चीन-पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर को झटका, चीन ने पाकिस्तान को और कर्ज देने से किया मना, जीडीपी का 87% हुआ कर्ज
पाकिस्तानी अखबार द ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान में एक रेल प्रोजेक्ट के लिए 6 बिलियन डॉलर यानि 6 अरब रुपये खर्च होने हैं, जिसका अप्रूवल देने से चीन इनकार कर रहा है।
इस्लामाबाद, मई 08: चीन को पाकिस्तान अब तक अपना सबसे बड़ा बैंक समझता था, जहां से जितनी मर्जी वो पैसे निकाल लिया करता था। लेकिन अब चीन ने भी पाकिस्तान को बढ़ते कर्ज के लिए दुत्कारना शुरू कर दिया है। पाकिस्तान में प्रोजेक्ट चाहे कोई भी वो, उसे बनाने के लिए चीन से कर्ज आता है लेकिन अब चीन ने पाकिस्तान पर भारी कर्ज को देखकर और कर्ज देने से इनकार करने लगा है। पाकिस्तानी अखबार द ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान में एक रेल प्रोजेक्ट के लिए 6 बिलियन डॉलर यानि 6 अरब रुपये खर्च होने हैं, जिसका अप्रूवल देने से चीन इनकार कर रहा है। सबसे हैरानी की बात ये है कि पाकिस्तान का ये रेल लाइन प्रोजेक्ट चीन-पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर का हिस्सा है, फिर भी चीन ने पाकिस्तान को और कर्ज देने से मना कर दिया है।
Recommended Video
रेल प्रोजेक्ट के लिए चाहिए लोन
दरअसल, पाकिस्तान ने अपने रेल लाइन प्रोजेक्ट के लिए चीन के पास 6 अरब डॉलर कर्ज लेने के लिए आवेदन दिया था। इन पैसों से एमएल-1 रेललाइन ट्रैक का बिछाने का काम होना था और ये प्रोजेक्ट चायना पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर के तहत ही आता है। इस प्रोजेक्ट को पाकिस्तान की एग्जक्यूटिव कमेटी ऑफ नेशनल इकोनॉमिक काउंसिल ने अप्रूव कर दिया था। पहले इस प्रोजेक्ट की लागत 9 बिलियन डॉलर पहुंच गई थी मगर बात में इसे कम करके 6.8 बिलियन डॉलर कर दिया गया था। इस प्रोजेक्ट को फाइनल करने के लिए पाकिस्तान ने इसे चीन को भेज दिया। क्योंकि, चीन की तरफ से ही पाकिस्तान को पैसा मिलना था। लेकिन, पाकिस्तानी अखबार के मुताबिक चीन ने पाकिस्तान को इतना भारी भरकम कर्ज देने से मना कर दिया है।
चीन ने जताई बढ़ते कर्ज पर चिंता
पाकिस्तानी अखबार ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक बीजिंग ने पाकिस्तान पर बढ़ते कर्ज को लेकर गंभीर चिंता जताई है। इस प्रोजेक्ट से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक चीन ने पाकिस्तान को कहा है कि इस प्रोजेक्ट की लागत काफी ज्यादा है। रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तानी अधिकारियों के सामने चीन ने कहा है कि अगर पाकिस्तान को इतना कर्ज मिल भी जाता है तो वो इतना कर्ज वापस कैसे करेगा? अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक चीन ने पाकिस्तान के सामने आईएमएफ की शर्तों का भी जिक्र किया है और चीन ने पाकिस्तानी अधिकारियों से कहा है कि कि वो किन परिस्थितियों में और ज्यादा कर्ज पाकिस्तान को दे?
अंतर्राष्ट्रीय प्रतिबंधों का दिया हवाला
रिपोर्ट के मुताबिक चीन ने और कर्ज ना देने के पीछे पाकिस्तान पर जी-20 देशों द्वारा लगाए गये प्रतिबंधों का भी हवाला दिया है। इसके साथ साथ चीन ने पाकिस्तान से कहा है कि आईएमएफ ने भी पाकिस्तान को काफी ज्यादा कर्ज दे रखा है। चीन ने पाकिस्तान के सामने आईएमएफ की शर्तों का हवाला देते हुए ये भी पूछा है कि आखिर पाकस्तान आईएमएफ की शर्तों को कैसे पूरा करेगा। चीन का इनकार पाकिस्तान के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। वहीं, पाकिस्तानी रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान पर पल्बिक कर्ज बढ़कर उसकी जीडीपी का 87.5 प्रतिशत हो गया है और पाकिस्तान में जितना टैक्स कलेक्शन होता है, उसका 60 प्रतिशत वो कर्ज का ब्याज चुकाने में खर्च करता है और पाकिस्तान की यही स्थिति देखकर अब चीन ने भी पाकिस्तान को और कर्ज देने से मना कर दिया है।
कश्मीर पर पाकिस्तान ने पीछे किए कदम? आर्टिकल 370 को बताया भारत का आंतरिक मामला