत्रण में रखने के लिए आगे बढ़ते हैं, उच्च जोखिम वाले ऋणदाता और अधिक जांच के दायरे में आ सकते हैं। सबसे बड़े बैंकों के लिए 32.5% की नियामक सीमा से ऊपर, 2021 के अंत में पोस्टल सेविंग्स बैंक ऑफ चाइना कंपनी और चाइना कंस्ट्रक्शन बैंक कॉर्प में कुल ऋण का लगभग 34% माॉर्गेज कर्ज था।
गिरावट से परेशान चीन की सरकार
डॉयचे बैंक के विश्लेषक लूसिया क्वांग के अनुसार, अगर डिफॉल्ट और भी ज्यादा फैलता है, तो बकाया मॉर्गेज ऋणों का लगभग 7% प्रभावित हो सकता है। उन्होंने कहा कि अधूरी परियोजनाओं की जानकारी तक सीमित पहुंच को देखते हुए यह अनुमान अभी भी कम हो सकता है। वहीं, ब्लूमबर्ग इंटेलिजेंस के विश्लेषकों फ्रांसिस चैन और क्रिस्टी हंग की एक रिपोर्ट के अनुसार, गिरावट को सीमित करने के लिए, चीन अपने 10 सबसे बड़े उधारदाताओं पर अतिरिक्त पूंजी और अधिशेष ऋण प्रावधानों का दोहन कर सकता है, जो कि संयुक्त तौर पर 4.8 ट्रिलियन युआन के बराबर है। वहीं, चीन के स्थानीय बैंक, जिन्होंने छोटे शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में कर्ज बांटे हैं, वो और भी ज्यादा परेशान हैं और प्रांतीय सरकारों की तरफ राहत के लिए देख रहे हैं। उनका पूंजी प्रवाह चूंकी और भी ज्यादा कम है, लिहाजा वो और भी ज्यादा खतरे में हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, चीन के बैंकों ने पहली छमाही में रिकॉर्ड संख्या में धन जुटाए हैं, ताकि जब बैंकों को अचानक मॉर्गेज कर्ज डूबने का झटका लगे, तो वो कुछ हद तक संभल सकें।
रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच सकता है बेड लोन्स
रिपोर्ट के मुताबिक, चीन के बैंकों पर मार्च के महीने तक 2.9 ट्रिलियन युआन का बैड लोन था (डूब चुका), लेकिन अब माना जा रहा है, कि इसमें रिकॉर्ड इजाफा हो सकता है और ये सीधे तौर पर देश की अर्थव्यवस्था को तनाव में डाल सकता है, जो पहले से ही कोविड की वजह से धीमी रफ्तार में चल रही हैं। वहीं, चीन की जीडीपी में इस साल कर्ज का अनुपात रिकॉर्ड स्तर पर पहुंतने की संभावना है, लिहाजा कई एक्सपर्ट्स का कहना है, कि चीन काफी गहरी आर्थिक मंदी में फंस सकता है और उससे बचने के लिए चीन की कंपनियों ने अपने खर्च में भारी कटौती करने शुरू कर दिए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, चीन में लोगों की डिस्पोजेबल आय वृद्धि धीमी गई है, जिससे घर खरीदारों की अपने कर्ज चुकाने की क्षमता को और नुकसान हो रहा है। चीन की घरेलू कीमतों में कमजोरी जून में 70 प्रमुख शहरों में से 48 तक फैल गई थी, जो जनवरी में 20 से अधिक थी।
घरों की बिक्री में 33% गिरावट का अनुमान
एसएंडपी ग्लोबल का अनुमान है कि, मॉर्गेज बहिष्कार के बीच इस साल घरों की बिक्री में 33% तक की गिरावट आ सकती है, जिससे संकटग्रस्त डेवलपर्स की तरलता कम हो जाएगी और उनमें से ज्यादा से ज्यादा डेवलपर्स के ऊपर डिफॉल्टर होने का खतरा मंडराने लगेगा। बिक्री के हिसाब से शीर्ष 100 डेवलपर्स में से 28 ने या तो बॉन्ड पर डिफॉल्ट किया है या लेनदारों के साथ ऋण विस्तार पर बातचीत की है। आपको बता दें कि, चीन की जीडीपी में प्रॉपर्टी इन्वेस्टमेंट देश के सकल घरेलू उत्पाद का लगभग 20% है, जो जून में 9.4% गिर गया है। बैंक की कमाई दांव पर है। जूडी झांग के नेतृत्व में सिटीग्रुप विश्लेषकों ने 19 जुलाई की रिपोर्ट में अनुमान लगाया है कि, पिछले साल लगभग एक दशक में सबसे तेजी से लाभ विस्तार दर्ज करने के बाद, देश के ऋणदाताओं को एक चुनौतीपूर्ण 2022 का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि सरकार उन पर कमाई की कीमत पर अर्थव्यवस्था का समर्थन करने के लिए दबाव डालती है। रियल एस्टेट निवेश वृद्धि में 10 प्रतिशत की आर्थिक मंदी का अर्थ है कि, उनकी 2022 की आय में 17% की गिरावट आ सकती है।
INS Vikrant: क्या होते हैं एयरक्राफ्ट कैरियर और भारत में ही इसका निर्माण एक उपलब्थि क्यों हैं?